शिक्षा के साथ जीवन में खेल अति महत्वपूर्ण, क्योंकि बच्चे मोबाइल फोन, टीवी और ऑनलाइन गेम के चलते घरों में हो गए कैद- विधायक काश्यप

चेतना खेल मेले के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा हेतु आयोजन समिति की बैठक आहूत हुई। इसमें विधायक चेतन्य काश्यप ने खेल को जीवन में महत्वपूर्ण बताया।

शिक्षा के साथ जीवन में खेल अति महत्वपूर्ण, क्योंकि बच्चे मोबाइल फोन, टीवी और ऑनलाइन गेम के चलते घरों में हो गए कैद- विधायक काश्यप
खेल चेतना मेले को लेकर आयोजित बैठक को संबोधित करते विधाय चेतन्य काश्यप।

खेल चेतना मेला आयोजन समिति की बैठक में लिया रैली आयोजित करने का निर्णय

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । खेल चेतना मेला के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों को मैदान तक लाना है, जिससे कि उनका मानसिक के साथ शारीरिक विकास हो सके और खेलों के प्रति बच्चों का रुझान बढे़, बच्चे माहौल को समझकर मैदान तक आना शुरू करें। वर्तमान दौर में यह बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि बच्चे टीवी, मोबाइल फोन और ऑनलाइन गेम में उलझे हुए हैं। इसके चलते वह घरों में ही कैद होकर रह जाते हैं। बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा के साथ खेलों का भी जीवन में बहुत महत्व है।

यह बात क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं फाउंडेशन अध्यक्ष, विधायक चेतन्य काश्यप ने कही। वे क्रीड़ा भारती एवं चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा शहर में आयोजित होने वाले 23वें खेल चेतना मेला की तैयारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में खेल चेतना मेला समिति के सचिव मुकेश जैन, क्रीड़ा भारती जिलाध्यक्ष डॉ. गोपाल मजावदिया, सचिव अनुज शर्मा, खेल मेला सलाहकार अशोक जैन लाला, देवेंद्र वाधवा सहित सभी खेलों से जुड़े संयोजक, सह संयोजक सहित समिति सदस्य उपस्थित रहे।

मैदान बेहतर करने की दी सलाह

काश्यप ने इस अवसर पर सभी खेल मैदान के साथ खेल सामग्री, साधन और संसाधनों के संबंध में संयोजकों से जानकारी ली। जहां आवश्यकता हो वहां मैदान को बेहतर करने की बात कही। इसके अतिरिक्त मैदान में स्वच्छता, खिलाड़ियों के लिए पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, लाइट सहित अन्य सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम करने की बात कही। साथ ही बीते तीन दिनों से विभिन्न खेल मैदानों पर चल रहे प्रशिक्षण शिविर के संबंध में जानकारी ली।

खेल मेले के शुभारंभ अवसर पर निकलेगी रैली

बैठक के आरंभ में क्रीड़ा भारती के जिलाध्यक्ष डॉ. गोपाल मजावदिया ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहे खेल चेतना मेला के प्रशिक्षण शिविर में कुछ शिविर तीन दिन के हैं, ऐसे में उन्हे बढ़ाकर कम से कम सात दिन किया जाए तो बच्चे और बेहतर तरीके से तैयार हो सकेंगे। बैठक में खेल संयोजकों ने भी विचार रखे। बैठक के दौरान कोरोनाकाल के बाद इस बार खेला मेला के शुभारंभ अवसर पर फिर से खिलाड़ियों की रैली निकाले जाने का निर्णय लिया गया।

ये रहे मौजूद

बैठक के दौरान खेल संयोजक प्रकाश व्यास, आर. सी. तिवारी, ुीजगदीश श्रीवास्तव, सुरेश माथुर, सुनील जैन, राजा राठौड़, राकेश शर्मा, दिनेश शर्मा, अमरीक राणा, जितेंद्र धुलिया, कृष्णगोपाल तिवारी, उमंग पोरवाल, रितेश वोहरा, गुलाम मोहम्मद, नरेन्द्र राव, फहीम खान आदि उपस्थित रहे। संचालन समिति सचिव जैन ने किया। आभार क्रीड़ा भारती जिलाध्यक्ष डॉ. मजावदिया ने माना।