शहीदों के सही रूप से परिचित हों युवा, क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेकर ऐसी राह बनानी होगी जिससे हर भारतीय युवा पर दुनिया को गर्व हो - यादव
जय किरण स्मृति संस्था ने शहीद दिवस पर शहीदे आजम भगत सिंह का स्मरण किया। इस दौरान वक्ताओं ने क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया ताकि हर भारतीय युवा पर दुनिया को गर्व हो।
जयकिरण स्मृति संस्थान ने गोष्ठी का आयोजन कर शहीदों का स्मरण किया
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । युवा शहीदों के सही रूप से परिचित हों यह आज की आवश्यकता है। शहीदे आज़म भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों ने अपने विचारों के बल पर एक ऐसा मुकाम बनाया जिसे आज भी पूरा देश याद करता है। आज के युवाओं को इन क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेकर अपनी एक ऐसी राह बनानी होगी जिससे आने वाले वक्त में भारतीय युवाओं को पूरी दुनिया गर्व से पहचाने।
उक्त विचार जयकिरण स्मृति संस्थान द्वारा शहीदों की स्मृति में आयोजित विचार गोष्ठी में प्रसाद के संयोजक एवं विचारक मांगीलाल यादव ने व्यक्त किए। श्रीमाली वास स्थित जोशी निवास पर आयोजित संगोष्ठी में यादव ने कहा कि भगतसिंह ने अपने जीवन काल में कई बातों की घोषणा कर दी थी, जो बाद में सच साबित हुई। भगत सिंह ने यह कह दिया था कि देश को आज़ादी एक समझौते के रूप में प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि भगत सिंह ने इतनी कम उम्र में जितना अध्ययन किया था वह अकल्पनीय प्रतीत होता है। उनका जोश और जुनून इतना था कि उन्होंने न सिर्फ इस साहित्य का अध्ययन किया बल्कि अपने लिए एक ऐसी राह भी निर्धारित की जो देश के युवाओं को प्रेरित कर सकी। यादव ने राम मनोहर लोहिया का स्मरण भी किया।
शहीदों से प्रेरणा लेकर हमें उनके स्मृति चिह्न सहेजना चाहिए- डॉ. जोशी
इस अवसर पर डॉ. दिनेश जोशी ने कहा कि शहीदों से प्रेरणा लेते हुए हमें उनके स्मृति चिन्हों को भी सहेजना चाहिए। उन्होंने कहा कि रतलाम में ही कई ऐसे स्मृति चिन्ह मौजूद हैं जो उपेक्षा के शिकार हैं। ऐसे स्थानों को समझते हुए युवाओं को प्रेरित किया जाना चाहिए।
अध्यक्षता करते हुए शांतिलाल जैन ने भगतसिंह के कार्यो का वर्णन किया। संगोष्ठी में ओमप्रकाश मिश्र, सिद्दीक़ रतलामी, आशीष दशोत्तर, सोनी सहित उपस्थित वक्ताओं ने विचार व्यक्त कर शहीदों का स्मरण किया । इस अवसर पर शहीदों के चित्र पर श्रद्धा पुष्प अर्पित किए गए।