जिम्मेदारों को फुर्सत नहीं थी इसलिए नवरात्रि के 8वें दिन रात 9 बजे जारी हुआ ट्रैफिक डायवर्सन प्लान, मुस्कराइये क्योंकि आप रतलाम में हैं

नीर का तीर

जिम्मेदारों को फुर्सत नहीं थी इसलिए नवरात्रि के 8वें दिन रात 9 बजे जारी हुआ ट्रैफिक डायवर्सन प्लान, मुस्कराइये क्योंकि आप रतलाम में हैं
नीर का तीर

नीरज कुमार शुक्ला

रतलाम सुकून का शहर है। यहां के भाईचारे और सौहार्द की मिसालें दी जाती हैं। संयम और धैर्य का तो यह पर्याय ही है। रोज समस्याओं से जूझने के बाद भी हम जिम्मेदारों को नहीं कोसते, क्योंकि हमें पता है कि इससे होना जाना कुछ भी नहीं है। सोने की शुद्धता और सेंव के स्वाद की ही तरह यहां की शांत स्वभाव वाली तासीर भी देश-दुनिया में ख्यात है। इसलिए यहां सरकारी महकमों में काबिज होने आने वाले भी खुद जीयो और दूसरों को भी जीने दो के सिद्धांत पर काम करते हुए चाकरी का अपना समय गुजारने की नीति पर अमल करते हैं।

आप सोच रहे हों कि हम भी ये क्या जुमले लेकर बैठ गए। अगर ऐसा सोच रहे हैं तो चलिए हम सीधे विषय पर आते हैं। विषय है नवरात्रि में शहर की यातायात व्यवस्था। नवरात्रि के आज (सोमवार) पूरे 8 दिन हो चुके हैं। इस दौरान सैलाना बस स्टैंड से राम मंदिर चौराहे के बीच रात 8 बजे बाद आवागमन करने वाले जाम की समस्या से जूझते रहे। कहने को तो यह फोरलेन है लेकिन स्थिति टू-लेन से भी गई बीती है। एक लेन गरबे का आयोजन हो रहा है।

आयोजकों को उम्मीद थी कि गरबों के दौरान यातायात पुलिस वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाने में सहयोग करेगी लेकिन पहले दिन से शुरू हुई जाम की समस्या 8वें दिन तक रही। एक ही लेन से दोनों तरफ का ट्रैफिक गुजरने के दौरान लगभग आठो दिन वाहन गुत्थम-गुत्थम होते रहे। बीते दो-तीन दिन में कुछ जवान यातायात सुचारू बनाने का प्रयास करते नजर आए लेकिन लोगों की परेशानी का स्थायी समाधान नहीं कर पाए।

इतनी भी क्या जल्दी थी, दो दिन और गुजर जाने देते

सैलाना बस स्टैंड से राम मंदिर चौराहे तक लगने वाले जाम को लेकर लगभग रोज ही लोगों ने प्रतिक्रियाएं जाहिर की और समाधान को लेकर सुझाव भी रखे गए। हालांकि यह सोशल मीडिया तक ही सीमित रही, जिम्मेदारों के कानों या नजरों के सामने तक नहीं पहुंची। इस तरह नवरात्रि के 7 दिन गुजर गए और लोग परेशान होते रहे। सोमवार को यातायात पुलिस ने यातायात का एक प्लान जारी कर दिया। जिस वक्त यातायात का प्लान मीडिया को प्रचार प्रसार के लिए जारी किया गया, रात के 8.58 बज रहे थे। यानी यातायात पुलिस को व्यवस्था में सुधार का 4 बिंदुओं वाला प्लान जारी करने का निर्णय लेने में 8 दिन का समय लग गया।

त्योहार का समय है, अमले की व्यस्तता भी समझ में आती है लेकिन प्राथमिकता क्या हो, यह समझ नहीं आया। देर से ही सही लेकिन यातायात का प्लान तो आ ही गया है। सोशल मीडिया पर यह साझा होते ही लोगों ने प्रतिक्रिया देना भी शुरू कर दी है। लोगों का कहना है कि- आखिर इतनी भी क्या जल्दी थी, सिर्फ दो ही दिन तो शेष थे। जैसे इतने दिन गुजर गए थे, वैसे ही दो दिन और गुजर जाने देते। नाहक ही नवरात्रि के आखिरी दिनों में रूट डायवर्ट कर वाहन चालकों का टेंशन बढ़ा दिया।

किसी को आपकी फिक्र हो या न हो लेकिन आप ये सावधानी जरूर बरतें

ट्रैफिक प्लान यहां ज्यों-का-त्यों चिपका रहे हैं। इसमें क्या व्यवस्था दी गई है, वह आप खुद ही जान और समझ लीजिए। 1 अक्टूबर को जारी एक आदेश के अनुसार अब दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट अनिवार्य रूप से लगाना होगा। ऐसा नहीं करने पर आपके विरुद्ध चालानी कार्रवाई न हो, इसलिए हमारी अपील है कि दोपहिया वाहन चलाते और सवारी करते समय हेलमेट जरूर पहने। अगर आप चारपहिया वाहन चलाते हैं तो सीट बेल्ट लगाना न भूलें। ये सावधानियां चालान से तो बचाती ही हैं, जान का जोखिम भी कम से कम करती हैं।