Tag: करीब दर्शन

कला-साहित्य
कबीर में कोई द्वैत नहीं, कोई भेद नहीं, वे जैसे भीतर, वैसे ही बाहर- पद्मश्री टिपानिया

कबीर में कोई द्वैत नहीं, कोई भेद नहीं, वे जैसे भीतर, वैसे...

हम लोग संस्था द्वारा पद्मश्री प्रहलाद टिपाणियां का अभिनंदन किया गया। इस मौके पर...