65 साल लगातार : अखंड रामायण का पारायण करने वाले 55 लोगों का भगत परिवार ने किया सम्मान

रतलाम के भगत परिवार ने 65 वर्षों से जारी रामायण के पारायण की परंपरा को कायम रखा। इस वर्ष रामायण का पारायण करने वाले 55 लोगों को सम्मान भी किया गया।

65 साल लगातार : अखंड रामायण का पारायण करने वाले 55 लोगों का भगत परिवार ने किया सम्मान
रतलाम भगत परिवार ने किया रामायण कथा पारायणकर्ताओं का सम्मान।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शारदीय नवरात्रि के दौरान कालिका माता मंदिर परिसर में भगत परिवार द्वारा 65 वर्षों से अखंड रामायण पाठ की परंपरा का निर्वाह किया जा रहा है। इसमें 55 से अधिक विद्वजनों ने रामायण कथा का पारायण किया। ऐसे 55 विद्वजनों का सम्मान भगत परिवार द्वारा किया गया।

अखंड रामायण पाठ के पारायण की परंपरा 65 साल पहले भगत परिवार के रतनलाल पोरवाल ‘भगत जी’ के परिवार नेने 65 वर्ष पूर्व शुरू की थी। इस परंपरा का निर्वाह बद्रीलाल पोरवाल भगत द्वारा श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर अखंड रामायण का पाठ करने वाले सभी पारारायणकर्ताओं का स्व. रतनलाल पोरवाल भगत परिवार ने श्री कालिका माता मंदिर परिसर में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ रतलाम के विभाग प्रचारक कृष्णकांत पांडेय, पूर्व महापौर शैलेद्र डागा, सुरेंद्र सुरेका, मनोहर पोरवाल, राजाराम मोतियानी, माधव काकानी, बद्रीलाल पोरवाल, कृष्णकांत पोरवाल, डॉ. गोपाल मजावदिया, आईटी फेडरेशन चैयरमेन मोहित शुक्ला, कपिल व्यास आदि रहे।

इनका हुआ सम्मान

आयोजन में रामायण परायणकर्ता (पाठ) महेश शर्मा, राजेंद्र शर्मा, राधावल्लभ पुरोहित, नरेंद्र गेलड़ा, प्रेमलता कसेरा, वासुमति सिंह, कौशल्या बाई, राखी व्यास, पूनम ढलवानी, वीणा गोयल, चंद्रप्रभा शर्मा, सुमन रावल, गीता परीहार, निर्मला सोहनलाल, मीना वर्मा, कुसुम कनहैयालाल, सुमन गोपाल चंद्र शर्मा, लक्ष्मण श्रीवास्तव, इंदुमती द्वारका प्रसाद, लीला श्रीवास्तव, शारदा श्रीवास्तव, माया बक्शी, प्रीति पालीवाल, साधना काले, दिलीप दवे, सरला पंवार सहित 55 से अधिक परायणकर्ताओं का सम्मान किया। सभी को शॉल ओढ़ाकर श्रीफल व सम्मान-पत्र प्रदान किया गया। वहीं भगत परिवार ने कृष्णकांत पांडेय, मोहनलाल भट्ट व पत्रकार राकेश पोरवाल का भी शॉल-श्रीफल से सम्मान किया।

ऐसी हुई थी शुरुआत

उल्लेखनीय है कि भगत जी परिवार ने 65 साल पहले जब अखंड रामायण पाठ प्रारंभ किया था उस वक्त कालिका माता मंदिर परिसर में केवल मैदान था व शंकर मंदिर के पास में एक कच्चे चबूतरे पर अखंड रामायण पाठ होता था। यह पाठ विट्ठल दादा, पुरुषोत्तम भट्ट, राजेंद्र दवे, कांतिलाल दशोत्तर, भानुप्रकाश व्यास, सुआलाल शर्मा, अनोखी लाल व मनोहर सोलंकी द्वारा बारी-बारी से 2 घण्टे किया जता था। रामायण पाठ की पूर्णाहुती पर यज्ञ होता था और आरती कर   प्रसाद वितरित किया जाता था।

ये उपस्थित रहे

इस दौरान माहेश्वरी समाज, समन्वय परिवार, सनातन सोशल ग्रुप, मेहंदी कुई बालाजी मंदिर ट्रस्ट, गोपाल जी का बड़ा मंदिर ट्रस्ट, सेवावीर परिवार, पोरवाल समाज, अग्रवाल समाज के विभिन्न सदस्य, गोविन्द अग्रवाल, राजेन्द्र पोरवाल, राजेन्द्र शर्मा, हरीश कुमार बिंदल, मुन्नालाल शर्मा, रामप्रसाद घाटिया, अजय चौहान, सुशील पोरवाल व नागरिक मौजूद थे। संचालन रजनीश गोयल व अनिल पोरवाल ने किया। आभार सुनील पोरवाल ने माना।