दीपावली से पहले सड़क पर उतरे कलेक्टर-एसपी ! यातायात व्यवस्था जांचने पैदल नाप डाला पूरा बाजार
दीपावली की भीड़ के बीच रतलाम प्रशासन ने मैदान संभाल लिया। कलेक्टर और एसपी ने खुद बाजार में उतरकर ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था जांची। दुकानदारों को सड़क पर कब्जा न करने की हिदायत दी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । दीपोत्सव के मद्देनजर यातायात पुलिस द्वारा रतलाम शहर के प्रमुख बाजारों में पार्किंग और रूट डायवर्शन व्यवस्था लागू की है। यह कितनी पुख्ता है और इसका असर पड़ा यह जांचने के लिए कलेक्टर मीशा सिंह और एसपी अमित सिंह खुद सड़कों पर उतरे। दोनों अधिकारियों ने पैदल ही पूरा बाजार नापा। इस दौरान कलेक्टर दुकानदारों को सामान अपनी हद में ही रखने की हिदायत देती नजर आईं।
दीपावली पर्व की खरीददारी के लिए बाजार में ग्राहकों की भीड़ बढने की संभावना के चलते यातायात पुलिस ने रविवार से प्रमुख बाजारों में तीन और चार पहिया वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित की है। इसके साथ ही दो और चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग स्थल भी निर्धारित किए हैं ताकि व्यस्ततम बाजारों में खरीददारी के लिए आने वाले ग्राहकों को परेशानी न हो। लागू व्यवस्था की मॉनीटरिंग यातायात सूबेदार आनंद सोनी कर रहे हैं। वे स्वयं भी बाजार में व्यवस्थान का पालन करवाते नजर आए।
कलेक्टर और एसपी ने जांची व्यवस्थाएं
यातायात पुलिस की व्यवस्था कितनी पुख्ता है यह देखने के लिए खुद कलेक्टर मीशा सिंह और एसपी अमित कुमार भी बाजार पहुंचे और पैदल ही व्यवस्थाएं देखी। अधिकारियों ने दुकानों के बाहर सामान रखा देख नाराजगी जताई। उन्होंने साफ कहा कि सड़कों पर सामान नहीं रखें। उन्होंने अधीनस्थ अमले को अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए। एसपी ने त्योहार के दौरान वालेंटियर्स को भी साथ रखने के निर्देश ट्रैफिक डीएसपी सोनी को दिए।
इन इलाकों का किया निरीक्षण
अधिकारियों ने नाहरपुरा, डालूमोदी बाजार, घास बाजार, चोमुखीपुल, चांदनी चौक, नौलाईपुरा, गणेश देवरी, धानमंडी, सैलाना बस स्टैंड, फवारा चौक आदि इलाकों का निरीक्षण भी किया। यहां उन्होंने ट्रैफिक डीएसपी सोनी को त्यौहार के दौरान चार पहिया वाहनों का प्रवेश सख्ती से रोकने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने माणक चौक क्षेत्र स्थित महालक्ष्मी मंदिर में हो रही दीपोत्सव की तैयारियां भी देखी और सुरक्षा के व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए।
...ताकि फेरीवाले व छोटे व्यवसायी भी कर सकें कारोबार- कलेक्टर
कलेक्टर मीशा सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रशासन का उद्देश्य त्योहार के दौरान व्यवस्थाओं को सुचारु बनाना है, किसी को परेशान करना नहीं है। प्रशासन चाहता है कि बाजार में ग्राहकों को खरीददारी करने में सहूलियत हो और फेरी लगाने वाले और छोटे व्यवसायी भी ठीक से कारोबार कर सकें। निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त अनिल भाना, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, लोक निर्माण विभाग के पी. के. राय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उधर, कथनी-करनी पर उठे सवाल
दीपोत्सव के लिए शहर के प्रमुख बाजारों के लिए नया रूट प्लान जारी किया गया है जिससे आमजन ने राहत की सांस ली है लेकिन सत्ताधारी नेताओं को सड़क जाम कर आयोजन करने की अनुमति दिए जाने पर सवाल भी उठा रहे हैं। सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि अन्य संगठनों को जहां सिर्फ ज्ञापन आदि देने से रोकने के लिए शहर में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी हो जाता है वहीं सत्ताधारी दल से जुड़े नेताओं को सड़क पर मजमा जमाने के लिए कभी भी, किसी भी वक्त इजाजत मिल जाती है। सड़कों पर मजमा लगाने वाले और अपनी राजनीति चमकाने वालों को आरएसएस से सीखना चाहिए जिसने शताब्दी वर्ष पर शहर में महा चल समारोह निकाला। इस दौरान यातायात भी बाधित नहीं होने दिया और एम्बुलेंस आई तो उसे रास्ता देकर आदर्श उदाहरण पेश किया।