24 घंटे में अंधे कत्ल का पर्दाफाश : रिश्ते में दूर के जीजा ने पहले साली को पिलाई शराब फिर घोंट दिया गला, शव बोरे में भरकर पुलिया के नीचे फेंक दिया
रतलाम पुलिस ने महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने महज 24 घंटे में मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या पारिवारिक रंजिश के चलते की गई थी।
बिलपांक थाना क्षेत्र के सुतरेटी पुलिया के नीचे बोरे में बंद मिला था महिला का शव, पारिवारिक रंजिश के चलते हुई हत्या
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सुतरेटी गांव की पुलिया के नीचे बोरे में बंद मिली महिला की लाश के मामले में रतलाम पुलिस को सफलता मिल गई है। पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर दिया। हत्या की वजह पारिवारिक रंजिश सामने आई है। हत्या महिला के जीजा ने ही की थी। उसने पहले महिला को शराब पिलाई और फिर गला घोंटकर मार डाला। मामले में एक महिला सहित चार आरोपियों की गिरफ्तार किया गया है।
एसपी अभिषेक तिवारी ने पुलिस कंट्रोल रूम में गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान बिलपांक थाना क्षेत्र के अंधे कत्ल का खुलास किया। इस दौरान एडिशनल एसपी डॉ. सुनील पाटीदार भी मौजूद थे। एसपी ने बताया बुधवार को रतलाम के सुतरेटी की पुलिया के नीचे बोरे में एक महिला की लाश मिली थी। उसकी शिनाख्ती के लिए जिले के सभी थानों की गुमशुदगी और सीसीटीएनएस सिस्टम की मदद ली गई। इसमें महिला की पहचान औद्योगिक थाना क्षेत्र क स्थित बंजली गांव की भूलीबाई पति भेरू बंजारा (35) के रूप में हुई। पुलिस को पता चला कि भूलीबाई 24 जुलाई की सुबह करीब 10 बजे घऱ से निकली थी। लास्ट सीन थ्योरी और मुखबिर से मिली सूचना पर कोठड़ी निवासी देवीलाल भूरिया और उसकी पत्नी कैलाशी बाई के साथ ग्राम बंजली निवासी लक्ष्मण बंजारा और नंदू को पकड़ा।
मुख्य आरोपी को महिला पर थी पत्नी को भड़काने की शंका
एसपी ने बताया आरोपी लक्ष्मण भूलीबाई का रिश्ते में दूर का जीजा लगता है। लक्ष्मण को शंका थी कि भूलीबाई उसकी पत्नी को भड़काती है, जिसके कारण उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई। इससे लक्ष्मण महिला से रंजिश रखता था। आरोपी लक्ष्मण 24 जुलाई को भूलीबाई को रतलाम से अपने साथ लेकर दोस्त देवीलाल के घर गया। देवीलाल के साथ उसकी पत्नी कैलाश बाई और नंदू भी थे। यहां सभी ने शराब भी। आरोपियों ने भूलीबाई को भी शराब पिलाई और बाद में उसका गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने शव बोरे में भरा और नंदू की मोटरसाइकल पर सुतरेटी पुलिया के नीचे फेंक दिया।
मिस्त्री के साथ गई थी फिर नहीं लौटी
भूलीबाई के हाथ पर कंवरलाल नाम लिखा था। जांच में पता चला कि कंवरलाल उसका बड़ा भाई है और छोटा जगदीश है। दोनों नहीं ही उसकी शिनाख्त की थी। भाई जगदीश और कंवरलाल पुलिस को बताया था कि बहन भूलीबाई 24 जुलाई को छत भराई के काम के लिए मिस्त्री के साथ गई थी। मिस्त्री ने उससे कहा था कि काम के ₹400 मिलेंगे। शाम तक आ जाएंगे लेकिन वह नहीं आई। इस पर भाई ने औद्योगिक थाना क्षेत्र में भूलीबाई की गुमशुदगी दर्ज करवाई। भूलीबाई काफी समय से पति से अलग रह रही थी।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी लक्ष्मण पिता कालू बंजारा, नंदू पिता भेरू मचार, देवीलाल पिता नंदराम भूरिया और कैलाशी बाई पति देवीलाल को गिरफ्तार किया है। लाश फेंकने में जिस मोटरसाइकिल का उपयोग किया गया, वह भी पुलिस ने बरामद कर ली है जिसका नंबर MP43 EH 5912 है। महिला का मंगलसूत्र और नथनी बरामद हुई है।
इन्हें मिलेगा 10 हजार का इनाम
एसपी के अनुसार अंधे कत्ल का खुलासा करने में बिलपांक थाना प्रभारी दीपक शेजवार, औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी ओ. पी. सिंह, उप निरीक्षक जगदीश यादव, सहायक उप निरीक्षक रूपसिंह शक्तावत, आरक्षक हेमंत यादव, अशोक यादव, अर्जुन गणावा, पप्पू सिंह प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा साइबर सेल, आरक्षक विपुल भावसार (साइबर सेल) की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसपी ने टीम को 10 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।