Traders talked to DM : जानिए, किस भाजपा नेता ने की दीपावली की तैयारी के लिए नाइट कर्फ्यू हटाने की मांग और कलेक्टर ने क्या दिया जवाब
Traders talked to DM : रतलाम जिला व्यापारी महासंघ ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से त्योहार के दौरान रात्रिकालीन कर्फ्यू हटाने की गुहार लगाई है।
व्यापारी महासंघ के जिला अध्यक्ष बाबूलाल राठी के नेतृत्व में व्यापारियों ने बताई अपनी परेशानी
रतलाम @ एसीएन टाइम्स . व्यापारियों की प्रतिनिधि संस्था रतलाम जिला व्यापारी महासंघ ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से नाइट कर्फ्यू में ढील देने की गुहार (Traders talked to DM) लगाई है। महासंघ का कहना है कि दीपावली पर्व की तैयारियां लोग रात में भी करते हैं। ऐसे में नाइट कर्फ्यू लागू रहने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर ने यह निर्णय राज्य शासन के स्तर का होकर व्यापारियों को परेशानी नहीं होने देने के लिए आश्वस्त किया।
रतलाम जिला व्यापारी महासंघ के जिला अध्यक्ष भाजपा नेता बाबूलाल राठी के नेतृत्व में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने एक मांगपत्र सौंपा। इस दौरान व्यापारी नेता राठी ने कलेक्टर से कहा (Traders talked to DM) कि भारतवर्ष का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली है। इस बार यह 4 नवंबर 2021 को है। त्योहार प्रत्येक वर्ग के लोग श्रद्धा व विश्वास से मनाते हैं। इस पांच दिनी पर्व की तैयारी कई दिन पहले से शुरू हो जाती है।
रात्रिकालीन कर्फ्यू के कारण रात में काम नहीं कर पा रहे व्यापारी
कोरोना काल के चलते 2 वर्ष से आमजन व मध्यमवर्गीय व्यापारियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है। ऐसे में सभी की उम्मीद दीपावली के त्योहार से है। हर व्यक्ति व व्यापारी चाहे वह गरीब हो, मध्यम वर्गीय हो या फिर उद्योगपति, उसको एक ही फिक्र है कि उसका व्यापार अच्छा चले और वह आर्थिक संकट से उबर सके। इसलिए यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण होता है। फिर हर वर्ग खासकर व्यापारी रात्रि में अपने मकान एवं दुकानों की सफाई एवं रंग-रोगन कर रहे हैं। वर्तमान में कोरोना का फैलाव न हो इसलिए रात्रि 11:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू है। नतीजतन वर्ग परेशान हैं।
कारोबार व व्यस्तता के कारण दिन में नहीं कर पा रहे सफाई और रंग-रोगन
राठी ने कलेक्टर से कहा (Traders talked to DM) कि त्योहार को देखते हुए नाइट कर्फ्यू हटाया जाना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो इसमें ज्यादा समय की ढील दी जानी चाहिए ताकि आजमन और व्यापारी अपने मकान-दुकानों में रंगरोगन कर सकें और व्यवस्थित कर सकें जो दिन में कारोबार व व्यस्तता के चलते संभव नहीं हो पा रहा है।
व्यापारियों की बात सुनने के बाद कलेक्टर ने कहा कि नाइट कर्फ्यू का निर्णय राज्य शासन स्तर का है। हटाने का निर्णय भी वही ले सकता है। स्थानीय स्तर पर किसी को कोई परेशान नहीं करेगा। प्रतिनिधिमंडल में शांतिलाल उपाध्याय, आशीष मित्तल, रमेश चोइथियानी, राजेंद्रसिंह गोयल, महेश बाहेती आदि उपस्थित थे।