बड़ा खुलासा ! 1 लाख लोगों का डाटा चुराया, META TRADES 5 PRO एप खरीदा, फिशिंग कर डीमेट खाते खुलवाए और कर डाली 5 करोड़ से अधिक की ठगी
रतलाम पुलिस ने META TRADES 5 PRO ट्रेडिंग एप के नाम से करीब 5 करोड़ रुपए की ऑनलाइन ठगी और ट्रांजेक्शन करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस गिरोह की महिला सरगना सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मप्र की रतलाम पुलिस को करोड़ों रुपए की ऑनलाइन ठगी का पता लगाने में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मामले में सरगना सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पहले एक शेयर ट्रेडिंग कंपनी से एक लाख लोगों का डाटा चुराया। एक डेवलपर के META TRADES 5 PRO नाम का एप खरीदा और करीब 5 करोड़ रुपए की ठगी कर डाली। पुलिस अभी सॉफ्टवेयर डेवलपर और कंट्रोलर की तलाश कर रही है।
ऑनलाइन ठगी के इस अनूठे मामले का खुलासा एसपी अमित कुमार ने पत्रकार वार्ता में किया। उन्होंने मीडिया को बताया कि 04 मार्च 2025 को फरियादी पुष्कर पिता रामेश्वर पाटीदार (36) निवासी ग्राम रणायरा जिला रतलाम ने एक लिखित शिकायत की। उसमें बताया कि उसके साथ META TRADES 5 PRO ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से ट्रेडिंग के नाम पर अलग-अलग तीन खातों में करीब 7,11,250 रुपए डलवाकर धोखाधड़ी की गई है। इसके आधार पर आलोट थाने पर बीएनएस की धारा 318(4) एवं आईटी एक्ट की धारा 66डी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। मामले में तत्काल सायबर सेल एवं थाने की टीम का गठन कर पड़ताल शुरू की गई।
पुलिस रिमांड पर हैं सभी आरोपी
एसपी ने बताया कि टीम तकनीकी एनालिसिस कर मामले की तह तक पहुंची। साक्ष्यों के आधार पर सोनम परदेशी निवासी भोपाल, आरती निवासी इटारसी, दिनेश शर्मा निवासी शिवपुरी, राज जोशी चांचौड़ा (गुना), फिरोज पठान देवास एवं मोइन खान देवास को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में एक के बाद एक खुलासे होते गए। यह भी पता चला कि सोनम इस धोखाधड़ी की मुख्य सरगना है। उसने अपनी मौसी की लड़की और साथी के साथ मिलकर पूरे अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है।
कैसे बना रैकेट और कैसी की ठगी
एसपी अमित कुमार ने बताया कि सरगना सोनम परदेशी ने अपनी मौसी की बेटी आरती सोनकर और साथी फिरोज पठान निवासी देवास के साथ मिलकर एक एप डेवलपर से 55 हजार रुपए में META TRADES 5 PRO सर्वर एप खरीदा। इसके बाद फिरोज ने अपने अंडर में काम करने वाले मोइन व अन्य साथी द्वारा सोनम परदेशी द्वारा उपलब्ध कराए गए डाटा के अनुसार लोगों को फोन लगाकर फीसिंग की और डीमेट अकाउंट खुलवाए। इन खातों की व्यवस्था सोनम के एक अन्य साथी दिनेश शर्मा निवासी शिवपरी ने की थी। आरोपियों ने META TRADES 5 PRO ट्रेडिंग एप की लिंक लोगों को व्हाट्सअप पर भेजकर धोखाधड़ीपुर्वक शेयर खरीदवाकर खातों में रुपए डलवाए। दिनेश ने उक्त खातों से रुपए निकाल कर सोनम परदेशी तक पहुंचाए।
खुद ही घटा-बढ़ा देते थे शेयर की वैल्यू
आरोपी सोनम व आरती द्वारा META TRADES 5 PRO सर्वर एप को कन्ट्रोल करने वाले अन्य साथियों की मदद से लोगों से खरिदवाए गए शेयर की वैल्यू मनचाहे तरीके से घटवा अथवा बढ़वा दिए जाते थे। आरोपी किसी भी व्यक्ति द्वारा मुनाफे की राशि निकालने की बात करने पर उक्त एप के माध्यम से उसके शेयर की वैल्यू कम कर उसे शेयर होल्ड रखने या अधिक रुपए निवेश करने के लिए कहा जाता था। अगर कोई व्यक्ति रुपए निकालने का दबाव बनाता तो उसकी आईडी एप से हटाकर मोबाइल फोन नंबर बंद कर उसके साथ धोखाधड़ी की जाती।
1 लाख लोगों क डाटा भी चुराया
एसपी कुमार के अनुसार सोनम और आरती पहले एक शेयर ट्रेडिंग कंपनी में काम करती थीं। कंपनी बंद होने पर उन्होंने वहां से करीब 1 लाख लोगों का डेटा चुरा लिया। आरोपी इसी डेटा के आधार पर लोगों के साथ META TRADES 5 PRO ट्रेडिंग एप के माध्यम धोखाथड़ी को अंजाम दे रहे थे। जांच में आरोपियों द्वारा तकरीबन 5 करोड़ रुपए ट्रांजेक्शन किए जाने की जानकारी सामने आई है।
META TRADER 5 का बनाया क्लोन
(इस प्लेटफॉर्म का बनाया क्लोन)
एसपी अमित कुमार ने एसीएन टाइम्स को बताया कि शातिर ठगों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म META TRADER 5 का क्लोन तैयार किया। गूगल प्ले स्टोर पर यह ओरिजनल प्लेटफॉर्म भी मौजूद है। META TRADES 5 PRO और META TRADER 5 में मामूली भिन्नता होने से लोग आसानी से भ्रमित हो सकते हैं।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
- सोनम पिता अशोक परदेशी कनौजिया पति आकाश चौहान (32) साल, निवासी शफी नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, भानपुर थाना शाहजानाबाद जिला भोपाल (हाल मुकाम सेक्टर नम्बर 136 इंदौर, थाना लसुड़िया, जिला इंदौर)।
- आरती पिता महेश सोनकर (24), निवासी रैदासनगर, इटारसी, जिला नर्मदापुरम (हाल मुकाम सेक्टर नम्बर 136 इंदौर, थाना लसुड़िया, जिला इंदौर)।
- दिनेश पिता तेजप्रताप शर्मा (30), निवासी साबोली, थाना नरवर, जिला शिवपुरी (हाल मुकाम सेक्टर नम्बर 136 इंदौर, थाना लसुड़िया, जिला इंदौर)।
- राज पिता शंकर जोशी (23), निवासी ग्राम पेची, तहसील चांचौड़ा, थाना बीनागंज, जिला गुना (हाल मुकाम संजय गांधी नगर, इंदौर)।
- फिरोज पिता सनावर पठान (35), निवासी 222 एमजी रोड, देवास।
- मोइन पिता अंसार खान पठान (21), निवासी 2/8 नई आबादी, देवास।
ये आरोपी हैं फरार
- सॉफ्टवेयर डेवलेपर।
- सर्वर एप कंट्रोलर।
- फिशिंग करने वाला।
- वे खाताधारक जिनके खातों में धोखाधड़ी के रुपए ट्रांसफर किए गए।
इनकी भूमिका सराहनीय रही
एसपी ने बताया धोखाधड़ा का खुलासा करने में निरीक्षक शंकरसिंह चौहान, उप निरीक्षक मनोज पाटीदार, सायबर सेल टीम के प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनारायण, मनमोहन शर्मा, हिम्मतसिंह गौड़, आरक्षक विपुल भावसार, राहुल पाटीदार, आलोट थाने के आरक्षक बाबूलाल मालवीय, आलोट थाने के उप निरीक्षक राजेश मालवीय, आरक्षक मयंक व्यास, तुषार सिसौदिया, नीलेश शर्मा, सायबर सेल एवं आलोट थाने के प्रधान आरक्षक शौकीन सिंह, आरक्षक रौनक पोरवाल, उदिता, रचना की सराहनीय भूमिका रही।