सफलता का सम्मान ! महानगरों में भ्रामक विज्ञापन दिखाकर पैरेंट्स को गुमराह किया जाता है, अभ्यास करियर इंस्टिट्यूट का रिजल्ट 24 कैरेट सोने जैसा- डॉ. शादाब अहमद सिद्दिकी
रतलाम । अभ्यास करियर इंस्टिट्यूट द्वारा नीट में चयनित होकर विभिन्न मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने वाले अपने विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों का सम्मान किया। इस मौके पर अतिथियों ने विद्यार्थियों को बधाई-शुभकामनाएं दीं।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अनुभवी शिक्षकों का बड़ा महत्व होता है। वे बताते हैं कि क्या पढ़ना है और क्या नहीं पढ़ना है। वे समय भी बचाते हैं। अभ्यास करियर इंस्टीट्यूट ने छोटे शहर में इसकी स्थापना कर एक उपकार का कार्य किया है वहीं महानगरों में गुणवत्ता कम होती है, वहां व्यावसायिकता भरी पड़ी है। महानगरों में भ्रामक विज्ञापन दिखाकर पैरेंट्स को गुमराह किया जाता है लेकिन अभ्यास करियर इंस्टिट्यूट का रिजल्ट 100 फीसदी यानी 24 कैरेट सोने जैसा है।
यह बात सहायक जिला आबकारी आयुक्त डॉ. शादाब अहमद सिद्दिकी ने कही। वे अभ्यास करियर इंस्टिट्यूट द्वारा भावी डॉक्टरों और उनके अभिभावकों के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। डॉ. सिद्दिकी ने कहा कि NEET जैसी जटिल परीक्षा में जिन छात्र-छात्राओं ने सफलता अर्जित की है उन्हें बधाई किन्तु जो सफल नहीं हो सके हैं उन्हें भी निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने इस कठिनतम परीक्षा की चुनौती को स्वीकार किया, यह कम नहीं है। डॉ. सिद्दिकी द्वारा कही एक बात से पूरा परिसर ठहाकों से गूंज उठा। उन्होंने अपने विभाग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘इस विभाग के सामने देखना भी मत, इससे जीवन में कभी नाता ही नहीं रखो तो ही अच्छा है।’
इन्होंने बताया सफलता सूत्र
विशेष अतिथि डॉ. गोपाल यादव (अध्यक्ष- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रतलाम) ने कहा कि ऐसी बड़ी सफलता आप लोगों की मेहनत, माता-पिता, गुरुजन एवं ईश्वर के आशीर्वाद से ही संभव है। विद्यार्थी जीवन में लक्ष्य साधने का संकल्प लेकर आगे बढ़ें। विशिष्ट अतिथि वैभव उपाध्याय (डीसीएमआई- रतलाम रेल मंडल) ने कहा कि मैंने अभ्यास करियर इंस्टिट्यूट को बहुत नजदीक से देखा है। संस्था के संचालकों ने जो पौधा लगाया है, वह आज वटवृक्ष बन चुका है। यह वृक्ष अब फल देने लगा है। विशिष्ट अतिथि डॉ. सोनी यादव (नेत्र रोग विशेषज्ञ) ने भी संबोधित किया।
संचालक डॉ. कुमावत ने किया प्रोत्साहित
इससे पूर्व संस्था की प्रगति, उसके उद्देश्य व स्वरूप पर डायरेक्टर डॉ. राकेश कुमावत ने प्रकाश डाला। उन्होंने चयनित विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए उनके संघर्ष की कहानी बताकर संस्था में हाल ही में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। स्वागत भाषण एमडी नीलिमा कुमावत ने दिया। अतिथियों का स्वागत अतिथियों का स्वागत श्यामलाल कुमावत (व्याख्याता), डॉ. राकेश कुमावत, अनिमेष कुमावत, राकेश जादौन, रेखा जादौन, नीलिमा कुमावत, डॉ. अजय कुमावत आदि ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति मेघा मलिक, भूमिका परमार, मुस्कान राठौर और मोनिकी मालवीय ने दी। संचालन डॉ. विकास जैन तथा डॉ. आदर्श द्विवेदी ने किया। आभार प्रदर्शन अनिमेष कुमावत ने किया।
इन विद्यार्थियों का हुआ सम्मान
(600 से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को संस्था की ओर से 1 लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया।)
दिव्यांशी - पवन परिहार (रतलाम), रिया - प्रकाश भूरिया (थांदला), चेतना - बालचंद्र डिंडोर (सैलाना), प्रतिभा - दिलीप पाटीदार (कारोदा-रतलाम), दिव्या - राजेंद्र पोरवाल (निम्बोद), प्रियंका - अविनेंद सिंह भाटी (रतलाम), रीतिका - गनु बाबेरिया (झाबुआ), जया – आनंद पाटीदार (उज्जैन), नंदनी - कनुसिंह चौहान (नीमच), नीलम - लक्ष्मण मुनिया (झाबुआ), सलोनी – अमृतराम मालवीय (कंचनखेड़ी), पायल - नागेश्वर डामोर (शिवगढ़), पायल - दिनेश डामोर (मेघनगर), प्राची - ईश्वरलाल यादव (आमला - बदनावर), पलक - भुवनेश्वर यादव (धमनियां), श्रेया - आशीष चौरसिया (रतलाम), रिद्धि - संतोष मूलेवा (पेटलावद), अंजलि - अरविंद कोठारी (मेघनगर), संदीप - दिनेश राठौड़ (रतलाम), प्रद्युम्न - राकेश कुमावत (रतलाम), संजय - अमृत डामर (सरवड़), निखिल - राजेश वर्मा (रतलाम), नीरज - छगनलाल खाराड़ी (झाबुआ), समेकित - तारेश जैन (प्रतापगढ़), प्रधान सिंह -तूफ़ानसिंह (उज्जैन), सुजल – कैलाश रायकवर (रतलाम), पीयूष - समर्थ धाकड़ (पिपलौदा), दक्ष - पारस पाटीदार (रतलाम), लाखन - कैलाशचंद्र परमार (राघवी- उज्जैन), भूमि - शैलेंद्र सिंह सिलावट (रतलाम), अदिति - अवधेश सिंह (महू), ख़ुशबू - शंकरलाल मईड़ा (थांदला), सलोमी – रमेश भूरिया (झाबुआ), शिवांगी - चेतन पड़ियार (बड़ावदा), रूमेजा़ - अनीस कुरैशी (रतलाम), महेश – प्रकाश गणावा (थांदला), धुम्मा - गंवा खड़िया (थांदला), अक्षा - अनीस कुरैशी (रतलाम)।