सेंट जोसफ कॉन्वेट स्कूल के निर्लज्ज प्रबंधन ने कर दी बरगद की हत्या, महापौर के निर्देश पर निगम प्रशासन ने प्राचार्य के विरुद्ध FIR दर्ज करने के लिए पत्र लिखा
रतलाम के सेंट जोसफ कॉन्वेट स्कूल प्रबंधन द्वारा दो हरे-भरे बरगद के पेड़ काटने का मामला सामने आया है। महापौर की नाराजगी और उनके निर्देश पर नगर निगम प्रशासन ने स्कूल प्राचार्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया गया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल के निर्लज्ज प्रबंधन ने गुरुवार को दो हरे-भरे बरगद के पेड़ों की हत्या कर (काट दिए) दी। इसे लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्कूल के सामने प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया। महापौर प्रहलाद पटेल भी पहुंचे और स्कूल सील करने और प्रबंधन पर 1 लाख रुपए जुर्माना लगाने का निर्देश दिए। महापौर के निर्देश पर नगर निगम प्रशासन ने प्राचार्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाने में आवेदन दिया गया है।
अपनी मनमानी को लेकर बदमान रतलाम के सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंधन ने खुद को देश की सर्वोच्च न्यायालय और नियम-कानूनों से भी ऊपर मान लिया है। प्रबंधन ने गुरुवार को तो हद ही कर दी। स्कूल के गेट नंबर एक के पास स्थित बरगद के दो हरे-भरे वृक्ष ही कटवा दिए। वृक्ष काटने का मामला जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने स्कूल प्रबंधन के इस कुकृत्य की भर्त्सना करना शुरू कर दी। मीडिया से जुड़े लोगों ने पेड़ काटे जाने की जानकारी जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम प्रशासन के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को भी वाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध करवाई।
महापौर ने जताई नाराजगी
मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलते ही महापौर प्रहलाद पटेल नगर निगम अमले के साथ सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल पहुंच गए। उन्होंने स्कूल प्राचार्य को तलब किया और पेड़ काटने के लिए आड़े हाथ लिया। उन्होंने निगम अधिकारियों से स्कूल सील करने और प्रबंधन पर एक लाख रुपए जुर्माना लगाने के लिए भी कहा।
इतना ही नहीं उन्होंने बिना अनुमति पेड़ काटने पर स्कूल प्राचार्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। इसके चलते निगम प्रशासन ने स्टेशन रोड थाना प्रभारी को लिखित आवेदन दिया गया है। इस मामले में वन विभाग को भी अवगत कराया गया है।
एक्ट का उल्लंघन है पेड़ काटना
बता दें कि प्रबंधन द्वारा स्कूल के गेट नम्बर 1 के पास स्थित प्राचीन बरगद के पेड़ के साथ ही इसी गेट के बाहर शासकीय भूमि पर स्थिति बरगद के अन्य पेड़ को भी काट दिया। इसके लिए किसी प्रकार की अनुमति भी नहीं ली गई। निगम प्रशासन के अनुसार पीपल और बरगद के पड़ों को काटने के लिए अनुमति नहीं दी जाती है। बिना अनुमति पेड़ काटना मध्यप्रदेश वृक्षों का परिरक्षण (नगरीय क्षेत्र) नियम-2002 का उल्लंघन है।
अभाविप ने किया प्रदर्शन
उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) भी हरकत में आई और उसके कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंच स्कूल के बाहर ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने पेड़ काटे जाने को लेकर विरोध दर्ज कराते हुए इसके लिए जिम्मेदार स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की।