रतलाम रेलवे स्टेशन पर हादसा : लिफ्ट की क्षमता 20 यात्रियों की, 28 चढ़ गए तो हो गई जाम, आरपीएफ व रेलवे के इंजीनियर ने निकाला बाहर, देखें वीडियो...
शुक्रवार को रतलाम रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा टल गया। यहां प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर लिफ्ट में 28 यात्री फंस गए। ओवर लोड होने से लिफ्ट नहीं चल सकी जिससे यात्रियों का बुरा हाल हो गया। रेलवे के इंजीनियरों, आरपीएफ और जीआरपी ने गेट खोल कर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम रेल मंडल के रतलाम स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर शुक्रवार सुबह अफरा-तफरी मच गई। वजह प्लेटफॉर्म पर लगी लिफ्ट फंसना रही। हादसे के दौरान लिफ्ट में 28 यात्री सवार थे जबकि लिफ्ट की क्षमता 20 लोगों से ज्यादा की नहीं है। आरपीएफ, जीआरपी व रेलवे के इलेक्ट्रिक विभाग के अमले ने गेट खुलवा कर यात्रियों को बाहर निकाला। समय पर गेट खुल जाने से बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
रतलाम से इंदौर के लिए सुबह 6:35 बजे डेमू ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 1 से रवाना होती है। प्रतिदिन इससे सैकड़ों यात्री इंदौर की ओर सफर करते हैं। इनकी सहूलियत के लिए प्लेटफॉर्म 1 व 2 के बीच पर लिफ्ट लगी है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में यात्री स्टेशन पहुंचे। यात्रियों ने प्लेटफॉर्म नंबर 2 से 1 पर जाने के लिए लिफ्ट का उपयोग किया। जैसे ही यात्री लिफ्ट में चढ़े और उसका गेट बंद हुआ अंदर शोर-शराबा मच गया। स्टेशन पर भी यात्रियों में हड़कंप मच गया। दरअसल लिफ्ट नहीं चल रही थी और उसका गेट भी नहीं खुल रहा था। इससे यात्रियों का सांस लेना दूभर हो गया और वे बुरी तरह घबरा गए।
जैसे ही जानकारी मिली आरपीएफ और जीआरपी का अमला मौके पर पहुंचा और लिफ्ट का गेट खोलने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। इस पर तत्काली रेलवे के इलेक्ट्रिकल विभाग को सूचना दी गई जहां से इंजीनियर व अमला पहुंचा। उन्होंने रॉड की मदद से गेट में थोड़ा गैप बनाया। तब जाकर हवा पास हुई और लिफ्ट में फंसे यात्रियों की जान में जान आई। करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद गेट खोला जा सका और यात्रियों को बाहर निकाला जा सका। तब तक सभी की जान सांसत में रही।
ओवरलोड के कारण आई समस्या
आरपीएफ सूत्रों के अनुसार लिफ्ट में 20 यात्रियों से ज्यादा का बोझ ढोने की क्षमता नहीं है। किंतु गेट खुलने पर जब यात्री बाहर आए तो संख्या 28 थी। यानी ओवरलोड होने के कारण ही लिफ्ट लोड नहीं ले पा रही थी और ऊपर नहीं जा सकी। लिफ्ट खुलने से पहले तक अंदेशा था कि उसमें तकरीबन 17-18 यात्री फंसे हैं और तकनीकी कारण से लिफ्ट फेल हो गई है परंतु मामला ओवरलोड का निकला।
यात्रियों के सवार नहीं होने तक खड़ी रही ट्रेन
जब तक लिफ्ट का गेट खुल नहीं गया तब तक डेमू ट्रेन स्टेशन पर ही खड़ी रही। गेट खुलने और यात्रियों के सामान्य होने पर उन्हें और उनके सामान को ट्रेन तक पहुंचाया गया। इसके बाद ट्रेन रवाना हो सकी। माना जा रहा है कि यदि समय रहते लिफ्ट का गेट नहीं खुलता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
वीडियो : राजेश पोरवाल (पत्रकार)