ये कैसे रामभक्त : भाजपा पार्षद को हनुमानजी से बैर, मंदिर परिसर में बनवा रहे क्लीनिक, लोगों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे तो तो चलते बने, महापौर ने जोड़े हाथ
थावरिया बाजार क्षेत्र स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में संजीवनी क्लीनिक बनाने पर नागरिक आक्रोशित हैं। उन्होंने पार्षद मुर्दाबाद के नारे लगाए और प्रदर्शन किया।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भाजपा खुद को भगवान राम के भक्तों की पार्टी बताती है लेकिन इसके निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को राम के ही भक्तों से बैर है। हनुमान मंदिर परिसर में क्लीनिक बनाए जाने से भड़के नागरिकों ने जब नगर निगम पहुंच कर आक्रोश जताया तो वहां मौजूद क्षेत्रीय भाजपा पार्षद रफूचक्कर हो गए। नाराज लोगों ने पार्षद की मुर्दाबाद के नारे लगाए।
मामला थावरिया बाजार क्षेत्र का है। यहां के बगीचे में पानी की टंकी-संपवेल और पंचमुखी हनुमान एवं पंचेश्वर महादेव मंदिर है। नगर निगम द्वारा इसी परिसर का चयन मोहल्लों में खुलने वाले संजीवनी क्लीनिक के लिए भी कर लिया गया है। इससे क्षेत्रवासियों में आक्रोश है। गुरुवार को नगर निगम का अमला मंदिर के पास वाली जगह पर क्लीनिक निर्माण के लिए लेआउट डालने पहुंच गया। यह क्षेत्रवासी वहां जमा हो गए और विरोध शुरू कर दिया। निगम अमलने ने उन्हें बताया कि आपको जो भी कहना है वह नगर निगम के अधिकारियों और पार्षद से कहें।
रहवासियों जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए लेकिन यह संभव नहीं हुआ। इससे सभी नगर निगम पहुंच गए। यहां निगम सम्मेलन का भोजनावकाश होने से महापौर और पार्षद सहित सभी भोजन कर रहे थे। भाजपा पार्षद हितेश कामरेड और धर्मेंद्र व्यास भी मौजूद थे। थावरिया बाजार क्षेत्र के रहवासियों ने दोनों ही पार्षदों को घेर लिया और मंदिर परिसर में क्लीनिक बनाए जाने पर आपत्ति जताई। उनका आरोप था कि मंदिर परिसर व बगीचे में क्लीनिक बनाने का प्रस्ताव पार्षद द्वारा ही दिया गया है लेकिन दोनों पार्षदों ने इस बात से अनभिज्ञता जताते हुए खुद का बचाव किया। इससे लोग भड़क गए। उन्होंने वहां आए महापौर प्रहलाद पटेल के समक्ष भी नाराजगी जताई और साफ शब्दों में कह दिया कि वे मंदिर परिसर में क्लीनिक नहीं बनने देंगे। लोगों को गुस्सा देख दोनों पार्षद वहां से सरक लिए। महापौर पटेल ने उन्हें समस्या के समाधान के लिए आश्वस्त किया और हाथ भी जोड़े।
2 माह से कर रहे विरोध, महापौर को ज्ञापन भी दिया था
थावरिया बाजार क्षेत्र के रहवासियों द्वारा बगीचे में मंदिर के पास संजीवनी क्लीनिक का विरोध 2 माह से किया जा रहा है। 15 मार्च 2023 को मंदिर की युवा समिति के सदस्यों ने महापौर प्रहलाद पटेल से मिलकर उन्हें ज्ञापन भी दिया था। उनके द्वारा आश्वासन दिया गया था कि बगीचे में किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं किया जाएगा लेकिन मगर गुरुवार दोपहर में ठेकेदार के लोग फिर से बगीचे में काम करने पहुंच गए। लोगों ने नाराजगी जताई और पार्षद हितेश कामरेड तथा नगर निगम प्रशासन की मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
यह है तर्क है लोगों का
क्षेत्र की शिखा जोशी ने बताया कि क्षेत्र में एकमात्र बगीचा है। यहां धार्मिक आयोजन होते हैं। शहर का सबसे बड़ा जैन मंदिर भी यही हैं। यहां पार्किंग की भी सुविधा नहीं है। बगीचे के पास ही पानी की टंकी और संपवेल है। टंकी बेहद जर्जर है जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद पार्षद यहीं पर संजीवनी क्लीनिक बनाने पर अड़े हैं।
क्लीनिक बनाकर जमीन हड़पने का प्रयास
राहुल जैन ने कहा कि क्लीनिक का विरोध नहीं है। जिस स्थान पर क्लीनिक बनाया जा रहा है, वह मंदिर के पास है। अन्य जगह पर संजीवनी क्लीनिक बनाया जाना चाहिए। लोगों का आरोप है कि क्लीनिक बनाकर जगह हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान सुमित्रा चौहान, शिखा जोशी, अनीता राठौर, गायत्री गौड़, सरला शर्मा, रेखा तिवारी, जयदीप गुर्जर, रवि सेन, रवि पंवार, रौनक शर्मा, प्रद्युम्न शर्मा, राहुल जैन, मनीष सिंह, मुकेश व्यास, मोंटी जायसवाल, मोनू मराठा आदि शामिल थे।