मामला GD हॉस्पिटल का : आदतन अपराधी ने पहले ICU के दरवाजे पर लात मारी फिर कैंची से स्टाफ को धमकाया, हंगामा ऐसा किया कि मच गया बवाल

मरीज द्वारा बंधक बनाए जाने सहित अन्य आरोप लगाए जाने के मामले में रतलाम के डीजी हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा शनिवार को मीडिया के समक्ष पक्ष रखा गया। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज दिखाने के साथ ही हंगामा करने वाले मरीज के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में भी खुलासा किया।

मामला GD हॉस्पिटल का : आदतन अपराधी ने पहले ICU के दरवाजे पर लात मारी फिर कैंची से स्टाफ को धमकाया, हंगामा ऐसा किया कि मच गया बवाल
जीडी अस्पताल में मरीज कैंची से स्टाफ को धमकाते हुए और फिर दरवाजे पर लात मारते हुए।

- जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज से बेहाशी की हालत में आया था निजी अस्पताल

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के 80 फीट रोड स्थित जीडी अस्पताल के आइसीयू से अर्द्धनग्न अवस्था में बाहर निकल कर सड़क पर हंगामा करने वाले मरीज को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में सिलसिलेवार खुलासा किया। अस्पताल संचालक एवं ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. लेखराज पाटीदार ने बताया कि हंगामा कर वीडियो वायरल करने वाला मरीज मारपीट का आरोपी होकर आदतन अपराधी है। डॉ. पाटीदार ने मरीज के भर्ती होने से लेकर हंगामा करने तक के सीसीटीवी फुटेज भी दिखाए। उन्होंने बताया कि मरीज आदतन अपराधी होकर उसके विरुद्ध थाने में पहले से ही प्रकरण दर्ज हैं। पत्रकार वार्ता में आईएमए अध्यक्ष डॉ. गोपाल यादव, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र शाह एवं डॉ. ओनिल सराफ भी मौजूद थे।

डॉ. लेखराज पाटीदार ने बताया कि 3 मार्च 2025 को सुबह करीब 10.11 बजे बंटी निनामा नाम के एक मरीज को उसके परिजन शासकीय मेडिकल कॉलेज से बेहोशी की हालत में इलाज के लिए लाए थे। मरीज बेहोशी की हालत में होने से उसे इमरजेंसी कक्ष में चिकित्सकों ने चैक किया और आईसीयू में भर्ती करवाया। यहां परिजन से पता चला कि मरीज बंटी के खिलाफ दीनदयालनगर थाने पर एक रात पहले प्रकरण दर्ज हुआ है। यह पता चलते ही उसकी एमएलसी रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए दीनदयालनगर थाने सूचना दी गई और मरीज का उपचार भी शुरू कर दिया गया।

आईसीयू में उपचाररत मरीज बंटी निनामा।

कैंची उठा कर स्टाफ पर किया हमले का प्रयास

सुबह करीब 11.40 बजे दीनदयालनगर थाने से अखिलेश पाटीदार नामक एक पुलिसकर्मी मरीज के बयान लेने अस्पताल पहुंचे। चूंकि मरीज बेहोशी की हालत में था और नाम पुकारे जाने पर भी नहीं उठा तो पुलिसकर्मी बिना बयान लिए ही रवाना हो गए। उनके जाने के बाद दोपहर करीब 12.45 बजे मरीज अचानक उठा और चिलाने लगा कि उसे यहां क्यों रखा गया है। यह देश वहां मौजूद स्टाफ और डॉक्टरों ने उसे संभालने और समझाने का प्रयास किया लेकिन वह आक्रामक हो गया। अतः उसके परिजन को अंदर बुलाया लेकिन मरीज बंटी ने आईसीयू में रखी कैंची हाथ में उठा ली और स्टाफ की ओर लपका और हमला करने का प्रयास किया। उसने अपनी बहन को भी मारा।

मरीज बंटी अचानक बेड से उतरा और यूरिन बैग खोल लिया (पहला चित्र), उसके बाद वह सर्जरी टेबल के पास पहुंचा (दूसरा चित्र) और सर्जरी टेबल से कैंची उठा ली और अपने परिजन और स्टाफ को धमकाया (तीसरा चित्र)।

अस्पताल पर लगाए भ्रामक आरोप

डॉ. पाटीदार ने बताया कि मरीज लगातार हंगामा करते हुए अर्द्धनग्न अवस्था में ही आईसीयू से नीचे उतरा और रिसेप्शन कक्ष के सामने हंगामा करने लगा। यहां उसने नर्स को भी धमकाया। बाद में अस्पताल से बाहर निकल कर मुख्य गेट के सामने अस्पताल के खिलाफ भ्रामक आरोप लगाने लगा। गाली-गलौच भी की। इतना ही नहीं उसने वीडियो बनाकर वायरल भी कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम में अस्पताल स्टाफ, मरीज और उनके परिजन काफी डर गए थे। अस्पताल प्रबंधन द्वारा सूचना देने पर पहुंचे पुलिसकर्मी भी उसे संभाल नहीं पा रहे थे।

अस्पताल के बाहर हंगामा करता मरीज बंटी निनामा।

बंधक बनाने का आरोप गलत

डॉ. पाटीदार ने कहा कि मरीज को बंधक बनाने का आरोप लगाया जा रहा है जो कि सरासर गलत है। यदि बंधक बनाया गया होता तो उसके परिजन पहले ही पुलिस को शिकायत कर सकते थे जब वे उसके बयान लेने आए थे। पाटीदार के अनुसार मरीज के बारे में थाने से रिकॉर्ड निकलवाया है जिसके अनुसार वह आपराधिक प्रवृत्ति का होकर उसके विरुद्ध पॉक्सो सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज हैं।

निष्पक्ष जांच हो

डॉ. पाटीदार ने बताया कि उक्त मामले में की जा रही जांच में अस्पताल प्रबंधन हर स्तर पर सहयोग कर रहा है। अस्पताल द्वारा सीसीटीवी फुटेज सहित उसके उपचार आदि के दस्तावेज भी संबंधित को उपलब्ध करवा दिए गए थे। आईएमए अध्यक्ष डॉ. यादव ने कहा कि हमारी संस्था डॉ. पाटीदार के साथ खड़ी है। इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि डॉक्टरों में भय का माहौल न रहे।