सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारती हैं : कुमावत
रतलाम के उत्कृष्ट विद्यालय में सतत एवं व्यापक अधिगमन व मूल्यांकन शिविर आयोजित किया जा रहा है। 10 दिनी शिविर 18 मई तक चलेगा। इसमें 300 प्राचार्य और शिक्षक भाग ले रहे हैं।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । विभिन्न सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारती हैं। इससे राष्ट्र प्रेम की भावना भी जागृत होती है। यह देश के विकास में सहायक सिद्ध होती है।
यह बात उत्कृष्ट विद्यालय में 10 दिवसीय सतत एवं व्यापक अधिगमन व मूल्यांकन के उदघाटन के अवसर पर उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य सुभाष कुमावत ने कही। सी. एल. सलित्रा ने कहा कि शिक्षकों के द्वारा किए गए नवाचार से उनकी स्वयं की भी प्रगति संभव होती हैं और विद्यार्थियों में भी नया आत्मविश्वास उत्पन्न होता हैं। नोडल अधिकारी अशोक लोढ़ा ने कहा कि प्रशासन द्वारा किया गया यह कार्य विद्यार्थियों को सही दिशा में ले जाने वाला कदम है। भोपाल से आये अधिकारी राकेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे।
गतिविधियों में ये रहे विजेता
शिविर के प्रथम दिन शिक्षक एवं प्राचार्य के लिए लेखन कौशल, प्रश्नोत्तरी, लोकगीत, निबंध स्पर्धा, प्राथना सभा जैसी गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसमें जितेन्द्र जोशी, मुकेश खराड़ी, संजय शर्मा, प्रकाश पंचोली, मुकेश डामोर, लक्ष्मीनारायण प्रजापति, अर्चना टांक, अर्पित जैन विजेता रहे।
300 से अधिक प्राचार्य और शिक्षक ले रहे भाग
शिविर का प्रारंभ अतिथि ने सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया। शिविर 18 मई तक चलेगा। इसमें जिले के 300 से अधिक प्राचार्य व शिक्षक भाग ले रहे हैं। शिविर में मास्टर ट्रेनर के रूप में समरथ सिंह भूरिया, ममता अग्रवाल, अनीता सागर, शशिकला रावल, आर. एन. केरावत, गोपाल वर्मा, अशोक बंसल, सरोज शर्मा, आरती सिसौदिया, नीलू वर्मा, कमल सिंह राठौड़, अनुसूइया पिपरीवाल, बाबूलाल राठौड़, संतोष अधिकारी, मधु परिहार, ललित मेहता, रितेश कुमार उपस्थिति थे। संचालन विनीता ओझा ने किया।