महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी के समर्थन पर हिंदू समाज सड़क पर, मंत्रोच्चार के साथ अखबार की प्रतियां जलाईं

श्री महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी का वीडियो वायरल होने की खबर प्रकाशित करने से नाराज हिंदू संगठनों ने संबंधित अखबार जलाकर विरोध जताया।

महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी के समर्थन पर हिंदू समाज सड़क पर, मंत्रोच्चार के साथ अखबार की प्रतियां जलाईं
अखबार जलाते हिंदू संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता।

दक्षिणा जेब में रखने का कथित वीडियो वायरल करने, समाचार छापने और प्रशासन द्वारा नोटिस देने से उपजा आक्रोश

एसीएन टाइमस @ रतलाम। करोड़ों की धन-दौलत से सजने वाले महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी के खिलाफ खबर प्रकाशित और प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किए जाने से हिंदू समाज में आक्रोश है। शनिवार को हिंदू संगठनों ने पुजारी के समर्थन में कोर्ट चौराहे पर प्रदर्शन (Demonstration against newspaper and administration) किया। मंत्रोच्चार के साथ पुजारी का दक्षिणा जेब में रखने का कथित वीडियो वायरल करने और खबर छापने वाले एक मीडिया समूह के समाचार-पत्र की प्रतियां जलाईं।

मामला शहर के माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी संजय पुजारी का है। पुजारी को प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। आरोप है कि दीपोत्सव के दौरान महालक्ष्मी मंदिर में नियुक्त पुजारी ने भक्तों द्वारा चढ़ाई गई दक्षिणा की राशि अपनी जेब में रख ली। दावा किया जा रहा है कि एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पुजारी दक्षिणा की राशि अपनी जेब में रखते नजर आ रहा है। प्रशासन ने इस वीडियों को सही मानते हुए पुजारी को नोटिस जारी किया है। इससे हिंदू संगठनों में आक्रोश है और ब्राह्मण समाज भी पुजारी के समर्थन में आ गया है।

कोर्ट तिराहे पर प्रदर्शन किया, कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन सौंपा

शनिवार को हिंदू संगठन, ब्राह्मणजन व पुजारी कोर्ट तिराहे पर एकत्र हुए। यहां पर समाचार-पत्र और प्रशासन के खिलाफ (Demonstration against newspaper and administration) प्रदर्शन कर नारेबाजी की। पुजारियों ने सद्दबुद्धि के लिए मंत्रोच्चार के साथ संबंधित समाचार-पत्र की प्रतियां जलाईं। जय-जय श्री राम के नारे भी लगाए। इसके बाद सभी कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में खबर लिखने वाले पत्रकार और समाचार-पत्र पर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की।

षड्यंत्रकारी कर रहे ब्राह्मण का अपमान, शासन-प्रशासन हक पर अतिक्रमण कर रहा

प्रदर्शन के दौरान मौजूद पंडितों व पुजारियों ने कहा कि कुछ षड्यंत्रकारी ब्राह्मण देवता का अपमान करते आ रहे हैं। ब्राह्मण लंबे समय से यह अपमान सह रहा है। शासन-प्रशासन द्वारा भी ब्राह्मणों के हक पर अतिक्रमण किया जा रहा है। जो पैसा ब्राह्मणों के हित में उपयोग होना चाहिए वह सरकार अपने अधीन कर रही है। मंदिर में भक्त श्रद्धा और स्वेच्छा से ब्राह्मणों को दक्षिणा दे रहे हैं। सरकार इस पर भी प्रतिबंध लगाना चाह रही है।

यह सिर्फ पुजारी का नहीं, पूरे हिंदू समाज का अपमान

ज्ञापन में पुजारियों और हिंदू संगठन ने बताया कि मंदिर में सरकारी दानपात्र रखा है। बावजूद कोई व्यक्ति ब्राह्मणों के हित में उनके लिए कुछ देना चाहते हैं तो उस पर भी सरकार दृष्टि जमाए हुए है। इसीलिए मंदिरों का पैसा मंदिरों और समाज कल्याण के लिए ही उपयोग होना चाहिए। प्रदर्शन करने वालों ने कहा कि एक समाचार ने लक्ष्मी मंदिर के पुजारी को दक्षिणा राशि को जेब मे रखते हुए दिखाया जो सिर्फ व्यक्ति विशेष का अपमान न होकर समस्त ब्राह्मणों और पुजारियों का अपमान है।

प्रदर्शन और ज्ञान देने के दौरान ये रहे मौजूद

इस दौरान वैदिक जाग्रति ज्ञानविज्ञान पीठ के संस्थापक अध्यक्ष पं. संजय शिवशंकर दवे, पं. हरीश चतुर्वेदी, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा राष्ट्रीय जिला अध्यक्ष पंडित दीपक उपाध्याय, हिंदू संगठन की तरफ से आशीष सोनी, राजेश कटारिया, हरीश शर्मा, रोहित दुबे, चेतन शर्मा, निशिकांत शर्मा, मनोज सगरवंशी, सौरभ चौबे, कुलदीप माहेश्वरी, नित्येन्द्र आचार्य, कमलेश जोशी, अशोक गुर्जर सहित अन्य मौजूद थे।