संरक्षा ही प्राथमिकता : लक्ष्मीबाई नगर रेलवे यार्ड में दो ब्रिजों पर स्टील गर्डर के स्थान पर डाले पीएससी स्लैब, ट्रैक व ब्रिज का मेंटेनेंस होगा आसान, सुरक्षा भी बढ़ेगी
संरक्षा और सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे द्वारा रतलाम मंडल के ब्रिजों से पुराने स्टील गर्डर हटा कर पीएससी स्लैब डाले जा रहे हैं। पिछले दिनों लक्ष्मीबाईनगर यार्ड के दो ब्रिज पर पीएससी स्लैब डाले गए।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम रेल मंडल के लक्ष्मीबाईनगर स्टेशन यार्ड में दो ब्रिजों से पुराने स्टील गर्डर और स्टील चैनल स्लीपर हटाकर पीएससी स्लैब डाले गए हैं। अलग-अलग हिस्सों में कुल 17 घंटे ब्लॉक लेकर 2 ब्रिज में 35 पीएससी स्लैब व 14 रिटेनर वॉल डाले गए हैं। रेलवे का दावा है कि इससे मेंटेनेंस में ज्यादा समय नहीं लगेगा और सुरक्षा भी बढ़ेगी।
रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया ट्रेन संचालन में संरक्षा सर्वोपरी है। इस लक्ष्य की शत-प्रतिशत प्राप्ति के लिए पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल पूरी तन्मयता के साथ कार्य कर रहा है। इसके लिए जरूरत के अनुसार रोड अंडर ब्रिज/ओवर ब्रिज, रेल लाइनों एवं ब्रिजों का मरम्मत जैसे कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। इसी क्रम में ब्रिजों पर लगे पुराने स्टील गर्डर के स्थान पर नए पीएससी स्लैब डालने का कार्य भी किया जा रहा है।
इन ब्रिजों पर हुआ काम
पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के लक्ष्मीबाईनगर स्टेशन यार्ड में ब्रिज संख्या 98 एवं 99 पर स्टील गर्डर एवं स्टील चैनल स्लीपर डाला गया था। स्टील गर्डर एवं स्टील चैनल स्लीपर में ट्रैक के मेंटेनेंस पर ज्यादा ध्यान एवं समय देना पड़ता है। इन दोनों ब्रिजों पर पुराने स्टील गर्डर एवं स्टील चैनल स्लीपर को हटाकर पीएससी स्लैब डालने का कार्य किया गया। पीएससी स्लैब पर बैलास्ट ट्रैक डाला गया है जिसके कारण ट्रैक एवं ब्रिज के मरम्मत की बारंबारता में कमी आएगी तथा संरक्षा की दृष्टि से भी अच्छा है।
2 ब्रिज में डाले 35 स्लैब व 14 रिटेनर वॉल डाले
ब्रिज संख्या 98 पर स्लैब डालने के लिए 5/6 जनवरी को 6 घंटे का ब्लॉक लेकर 10 स्लैब एवं 4 रिटेनर वॉल डाले गए तथा 4 पुराने स्टील गर्डर निकाले गए। इसी प्रकार ब्रिज संख्या 99 पर पीएससी स्लैब डालने के लिए 11 घंटे का ब्लॉक लेकर 25 स्लैब एवं 10 रिटेनर वॉल डाले गए जबकि 10 पुराने स्टील गर्डर निकाले गए।
निर्धारित ब्लॉक अवधि में हो गया काम
इस तरह दोनों ब्रिजों पर गर्डर निकालने तथा स्लैब डालने का कार्य लिए गए ब्लॉक अवधि में संपन्न कर ट्रेनों की संरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया गया। इंजीनियररिंग विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही ट्रेन संचालन एवं संरक्षा से जुड़े अन्य विभागों समन्वय के कारण इस कार्य को निर्धारित समयावधि में पूरा किया गया।