मांगें सभी के काम की : भाजपा ने पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र सौंपकर की यात्री सुविधाओं की मांग, जानिए- क्या सुझाव दिए
भाजपा पदाधिकारियों ने पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा को पत्र सौंप कर यात्री सुविधाओं में विस्तार करने की मांग की।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र के रतलाम आगमन पर भारतीय जनता पार्टी ने पत्र सौंपा। इसमें यात्री सुविधा को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं। इसमें टिकट एवं आरक्षण कार्यालय का स्थान बदलने की आवश्यकता जताई गई है।
महाप्रबंधक मिश्रा को पत्र जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय के नेतृत्व में दिया गया। इस मौके पर जिला महामंत्री निर्मल कटारिया, पूर्व जिला अध्यक्ष बजरंग पुरोहित, यात्री सलाहकार समिति सदस्य मनोहर पोरवाल, हेमंत राहोरी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। भाजपा ने पत्र में बताया कि वर्तमान में टिकट घर एवं आरक्षण कार्यालय का स्थान परिवर्तन कर प्लेटफॉर्म नं. 4 से लगे पुराने बड़े माल गोदाम के यहां शिफ्ट करना उचित होगा। इससे पर्याप्त यात्रियों को सुविधा होगी। भाजपा नेताओं ने कहा कि पुराने जावरा फाटक से प्लेटफॉर्म नं. 1 व 2 पर जाने के लिए मार्ग खोलने की मांग भी की। प्लेटफॉर्म की लम्बाई अधिक होने से मुख्य टिकट घर से इंदौर की तरफ जाने वाले यात्रियों को अधिक पैदल चलना पड़ता है।
भोपाल के लिए रात 10 बजे चले नई ट्रेन
भाजपा नेताओं ने पत्र में बताया कि रेलवे द्वारा निर्धारित दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों के लिए प्रीमियम पार्किंग दर अधिक है, अतः इसे कम किया जाना आवश्यक है। रतलाम जंक्शन से जुड़े 6-7 जिलों के यात्रियों को भोपाल जाने के लिए ट्रेनों की संख्या भी बहुत कम है, अतः रात 10 बजे नई ट्रेन चलाई जाए। इससे सुबह भोपाल पहुंच कर वे लोग कार्य पूर्ण कर सकेंगे। इसका राजनैतिक एवं प्रशासनिक लाभ भी होगा। भाजपा नेताओं ने महाप्रबंधक उनका स्वागत कर रतलामी नमकीन भी भेंट किया।
ये मांगें भी रखी
- पूर्व में संचालित 19023 फिरोजपुर-मुम्बई जनता एक्सप्रेस को पुनः चालू किया जाए।
- ग्रीष्म ऋतु में यात्रियों की सुविधा हेतु सभी प्लेटफॉर्म पर सामाजिक संस्थाओं को जल सेवा हेतु स्थान उपलब्ध कराया जाए, जिससे भीषण गर्मी में यात्रियों को पानी खरीदना ना पड़े।
- दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनें जो नागदा में रुकती हैं, उन्हें रतलाम तक बढ़ाया जाए। इससे दक्षिण भारत से रतलाम की कनेक्टिविटी बढ़ेगी।