पत्रकार एकता : पत्रकार दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा की प्रीमियम बढ़ाने के विरोध में रतलाम प्रेस क्लब ने ज्ञापन सौंपा, फर्जी व ब्लेकमेलर पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की

रतलाम प्रेस क्लब द्वारा मुख्यमंत्री और कलेक्टर के नाम अलग-अलग ज्ञापन सौंपे गए। इनमें मप्र सरकार की पत्रकार बीमा योजना की बढ़ाई गई प्रीमियम राशि घटाने, फर्जी व ब्लैकमेलर पत्रकारों पर कार्रवाईकी मांग की गई। करने और पत्रकार विरुद्ध दर्ज एफआईआर की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।

पत्रकार एकता : पत्रकार दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा की प्रीमियम बढ़ाने के विरोध में रतलाम प्रेस क्लब ने ज्ञापन सौंपा, फर्जी व ब्लेकमेलर पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की
रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष एवं सदस्य मुख्यमंत्री और कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव को सौंपते हुए।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । पत्रकार दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा की प्रीमियम राशि बढ़ाने के विरोध सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर रतलाम प्रेस क्लब ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कलेक्टर राजेश बाथम के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान संस्था के फर्जी पत्रकारों और पत्रकारिता के नाम पर ब्लैकमेल करने वालों पर कार्रवाई की मांग भी की।

रतलाम प्रेस क्लब के बैनर तले बड़ी संख्या में पत्रकार कोर्ट चौराहे पर एकत्र हुए। यहां से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पंहुचे, जहां उन्होंने एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपे। कलेक्ट्रेट में पत्रकारों ने एकता के नारे भी लगाए। ज्ञापन का वाचन रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी ने किया। इसमें बताया कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पिछले कई वर्षों से प्रदेश के अधिमान्य और गैर अधिमान्य पत्रकारों को मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के माध्यम से पत्रकार स्वास्थ एवं दुर्घटना समूह बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा है। पॉलिसी नवीनीकरण के लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा 5 सितंबर को विस्तृत सूचना जारी कर दी गई है। इसमें गत वर्ष की तुलना में प्रीमियम राशि में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी की गई है, जो न्यायसंगत नहीं है। संबंधित बीमा कंपनी से चर्चा कर इसे कम करवाया जाना चाहिए।

10 से 15 फीसदी की कर दी वृद्धि

ज्ञापन में बताया गया है कि इस बार अधिमान्य पत्रकारों के लिए कुल प्रीमियम राशि में 25 प्रतिशत अंशदान की व्यवस्था रखी गई है, जबकि गत वर्ष नवीनीकरण के लिए अधिमान्य पत्रकारों का अंशदान मात्र 15 प्रतिशत ही था। गत वर्ष की तुलना में यह 10 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार गैर अधिमान्य मीडियाकर्मियों के हिस्से की प्रीमियम राशि भी 35 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दी गई है। पत्रकारों के आर्थिक हालात वैसे ही ठीक नहीं हैं, ऐसे में उनके अंशदान में बढ़ोतरी का बोझ उठा पाना संभव नहीं है।

...क्योंकि उपचार लगातार हो रहा महंगा

ज्ञापन में यह भी बताया कि चिकित्सा का खर्च दिनोंदिन बढ़ रहा है। बीमा राशि 4 लाख रुपए से बढ़ाकर 6 लाख रुपए की जाना चाहिए। बीते कुछ वर्ष में उपचार महंगा हो गया है। अतः प्रीमियम राशि तत्काल संशोधित कर अधिमान्य पत्रकारों के हिस्से की राशि 25 प्रतिशत से कम कर 15 प्रतिशत और गैर अधिमान्य मीडियाकर्मियों के हिस्से की राशि 50 प्रतिशत से कम 35 प्रतिशत की जाए।

फर्जी और ब्लेकमेलर के खिलाफ हो कार्यवाही

प्रेस क्लब ने कलेक्टर बाथम के नाम भी एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई कि जिले में फर्जी एवं ब्लैकमेलर पत्रकारों पर रोक लगाई जानी चाहिए। इसके लिए जनसम्पर्क विभाग द्वारा सूची एवं समाचार प्रदाय ई-मेल एड्रेस को तत्काल अपडेट करवाया जाए। फर्जी पत्रकार एवं सोशल मीडिया इंन्फ्लुएंसर सरकारी कार्यक्रमों आकर गैर जिम्मेदारी से तथ्यों को प्रस्तुत करते हैं। कई फर्जी पत्रकार संगठन बिना वेरिफिकेशन के कार्ड एवं वाहन पर चिपकाने वाले मीडिया स्टीकर भी धड़ल्ले से जारी कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाही की जाए।

टोल बूथ को दें सख्त निर्देश

यह भी बताया कि रतलाम के पत्रकारों को जिलेभर में कवरेज के लिए जाना पड़ता है। इस दौरान जिले में स्थित टोल बूथ के कर्मचारी उनसे गलत बर्ताव करते हैं। प्रशासन टोल बूथ को सख्त निर्देश जारी करे ताकि अधिमान्य पत्रकारों के साथ ही संस्थान के कार्डधारी पत्रकारों को बेरोकटोक आवागमन कर सकें। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन निरीक्षण के लिए मीडिया टूर का समय-समय पर आयोजन किया जाए। विभिन्न सरकारी समितियों में रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष, सविच या उनके द्वारा नामित पत्रकारों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए।

एफआईआर के मामले की निष्पक्ष जांच हो

रतलाम प्रेस क्लब के सदस्य पत्रकार जयदीप गुर्जर पर 7 सितम्बर 2024 को रात्रि में रतलाम शहर में हुए उपद्रव के मामले में दर्ज किए गए प्रकरण को लेकर भी ज्ञापन सौंपा गया। इसमें मांग की कि लोकतंत्र में पत्रकारों की भूमिका महत्वपूर्ण है एवं भयमुक्त तरीके से सभी अपना कार्य कर सकें, इसके लिए रतलाम प्रेस क्लब सदैव प्रयास करता रहता है। जयदीप गुर्जर एक सक्रिय पत्रकार हैं और घटना के दौरान अन्य पत्रकारों की तरह ही वहां कवरेज के लिए मौजूद थे। इस मामले में निष्पक्ष जांच कर पत्रकार साथी पर हुई एफआईआर का खात्मा किया जाए।

ये सभी रहे मौजूद

ज्ञापन देने के दौरान रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी, सचिव यश शर्मा बंटी, कोषाध्यक्ष राजेंद्र केलवा, उपाध्यक्ष सुजीत उपाध्याय, अमित निगम, सहसचिव मुबारिक शेरानी, कार्यकारिणी सदस्य हेमंत भट्ट, दिनेश दवे, राजेश पोरवाल, दिव्यराज सिंह राठौर, सिकंदर पटेल, चंद्रेशेखर सोलंकी, प्रदीप नागौरा, शुभ दशोत्तर, वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व अध्यक्ष शरद जोशी, राजेश जैन, राजेश मूणत, सुरेंद्र जैन, रमेश टांक, ऋषिकुमार शर्मा, गोविंद उपाध्याय, रामाकांत शुक्ला, हेरंबसिंह सेंगर, ओम त्रिवेदी, अदिति मिश्रा, तुषार कोठारी, विजय मीणा, नरेंद्र जोशी, नीरज कुमार शुक्ला, सौरभ कोठारी, भेरूलाल टांक, सुधीर जैन, डी. एन. पंचोली, के. के. शर्मा, जितेंद्र श्रीवास्तव, संजय पाठक, कमल सिंह जाधव, सुशील खरे, हेमंत कोठारी, राजेश पुरोहित, अर्पित चौबे, विनोद वाधवा, नीलेश बाफना, यशवंत सिंह राठौर, भुवनेश पंडित, विवेकानंद चौधरी, सुरेश बौरासी, चिंटू मेहता, स्वदेश शर्मा, दिग्विजय सिंह सेंगर, नवीन टांक, अशोक शर्मा, राजू अग्रवाल, संजय मिश्रा, मोंटी पारे आदि मौजूद थे।