अनूठा संगम : साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के मिलन समारोह में बिखरी मालवा की महक, मालवा लिटरेचर कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा बनी

राजा भोज जन कल्याण सेवा समिति रतलाम द्वारा कला, साहित्य एवं संस्कृति का अनूठा दीप मिलन समारोह आयोजित किया गया। इसमें कलाकारों ने विभिन्न प्रस्तुतियां दीं। कला, साहित्य एवं सांस्कृति संस्थाओं का स्मान भी किया गया।

अनूठा संगम : साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के मिलन समारोह में बिखरी मालवा की महक, मालवा लिटरेचर कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा बनी
कला, सहित्य और सांस्कृतिक संस्थाओं के दीपावली मिलन समारोह में विभिन्न संस्थाओं के प्रमुखों का हुआ स्मान।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मालवांचल की संस्थाओं का दीपावली मिलन समारोह कला, साहित्य, संस्कृति के त्रिवेणी समागम के रूप में संपन्न हुआ। इस दौरान तीनों ही क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने प्रस्तुतियां दीं। आयोजन में शामिल हुईं सभी संस्थाओं के प्रमुखों का अभिनंदन भी किया गया। भविष्य में मालवा लिटरेचर कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा भी बनी।

यह ऐतिहासिक आयोजन राजाभोज जन कल्याण सेवा समिति ने श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूत बोर्डिंग एवं श्री त्रिवेदी आर्ट्स मूर्तीकला केन्द्र के सहयोग से किया। मुख्य अतिथि शहर एसडीएम अनिल भाना रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ द्वीप प्रज्ज्वलन जी. जी. सिंह आम्बा, विष्णु बैरागी, कैलाश व्यास, डॉ. प्रदीपसिंह राव, डॉ. सुलोचना शर्मा, सुशील छाजेड़ ने किया। सरस्वती वंदना अवनि व्यास ने प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि भाना का स्वागत राजाभोज जन कल्याण सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र सिंह पंवार ने अंगवस्त्र भेंट कर किया। अन्य अतिथियों का स्वागत आयोजन समिति के राजेन्द्रसिंह बासिन्द्रा, अभिभाषक राजेश शर्मा, नरेन्द्रसिंह राठौर (पिपलौदा), भवानीप्रतापसिंह सरवन, सत्यदीपसिंह ‘शक्ति बना’ (पार्षद), गजेन्द्रसिंह चौहान, सुनील शर्मा, भूपेन्द्रसिंह नरेड़ी, गजेन्द्रसिंह मसवाड़िया, राजेन्द्रसिंह जोधा (लुनेरा), अजयपाल सिंह मसवाड़िया, करणीसिंह जोधा (लुनेरा), मनीष दसपुत्रे, संग्रामसिंह राठौर, राजेन्द्र शर्मा, संजय शर्मा एवं आशीष जैन ने किया।

आयोजन के उद्देश्य की सार्थकता हुई साबित- नरेंद्रसिंह पंवार

स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम संयोजक नरेन्द्रसिंह डोडिया ने कहा कि सक्रिय संस्था किसी भी अन्य संस्था की प्रतिद्वंद्वी न होकर यदि एक-दूसरे की पूरक होकर कार्य करें तो निश्चित ही अच्छे परिणाम आएंगे। यह कार्यक्रम इसी का सूचक है। राजा भोज जन कल्याण सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंवार ने आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मालवांचल की कला, साहित्य एवं सांस्कृतिक संस्थाओं की सक्रिय उपस्थित ने समारोह आयोजित करने के उद्देश्य की सार्थकता साबित की है। समारोह में अंचल के कलाकारों ने साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।

गीत-गजल की दी प्रस्तुति

अवनि उपाध्याय, अशोक शर्मा, सुनीता, जयवंत गुप्ते, हेमन्त जोशी, मुकेश गेहलोत (धानासुता), डॉ. आनंद त्रिवेदी, नित्येन्द्र आचार्य, दिनेश बारोठ (बड़ी सरवन), संजय परसाई ‘सरल’, नीतेश जोशी (बड़नगर), दुर्गेश सुरोलिया, उल्लास उपाध्याय आदि ने गीत-ग़ज़ल की प्रस्तुति दी। ब्रजेश गौड़ ने बांसुरी वादन किया।

कविता पाठ एवं लघुकथा वाचन किया

डॉ. प्रवीणा दवेसर, प्रकाश हेमावत, श्यामसुंदर भाटी, इन्दु सिन्हा, सुरेश माथुर, रणजीतसिंह राठौर, विनोद झालानी, माही व्यास, रमेश मनोहरा, आई. एल. पुरोहित, प्रद्युम्न भट्ट, कैलाश वशिष्ठ, योगिता राजपुरोहित, नूतन मजावदिया, सुनील जमड़ा, ललिता कुशवाह, महिपालसिंह भैंसाडाबर, लक्ष्मण पाठक आदि ने किया।

इन संस्थाओं के प्रमुखों का हुआ सम्मान

सहभागिता करने वाली प्रमुख संस्थाओं में श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूत बोर्डिंग रतलाम के धर्मेन्द्रसिंह बागेड़ी एवं अजीतसिंह चुंडावत, हमलोग संस्था के सुभाष जैन, महाराजा श्री रतनसिंहजी बलिदान दिवस समारोह से धीरेन्द्रसिंह राठौर, डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन शोध संस्थान की डॉ. शोभना तिवारी, युगबोध नाट्य कला मंच के ओमप्रकाश मिश्र, शिक्षक सांस्कृतिक मंच के दिनेश शर्मा व के. सी. ठाकुर, सुनें-सुनाएं के विष्णु बैरागी, जनवादी लेखक संघ के रणजीत सिंह राठौर, तुलसी साहित्य अकादमी एवं यज्ञ मां कला निकाय की खुशबू सोनी, महक संस्था के मोड़ीराम सोलंकी ‘एकांत’, अनूभूति संस्था के डॉ. मोहन परमार, पाठक मंच की रश्मि पाठक, स्वर्गीय अरुण भार्गव स्मृति हिन्दी प्रचार प्रसार समिति के डॉ. मुनीन्द्र कुमार दुबे, सुषमा साहित्य संस्था के यादव, स्वर्गीय जयकिरण स्मृति संस्था बड़नगर के नीतेश जोशी, अनुनाद संगीत संस्था के अजीत जैन, वनमाली सृजनपीठ जिला शाखा रतलाम के आशीष दशोत्तर, स्वर शृंगार के संजय परसाई ‘सरल’, व्योम फिल्म निर्माण संस्था के मुकेश व्यास, राठौर फिल्म निर्माण संस्था सैलाना के राजेन्द्रसिंह राठौर, कवच फिल्म निर्माण के नरेन्द्र शर्मा, झाबुआ फिल्म निर्माण के रीतेश बैरागी, अंतरंग भजन मंडल, टैलेंट ऑफ रतलाम व नीला दरिया के अलेक्क्षेन्द्र व्यास, फोटोग्राफी के लिए राकेश पोरवाल, लगन शर्मा और दिलीप सिंह राजावत का सम्मान संस्था अध्यक्ष पंवार ने प्रशस्ति-पत्र एवं लिटरेचर फोल्डर भेंट कर किया। मुख्य अतिथि को संकल्प-पत्र की प्रति प्रदान कर शहर में साहित्यिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भवन उपलब्ध करवाने की मांग रखी। 

इनकी पुस्तकें रहीं अवलोकनार्थ

डॉ. जयकुमार जलज, प्रो. अज़हर हाशमी, डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, डॉ. प्रदीपसिंह राव, प्रो. रतन चौहान, डॉ. मणिशंकर आचार्य, डॉ. दिनकर सोनवलकर, प्रतीक सोनवलकर, पंकजा सोनवलकर, डॉ. जयकिरण जोशी, सिद्दीक रतलामी, खुशबू जांगलवा, रश्मि पंडित के कविता कहानी संग्रह, ललित भाटी एवं नरेन्द्रसिंह पंवार की ऐतिहासिक कृतियां रखी गईं।

इनकी रही उपस्थिति

विशेष उपस्थिति डॉ. वाकणकर शोध संस्थान भोपाल के शोध अधिकारी ध्रुवेन्द्रसिंह जोधा, डॉ. खुशाल सिंह पुरोहित, ऋषभ झालानी की रही। श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूत बोर्डिंग रतलाम एवं त्रिवेदी आर्ट्स मूर्ति कला का विशेष सहयोग रहा। राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति द्वारा आगामी वर्ष में सभी संस्थाओं के सहयोग से "मालवा लिटरेचर कार्यक्रम" आयोजित करने की रूपरेखा प्रस्तावित की गई। संचालन नरेन्द्र त्रिवेदी, आशीष दशोत्तर एवं धीरेन्द्रसिंह सरवन ने किया। आभार प्रदर्शन प्रो. दिनेश राजपुरोहित ने किया।