रेलवे चेयरमैन लाहोटी को रतलाम के पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने दिया मांग-पत्र, रेल सुविधाएं बढ़ाने और अवरुद्ध सुविधाएं पुनः शुरू करने की मांग की

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अनिल कुमार लाहोटी एक दिवसीय रतलाम मंडल के दौरे पर आए। उनसे रतलाम के पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने मिलकर यात्री सुविधाओं में विस्तार और रुकी सुविधाएं पुनः शुरू करने की मांग की।

रेलवे चेयरमैन लाहोटी को रतलाम के पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने दिया मांग-पत्र, रेल सुविधाएं बढ़ाने और अवरुद्ध सुविधाएं पुनः शुरू करने की मांग की
रेलवे बोर्ड चेयरमैन अनिक कुमार लाहोटी का शाल श्रीफल से अभिनंदन करते हुए।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन से मुलाकात कर रतलाम से जुड़ी रेल यात्री सुविधाओं के विस्तार को लेकर चर्चा की। डागा ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन को विभिन्न मांग एवं सुझाव का पत्र भी सौंपा। 

पूर्व महापौर डागा ने बुधवार रात इंदौर में रेलवे बोर्ड चेयरमैन अनिल कुमार लोहाटी से चर्चा की। उन्होंने लोहाटी का स्वागत करते हुए रेल सुविधा विस्तार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। डागा ने लोहाटी को मांगपत्र सौंपा। इस दौरान शिवम् राजपुरोहित और हरिशंकर शर्मा भी मौजूद थे।

ये मांग की और दिए सुझाव

  • रतलाम स्टेशन पर पिट लाइन एवं वाशिंग लाइन का निर्माण कार्य किया जाना चाहिए, ताकि यहाँ से भी ट्रेनों का सीधा संचालन प्रारम्भ हो सके। इससे पूरे मालवा क्षेत्र को फायदा मिल सके। भारतीय रेलवे में सिर्फ रतलाम मण्डल मुख्यालय ही एकमात्र ऐसा मुख्यालय है जहां पिट लाइन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। रतलाम स्टेशन की कैटेगरी के अन्य स्टेशन जैसे कि हिसार, वलसाड़ जैसे स्टेशनों पर भी पिट लाइन की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ से ट्रेनों का संचालन करके प्रमुख स्टेशनों को आपस में एक-दूसरे से जोड़ा जाता है।
  • प्लेटफॉर्म नबंर सात का यार्ड रिमॉडलिंग का काम कई वर्षों से चल रहा है, उसे तेजी से पूरा किया जाए।
  • उज्जैन-चित्तौड़गढ़-उज्जैन मेमू गाड़ी 3 वर्ष से प्रस्तावित है। पश्चिम रेलवे द्वारा लगातार रेलवे बोर्ड को उक्त गाड़ी के संचालन का प्रस्ताव भिजवाया जा रहा है। उक्त गाड़ी के संचालन से कई छोटे-छोटे क्षेत्रों के हजारों यात्रियों को सुविधा होगी। इससे रतलाम मण्डल क्षेत्र की लोकल कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। ऐसे में शीघ्र अतिशीघ्र उक्त गाड़ी का संचालन प्रारम्भ किया जाना चाहिए।
  • रतलाम रेलवे स्टेशन पर छह दुरंतो को कमर्शियल स्टॉपेज दिया जाए।
  • रतलाम स्टेशन से गुजरने वाली कई साप्ताहिक ट्रेनों में फ्लैक्सीफेअर (निरंतर वृद्धि दर) टिकट दर लागू होने से ट्रेनों में स्थान रिक्त होने के बाद भी लोग टिकट नहीं लेते हैं। क्योकि फ्लैक्सीफेअर की वजह से टिकट दर दो से तीन गुना बढ़ जाती है। जिससे ट्रेनें खाली चलती हैं। इसलिए फ्लैक्सीफेअर व्यवस्था को समाप्त किया जाए, ताकि इससे आम जनता व रेलवे दोनों को लाभ हो।
  • रतलाम रेलवे स्टेशन पर रेलवे द्वारा प्लेटफॉर्म नंबर एक एवं दो बहुत शानदार और सुसज्जित तरीके से निर्माण किया गया है। जिस पर वर्तमान में कई सुपरफास्ट एक्सप्रेस गाड़िया आवागमन कर रही हैं। दोनों ही प्लेटफॉर्मों पर फूल कवर शेड नहीं होने से आम यात्रियों को गर्मी और बारिश में अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में फूल कवर शेड का निर्माण किया जाता है तो यात्रियों को सुविधा प्राप्त होगी।
  • रतलाम में मेमू गाड़यों को रिपेयर करने के लिए वर्कशॉप प्रदान की जानी चाहिए। वर्तमान में मण्डल में संचालित मेमू गाड़ियों को रख रखाव के लिए वड़ोदरा भेजना पड़ता है। ऐसे में अगर रतलाम क्षेत्र को वर्कशॉप प्रदान की जाती है तो मेमू गाड़ियों का रखरखाव यहां किया जा सकेगा एवं वड़ोदरा वर्कशॉप का लोड भी कम होगा।
  • रतलाम मण्डल क्षेत्र में संचालित डेमू गाड़ियों के रैक पूर्ण रूप से कंडम हो चुके हैं। इसके कारण आए दिन इंजिन फेल हो जाता है एवं कुछ दिन पूर्व भयावह आग भी उक्त डेमू गाड़ी में लग चुकी है। ऐसे में उक्त डेमू गाड़ियों को ICF रैक या मेमू रैक में बदलाव किया जाना चाइए।
  • दाहोद रतलाम-नागदा-उज्जैन के मध्य संचालित मेमू गाड़ी वर्तमान में आठ कोच के साथ संचालित की जा रही है जो कि पूर्व में 12 कोच के साथ संचालित होती थी। उक्त गाड़ी आदिवासी बाहुल क्षेत्र की जीवन रेखा होने के साथ ही साथ नियमित अप-डाउन करने वालों के लिए प्रमुख गाड़ी है। ऐसे में उक्त गाड़ी को पुनः 12 कोच के साथ संचालित किया जाए।
  • रतलाम मण्डल क्षेत्र में संचालित डेमू गाड़ियों को कोविड काल खत्म होने के बाबजूद भी शून्य लगाकर विशेष सेवा के रूप में संचालित किया जा रहा है। इन सभी गाड़ियों को पूर्व की तरह सामान्य नंबर से संचालित किया जाना चाहिए।
  • रतलाम रेलवे स्टेशन नवीनीकरण के कार्य को तेजी प्रदान कर जल्द से जल्द पूरा किया जाए।