राष्ट्रीय जंबूरी में शामिल होकर लौटीं रतलाम की बेटियां, बोलीं- एक जगह पूरा भारत देखने और समझने का मिला मौका
रतलाम जिले की तीन बेटियों को राष्ट्रीय जंबूरी में शामिल होने का मौका मिला। वहां से लौटकर उन्होंने अपने अनुभव साझा किए।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । राष्ट्रीय जंबूरी में शामिल होना बहुत सुखद अनुभव था। यहां आ कर पूरे देश को एक साथ देखने और समझने का अवसर मिला। इस जंबूरी में बहुत कुछ सीखा जो जीवन में बहुत काम आएगा।
यह अनुभव शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम की बालिकाओं ने 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जंबूरी से लौटने पर साझा किए। विद्यालय की कक्षा आठवीं की तीन बालिकाओं सपना पिता ज्ञान सिंह भिलाला, खुशी पिता योगेंद्र किहोरी तथा अंकु पिता तोलाराम कटारा ने राष्ट्रीय जंबूरी में प्राप्त शिक्षा और अनुभव को साझा किया। उन्होंने जंबूरी में शामिल होने के लिए संस्था प्राचार्य गणतंत्र मेहता एवं सभी शिक्षकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
राष्ट्रीय जंबूरी राजस्थान के पाली ज़िले के रोहट में आयोजित हुई। इस 7 दिवसीय जंबूरी में स्टेट द्वार, पायनियरिंग प्रोजेक्ट, एडवेंचर वैली, ग्लोबल विलेज डेवलपमेंट, इंटीग्रेशन गेम्स, मार्च पास्ट, कलर पार्टी, लोक नृत्य, शारीरिक प्रदर्शन, राज्य दिवस प्रदर्शनी, बैंड प्रदर्शन, रॉक क्लाइंबिंग, पैरासेलिंग एवं वाटर एक्टिविटीज जैसी कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
1500 विदेशी सहभागी सहित 35 हजार स्काउट गाउड हुए शामिल
इस जंबूरी में 1500 विदेशी सहभागियों सहित लगभग 35 हज़ार स्काउट व गाइड शामिल हुए। बालिकाओं ने बताया कि जंबूरी में विभिन्न खेलों की शिक्षा और साथ ही देश भक्ति तथा आत्मरक्षा और सुरक्षा के विभिन्न आयाम बताए गए बालिकाओं ने अपने साथ गई शिक्षिकाओं द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को भी बहुत उपयोगी बताया बालिकाएं इस राष्ट्रीय आयोजन में उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।