सेवा दिल से : अपनों और हालत से मजबूर तीन महिलाओं को मिला सबका साथ तो हुआ बेहतर इलाज, मददगारों को दुआएं देती हुईं रवाना हुईं अपने-अपने घर
रतलाम के सेवाभावियों ने तीन महिलाओं का उपचार करवाकर उन्हें उनके घर तक पहुंचाने में मदद कर सेवा की मिसाल पेश की। तीनों महिलाओं ने इस मदद के लिए मददगारों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सेवा, सोना और साड़ी के साथ ही रतलाम की सेवा भी खास है। अपनों से दुख पाने वाली और हालात से मजबूर लोगों की सेवा कर यहां से समाजसेवी, जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन मिलास कायम कर रहा है। पहले परिवार से बिछड़ी नागपुर की एक महिला ऐसी ही मदद से पुनः अपने घर पहुंच सकी तो हाल ही में तीन अन्य महिलाओं को बेहतर इलाज मिल सका। ये तीनों भी अब अपने-अपने घर पहुंच चुकी हैं। इन्हें मिली सेवा के लिए ये मददगारों को दुआएं देते नहीं थक रहीं।
शहर के दीनदयालनगर निवासी 45 वर्षीय प्रीति बंजारा को अपनों से दुख मिला तो उन्हें वन स्टाप सेंटर में भर्ती होना पड़ा। उनके दोनों हाथ और पैर फ्रैक्चर होने से दर्द बर्दाश्त से बाहर हो रहा था। ऐसे में जिला प्रशासन के निर्देश पर काकानी वेलफेयर सोसायटी के सचिव एवं रोगी कल्याण समिति के सदस्य गोविंद काकानी ने जिम्मेदारी लेते हुए प्रीति को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया। उनका इलाज करवाने के बाद गोपाल पाटीदार की एम्बुलेंस से निःशुल्क रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया गया। वहां जीआरपी के आरिफ बेग ने उन्हें ट्रेन के कोच में बर्थ तक पहुंचाने में मदद की। इस तरह वे प्रीति अपने मायके गोवर्धनपुरा इटावा राजस्थान के लिए रवाना हो सकीं।
ब्लड और दवाइयों का किया प्रबंध
समाजसेवा काकानी ने बताया कि सुरेशी पति मनोज (40) निवासी टोंक राजस्थान हाल मुकाम हुसैन टेकरी जावरा को कमजोरी की हालत में जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। उनका हीमोग्लोबिन मात्र 5 ही था। इसलिए उन्हें दो यूनिट ब्लड के साथ दवाइयां भी उपलब्ध कराईं गई। 7 दिन में ही उनकी सेहत में काफी सुधार हो गया। उन्हें अस्पताल से घर जाते समय एक महीने की दवाई और विटामिन की टैबलेट भी उपलब्ध कराई गई।
सात दिन चला उपचार
मदद का तीसरा उदाहरण सेवंती पति राकेश (30) निवासी पेटलावद जिला धार हाल मुकाम हुसैन टेकरी का है। सेवंती को नींद नहीं आने, कमजोरी एवं मनोरोग की समस्या थी। इसके चलते सहयोगियों की मदद से उन्हें जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया। उनका यहां सात दिन उपचार चला। इस दौरान उन्हें आयरन सुप्रोज, मल्टीविटामिन आदि दवाइयों के साथ उपचार प्रदान किया गया। स्वास्थ्य में सुधार होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्हें भी एक महीने की विटामिन, आयरन की टैबलेट सहित अन्य दवाइयां उपलब्ध करवा कर घर के लिए रवाना कर दिया गया है।
इनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया
उक्त तीनों ही महिलाओं ने उन्हें मिले सहयोग के लिए काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी, सुनीता काकानी, गोलू भैया, गोपाल पाटीदार, जीआरपी के आरिफ बेग सहित जिला प्रशासन एव अस्पताल प्रशासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है।