अंधे कत्ल का खुलासा : दूसरा विवाह करवाने ले गए थे विधवा महिला को, रास्ते में डोल गई नीयत तो गैंग रेप कर मार डाला, हाथ बांधकर शव माही नदी में फेंक दिया

रतलाम पुलिस ने 12 दिन पूर्व माही नदी में मिले अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त करने के साथ ही उसकी हत्या करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

अंधे कत्ल का खुलासा : दूसरा विवाह करवाने ले गए थे विधवा महिला को, रास्ते में डोल गई नीयत तो गैंग रेप कर मार डाला, हाथ बांधकर शव माही नदी में फेंक दिया
महिला की गैंगरेप के बाद हत्या। 2 आरोपी गिरफ्तार।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । पहले पांच बच्चों की मां विधवा महिला से की पहचान। दूसरा विवाह करवाने के लिए एक युवक के परिजन के पास ले गए लेकिन बात नहीं बनी। लौटते समय खराब हो गई नियत तो महिला को बना डाला हवस का शिकार। पहले गैंगरेप किया फिर उसके हाथ बांध कर शव माही नदी में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

करीब 13 दिन पूर्व रावटा थाना क्षेत्र के सेलज डामर गांव में माही नदी की पुलिया के नीचे मिली अज्ञात महिला के शव का। महिला की हत्या कर शव माही नदी में फेंका गया था। इस अंधे कत्ल का खुलासा एसपी राहुल कुमार लोढा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। एसपी लोढ़ा ने बताया कि गत 12 जून 2024 को मुकेश पिता गुलाबसिंह डामोर निवासी बोरपाड़ा ने रावटी थाने में सूचना दी थी। उसने बताया था कि ग्राम सेलेज डामर उसकी ग्राम पंचायत में आता है। करीबन 11.00 बजे उसे सूचना मिली थी कि माही नदी की पुलिया के नीचे पानी में लाश दिख रही है। लाश अज्ञात महिला की होकर निर्वस्त्र है। उसके बदन पर सिर्फ काला ब्लाउज है और उसके दोनों हाथ पीछे की तरफ एक गमछे से बंधे ह ए हैं। इस सूचना पर मर्ग का कायम कर जाँच शुरू की गई।

पीएम और जांच के दौरान बढ़ाई अपहरण और बलात्कार की धारा

एसपी ने बताया कि मृतका की शिनाख्ती के प्रयास किए गए। इसी दौरान सीमा पिता थावरा कतीजा निवासी वालारुण्डी थाना शिवगढ़ ने शव अपनी माता पार्वती (35) होने की पुष्टि की। पुलिस ने मृतका पार्वती का पोस्टमार्टम कराया। परिजन से पूछताछ में पता चला कि पार्वती 11 जून की रात किसी व्यक्ति के साथ गई थी। वह साथ में अपना मोबाइल फोन भी ले गई थी लेकिन उसके बाद नहीं लौटी। जांच और पीएम के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध पार्वती के साथ मारपीट व हत्या कर शव नदी में फेंकने का केस पंजीबद्ध किया गया था। विवेचना के दौरान आए तथ्यों के आधार पर धारा 366, 376(डी), 120 बी भादंवि का भी इजाफा किया गया।

ऐसे पहुंचे अपराधियों तक

आऱोपी की तलाश एवं गिरफ्तारी के एएसपी राकेश खाखा व सैलाना एसडीओपी नीलम बघेल के मार्गदर्शन व रावटी थाना प्रभारी जय प्रकाश चौहान के नेतृत्व में टीम गठित की गई। सायबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटाई गई। इसमें 22 वर्षीय सुरेश पिता बारजी देवदा एवं 20 वर्षीय विदेश पिता मांगु डिंडोर दोनों निवासी गुन्दीनाका मानपुरा थाना बाजना के बारे में पता चला तो उनकी तलाश की गई। दोनों घटना के बाद से ही फरार थे। सर्चिंग कर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद उनके बताए स्थान पर मृतका का मोबाइल फोन और कबड़े बरामद किए गए।

रेप व हत्या से पहले शराब भी पी थी

एसपी के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध कबूल किया। उन्होंने बताया कि महिला से उनकी पहचान मजदूरी के दौरान हुई थी। महिला के पति की काफी समय पूर्व मौत हो चुकी है और उसके पांच बच्चे हैं। आरोपियों ने महिला को 11 जून को कॉल कर बुलाया था और दूसरा विवाह करवाने के लिए उसे एक युवक के परिजन से मिलवाने भी ले गए थे। चूंकि उस युवक की उम्र महिला से काफी कम थी इसलिए उसके परिजन ने उनके विवाह से इनकार कर दिया था। इसके बाद आरोपी और महिला लौट रहे थे तभी रास्ते में वे रुके और शराब पी। इसी दौरान आरोपियों नेमहिला के साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उन्होंने मारपीट भी की जिससे महिला की मौत हो गई। साक्ष्य छिपाने के लिए आरोपियों ने महिला उसके हाथ गमछे से बांधे और शव माही नदी में फेंक दिया। उन्होंने मृतका का मोबाइल फोन और कपड़े भी छिपा दिए थे।

इनकी भूमिका रही गिरफ्तारी में

प्रकरण सुलझाने और आरोपियों की गिरफ्तारी में रावटी थाना प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश चौहान, उप निरीक्षक रामसिंह खपेड़, निशा चौबे, प्रधान आरक्षक आतिश धानक, जगदीश डाबे, बद्रीलाल चौधरी, आरक्षक महेश मईड़ा, राहुल मेड़ा, नीलेश कटारा, राहुल चौहान, श्रवण कुमार मईड़ा, अनिल अमलियार, राजेश बक्षी, बहादुर डांगी, रुकमिणी, साइबर सेल रतलाम के प्रधान आरक्षक हिम्मत सिंह का विशेष योगदान रहा।