शिक्षा शिखर सम्मान : श्री योगींद्र सागर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस ने किया प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान, प्रश्नोत्तरी और मनोरंजक गतिविधियों का आयोजन भी हुआ
श्री योगींद्र सागर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस द्वारा आयोजित शिक्षा शिखर सम्मान 2025 में कक्षा 12वीं के सफल विद्यार्थियों का अभिनंदन किया गया। अतिथियों ने अध्ययन के साथ ही कौशल तकनीक अपनाने की सीख दी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । श्री योगींद्र सागर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में शिक्षा शिखर सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया गया। इसमें मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल तथा सीबीएसई के हायर सेकंडरी के प्रतिभावान विद्यार्थियों को पद एवं प्रशस्ति-पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इस दौरान सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, प्रश्नमंच और मनोरंजग गतिविधियों का आयोजन भी किया गया।
मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय तथा विशिष्ट अतिथि उद्योगपति सुशील अजमेरा, ख्यात मैराथन धावक एवं जीएसटी के सेवानिवृत्त सहायक कमिश्नर विज सोहनी (इंदौर) रहे। अतिथियों ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत करने तथा अपने बुद्धि कौशल का प्रयोग कर अपने परिवार, संस्थान तथा शहर का नाम रोशन करें। विशिष्ट अतिथि सोहनी ने इस मौके पर कई रोचक जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को स्व-अनुशासन तथा स्वयं पर विश्वास रखकर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
त्रैमासिक मुख पत्र का हुआ विमोचन
कार्यक्रम में अतिथियों ने संस्थान द्वारा अपने इंजीनियरिंग, प्रबंधन तथा साइंस के विद्यार्थियों का पदक और प्रशस्ति पत्र भेंट कर अभिनंदन किया। सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों में आकर्षक पैकेज पर ख्यात कंपनियों में प्लेसमेंट प्राप्त करने वाले, विभिन्न खेलों की राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व करने वाले विद्यार्थी शामिल रहे। अतिथियों ने संस्था के त्रैमासिक मुख पत्र एसवायएसआईटीएस क्रॉनिकल का विमोचन भी किया।
कौशल विकास की तकनीक को अपनाने का आह्वान
संस्थान के पितृ पुरुष संस्थापक गोपाल प्रसाद शर्मा “टंच” तथा अध्यक्ष भरत शर्मा “टंच" ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अध्ययन के साथ-साथ कौशल विकास की तकनीकों से अपने आपको अद्यतन करते रहें। वाइस चेयरमैन उमेश शर्मा एवं वरदान शर्मा ने विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद अवसरों की जानकारी विद्यार्थियों से साझा की। संचालन प्रो. अंशिता शर्मा, मीमांसा मिश्रा तथा पूनम चौहान ने किया। निदेशक डॉ. गिरीश शाह ने आभार माना।