रतलाम के सरकारी स्कूल ने विश्व स्तर पर भारत को दिलाई पहचान, इनोवेशन के लिए विश्व के TOP-3 स्कूलों में हुआ शामिल, CM यादव और कैबिनेट मंत्री काश्यप ने दी बधाई
मप्र के रतलाम का सीएम राइज विनोबा स्कूल ने द वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइज के लिए इनोवेशन कैटेगरी में टॉप-3 में जगह बनाई है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में दिए जाने वाले सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘द वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइजेस’ के लिए मध्यप्रदेश के रतलाम के सरकारी स्कूल सीएम राइज विनोबा का चयन इनोवेशन कैटेगरी में हुआ है। यह पुरस्कार वैश्विक संस्था ‘टी-4 एजुकेशन’ द्वारा प्रदान किया जाता है। विश्वभर के 100 से ज्यादा देशों के 10 हजार से अधिक स्कूलों वाली प्रतिस्पर्धा में टॉ-3 में मिले स्थान के लिए मप्र के मुख्यंत्री डॉ. मोहन यादव और कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
विश्वस्तरीय संस्थान टी-4 एजुकेशन संस्थान द्वारा ‘द वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइजेस’ दिए जाते हैं। ये 5 कैटेगरी (कम्युनिटी कोलैबोरेशन, एनवायरमेंटल एक्शन, इनोवेशन, ओवरकमिंग एडवर्सिटी, फॉर सर्पोटिंग हेल्दी लाइव्स) के लिए दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों का ऐलान गुरुवार को हुआ। जैसे से इस महत्वपूर्ण पुरस्कार के लिए रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल का इनोवेशन कैटेगरी में टॉप-3 में चुने जाने की घोषणा हुई यहां संस्था में आयोजित समारोह में उपस्थित शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावक झूम उठे। इस खास अवसर के साक्षी बने मप्र के एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप, महापौर प्रहलाद पाटीदार, नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी के. सी. शर्मा।
स्कूल के नवाचार अनुकरणीय- मंत्री चेतन्य काश्यप
मंत्री काश्यप ने इस उपलब्धि के लिए संस्था के सभी शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने सीएम राइज स्कूल योजना के उद्देश्य, क्रियान्वयन और आगामी कार्य-योजना पर प्रकाश डाला। मंत्री काश्यप ने विश्व स्तरीय विद्यालयों के निर्माण के शासन के प्रयासों की जानकारी देते हुए विनोबा स्कूल के नवाचारों को अनुकरणीय बताया। उन्होंने संस्था को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। उनके साथ स्टाफ, विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों ने भी गरबा नृत्य और गीतों के माध्यम से जश्न मनाया। इस दौरान सभी ने फूलों की पंखुड़ियों और गुलाल उड़ा कर खुशी जाहिर की। यह जश्न करीब एक घंटे तक चला।
नवाचारी साइकिल ऑफ ग्रोथ ने दिलाई उपलब्धि
दो वर्ष पूर्व विनोबा स्कूल में ज्वाइन होने के बाद विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और दक्षता में कमी की चुनोतियों पर संस्था के नवागत उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने वरिष्ठ शिक्षकों के साथ मिलकर ‘साइकिल आफ ग्रोथ मेकैनिज्म’ को प्लान किया। इसमें टीचर्स के प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए टीम हडल और कैप्सूल ट्रेनिंग, क्लास रूम मॉनिटरिंग, वन ऑन वन फीडबैक, रिवॉर्ड एंड रिकगनाईजेशन की नवाचारी सकारात्मक चक्रीय योजना बनाई। इस योजना में ‘विनोबा मॉडल आफ पेरेंटल एंगेजमेंट’, ‘कम्युनिटी एस ए लर्निंग रिसोर्स’, ‘इनोवेटिव आइडिया ऑफ ट्रैकिंग डाटा’, नियमित गतिविधियों का डिस्ट्रिब्यूटेड मॉडल, असेसमेन्ट की नई-नई विधियाँ आदि कई नवाचार शिक्षकों के माध्यम से जुड़ते गए।
टीम बिल्डिंग एक्टिविटी के साथ यह भी हुआ
शिक्षकों के साथ टीम बिल्डिंग एक्टिविटी के बीच नियमित रूप से रोचक तरीके से संस्थागत विषयों पर रोल प्ले सहित अन्य उत्साह के वातावरण को बनाया। सतत् रूप से नवाचार टीचिंग लर्निंग मटेरियल, प्रिंट रिच, स्टूडेंट डायरी, टीचर्स डायरी, हुक बैंक, मॉर्निंग मीटिंग, हडल स्पेस, एकेडमी संवाद में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ प्रेक्टिसेज जैसे नियमित उपक्रमों में भी किए गए। इसके माध्यम से विद्यालय में सहजता से सीखने का वातावरण बना। स्कूल लीडरशिप टीम में प्राचार्य संध्या वोरा, उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर, प्रधानाध्यापक अनिल मिश्रा, सीमा चौहान, हिना शाह सहित अन्य शिक्षकों ने इस अवधारणा को नियमितता दी। स्टूडेंट लर्निंग शोकेस, कम्युनिटी फेस्टिवल में भागीदारी, स्टीम केंद्रित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग जैसे नियमित आयोजन हुए। मप्र के स्कूल शिक्षा विभाग ने विद्यालय के नवाचारों को नियमित प्रोत्साहन और समर्थन दिया।
दो वर्ष बेस्ट प्रैक्टिस की, नकारात्मक धारणा भी तोड़ी
विनोबा स्कूल ने अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज के माध्यम से अपनी चुनौतियों का सामना करते हुए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में विगत दो वर्षों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। टीचर्स प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अंतर्गत ‘साइकिल ऑफ़ ग्रोथ’ के माध्यम से शिक्षक को ‘बदलाव के वाहक’ के रूप में लाया गया। सरकारी सिस्टम में शिक्षकों के बारे में बनाई गई नकारात्मक धारणा को तोड़ने में में भी विद्यालय सफल रहा। स्कूल लीडर्स के मार्गदर्शन में जॉयफुल लर्निंग द्वारा विद्यार्थियों और पालकों को संस्था से जोड़ा गया। विद्यार्थियों की उपस्थिति और दक्षता में वृद्धि हुई। पढ़ाई, खेलकूद और विद्यार्थियों के ओवरऑल डेवलपमेंट में अग्रणी कक्षा 1 से 12 तक अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम में संचालित होने वाले विनोबा स्कूल के 650 में से 90 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी किसी न किसी स्तर पर गतिविधि से वर्ष भर जुड़े रहते हैं। स्कूल के लीडर्स और सभी शिक्षक एक परिवार की तरह जुटे रहे।
विभिन्न स्तरों के प्रशिक्षण और साक्षात्कार हुए
विश्वव्यापी संस्था ‘टी-4 एजुकेशन’ ने दुनिया भर के स्कूलों से फरवरी 2024 तक विभिन्न कैटेगरी में आवेदन मांगे थे। इसके साथ ही इस वर्ष के प्रतिष्ठित 50 हजार यूएस डॉलर के पुरस्कार की चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी। प्राप्त हजारों आवेदनों में से शॉर्ट लिस्ट स्कूल के रूप में विनोबा स्कूल के उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर का एक स्कूल लीडर के रूप में ‘इनोवेशन’ कैटेगरी में किए गए उल्लेखनीय कार्यों पर अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों द्वारा कई दौर के ऑनलाइन साक्षात्कार लिए। यहां से पुनः चयनित होने पर दस्तावेज आधारित मूल्यांकन किया गया। इसके बात उनके साथ शिक्षकों का विभिन्न स्तरों का ऑनलाइन परीक्षण हुआ।
पहले टॉप-10 और अब टॉप-3 में हुआ चयन
इसके बाद इसी साल 13 जून को सीएम राइज विनोबा स्कूल टॉप-10 के लिए चुनाव गया था। इसेक बाद इस गुरुवार को अंतिम रूप से टॉप-3 के लिए चुन लिया गया। वर्ल्ड्स बेस्ट स्कूल प्राइस 2024 की इनोवेशन कैटेगरी में रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल को ग्रेंज स्कूल यू.के. तथा स्टारफिश स्कूल थाईलैंड के साथ जगह मिली है।
सीएम ने दी बधाई और शुभकामनाएं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने X हैंडल पर रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल को मिली उपलब्धि के लिए स्कूल स्टाफ और अभिभावकों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रतलाम जिले के विनोबा सीएम राइज स्कूल को विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूल पुरस्कार 2024 की 'नवाचार श्रेणी' में शीर्ष 3 फाइनलिस्ट में अपनी जगह बनाने की उपलब्धि पर विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों एवं स्कूल शिक्षा की पूरी टीम को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं… pic.twitter.com/1I5m0InTDv
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 19, 2024
सीएम राइज विनोबा स्कूल की इस सफलता पर मप्र के स्कूली शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संजय गोयल, आयुक्त लोक शिक्षण शिल्पा गुप्ता, संचालक लोक शिक्षण डीएस कुशवाह, जिला शिक्षा अधिकारी के. सी. शर्मा ने बधाई दी है। उन्होंने भविष्य में इसे अन्य विद्यालयों के लिए प्रेरणादायी भी बताया। बता दें, कि सीएम राइज विनोबा रतलाम स्कूल शिक्षा विभाग म.प्र. द्वारा घोषित लाइट हाउस है तथा दो वर्षों में अपनी चुनौतियों को पार करके इस विद्यालय ने दक्ष विद्यालय का दर्जा, लगातार हर क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम के साथ अन्य विद्यालयों और समाज के लिए प्रेरणापुंज का कार्य किया है।