युवा उत्सव शुरू : जीवन में आगे बढ़ने के लिए हार-जीत के अंतर को यहीं छोड़कर लक्ष्य बनाएं- करमचंदानी

कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में तकनीक वरदान या अभिशापप विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता यायोजित की गई।

युवा उत्सव शुरू : जीवन में आगे बढ़ने के लिए हार-जीत के अंतर को यहीं छोड़कर लक्ष्य बनाएं- करमचंदानी
युवा उत्सव को संबोधित करते जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विनोद करमचंदानी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम हार-जीत के अन्तर को यहीं छोड़कर जीवन में आगे बढ़ें। जीवन में आप जो भी कार्य करें उसे लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ें। अगर आपमें दृढ़ विश्वास है तो आप उस कार्य को पूर्ण कर लेंगे। विद्यार्थियों को एलन मस्क से प्रेरणा लेनी चाहिए।

यह बात शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विनोद करमचंदानी ने कही। वे महाविद्यालय में शुक्रवार को जिला स्तरीय युवा उत्सव के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. वाय. के. मिश्र ने की। युवा उत्सव में वक्तव्य कला, वाद विवाद, मिमिक्री, एकांकी, मूक अभिनय एवं लघु नाटिका आदि स्पर्धाएं आयोजित की गईं।

इससे पूर्व सर्वप्रथम माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलन किया गया। छात्रा तालेबा खान ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। स्वागत भाषण युवा उत्सव की संयोजिका डॉ. इंदु कटारिया ने किया। उन्होंने कहा कि युवा अवस्था जोश, बदलाव के साथ कुछ कर गुजरने का माद्दा रखती है। युवा मंच से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता करता है। आज का युवा कल का भविष्य है।

युवा ही देश की शक्ति- डॉ. मिश्र

अध्यक्षीय उद्बोधन प्राचार्य मिश्र ने दिया। उन्होंने कहा कि युवा आगे आएगा तभी राष्ट्र आगे बढ़ेगा। युवा ही देश की शक्ति है। हमारे युवा हमारे जिले का नाम रोशन करेंगे तभी इस कार्यक्रम की सार्थकता है। साथ ही उन्होंने छात्र-छात्राओं को आगामी भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम के विधिवत् उद्घाटन की घोषणा की। निर्णायक सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. मनोज जैन,  हरिकृष्ण बड़ोदिया, व्याख्याता कविता रेगवानी, रंगकर्मी प्रकाश गोलानी, रश्मि उपाध्याय एवं ओ. पी. मिश्रा रहे। संचालन प्राध्यापक रविकांत मालवीय ने किया। आभार प्राध्यापिका डॉ. अर्चना भट्ट ने माना। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्राध्यापकगण तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे। 

प्रतियोगिताओं के ये रहे विषय

वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय ‘तकनीक अभिशाप है या वरदान’ एवं भाषण प्रतियोगिता का विषय ‘घटती नैतिकता एवं बढ़ता अहंकार रहा। अस पर छात्र-छात्राओं ने विचार व्यक्त किए। भाषण प्रतियोगिता में छात्रा यशासिंह राठौड़ प्रथम, प्रिशा एवं चेताली लालन द्वितीय तथा यश राठौर तृतीय रहे। वाद-विवाद प्रतियोगिता में विपक्ष में प्रथम हार्दिक अग्रवाल, द्वितीय आनन्द जैन व तृतीय स्थान पर यशा राठौर रहीं। पक्ष में प्रथम अश्विनी पापटवाल, द्वितीय मोहित राठौर एवं स्नेह मूणत, तृतीय मोनिका मेहरा रहीं।