नप गया गुरूर ! पत्रकार पर बिना जांच FIR दर्ज करने वाले TI को 3 घंटे में हटाया, पत्रकारों ने दोपहर में जताया था विरोध, शाम को SP ने कर दिया लाइन अटैच

रतलाम में पत्रकार के विरुद्ध बिना जांच के ही झूठी शिकायत पर प्रकरण दर्ज करने पर एसपी अमित कुमार ने नामली टीआई को लाइन हाजिर कर दिया है।

नप गया गुरूर ! पत्रकार पर बिना जांच FIR दर्ज करने वाले TI को 3 घंटे में हटाया, पत्रकारों ने दोपहर में जताया था विरोध, शाम को SP ने कर दिया लाइन अटैच
नामली टीआई लाइन अटैच।

ढाबा मालिक और झूठी शिकायत करने वाले कर्मचारियों पर के विरुद्ध भी दर्ज हुई एफआईआर

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम प्रेस क्लब के सदस्य और अधिमान्य पत्रकार दिव्यराज सिंह राठौर के खिलाफ बिना जांच के प्रकरण दर्ज करने वाले नामली थाना प्रभारी पातीराम डावरे को एसपी अमित कुमार ने लाइन अटैच कर दिया है। इतना ही नहीं पत्रकार के विरुद्ध झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले ढाबा मालिक और उसके कर्मचारी के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज की गई। एसपी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए भी ताकीद की है।

रतलाम जिले के नामली थाने में पत्रकार दिव्यराज सिंह राठौर के खिलाफ एक झूठी शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया था। मामला संज्ञान में आते ही रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी के नेतृत्व में पत्रकार गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे एसपी ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने नारेबाजी की और एसपी अमित कुमार को वस्तुस्थिति बताई। अध्यक्ष गोस्वामी ने कहा कि इस मामले में साफ दिख रहा है कि पत्रकार के द्वारा ढाबे में बासी खाने की शिकायत करने और खाद्य विभाग द्वारा की गई कार्यवाही की खबर प्रकाशित करने के पांच दिन बाद द्वेषतापूर्वक नामली थाने में 18 जुलाई को आवेदन दिया गया। शासन का आदेश है कि अधिमान्य पत्रकारों के खिलाफ बिना जांच के प्रकरण दर्ज नहीं किया जा सकता है। इसके बावजूद नामली थाना प्रभारी ने बिना किसी जांच के और बिना वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दिए ही उसी दिन पत्रकार के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया।

तीन घंटे में हटाए गए टीआई

एसपी अमित कुमार ने मामले को गंभीरतापूर्वक सुना और तत्काल संज्ञान लेने की बात कही। उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि कार्यवाही गलत हुई है तो जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने मौके पर ही वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की तत्काल जांच के आदेश दिए। इसके तकरीबन तीन घंटे बाद ही शाम छह बजे नामली थाना प्रभारी पातीराम डावरे को लाइन अटैच करने के आदेश जारी हो गया।

ये शामिल रहे प्रदर्शन के दौरान

एसपी ऑफिस में प्रदर्शन के दौरान अध्यक्ष मुकेश पुरी गोस्वामी, सचिव यश शर्मा, उपाध्यक्ष सुजीत उपाध्याय और सौरभ कोठारी, कोषाध्यक्ष नीरज कुमार शुक्ला, कार्यकारिणी सदस्य दिनेश दवे, नीलेश बाफना, मानस व्यास, चंद्रशेखर सोलंकी, सिंकदर पटेल, चेतन शर्मा, प्रदीप नागौरा, शुभ दशोत्तर, वरिष्ठ पत्रकार राजेश मूणत, आरिफ कुरैशी, नरेंद्र जोशी, भेरूलाल टांक, सुधीर जैन, विजय मीणा, संजय पाठक, सौरभ पाठक, अदिति मिश्रा, यशवंत सिंह, असीम राज पाण्डेय, राजेंद्र केलवा, दीपक शर्मा, साजिद खान, समीर खान, स्वदेश शर्मा, उमेश मिश्रा, विनोद वाधवा, मो. हुसैन, दिव्यराज सिंह राठौर, शैलेंद्र पारे, कचरू राठौड़, नीलेश खराड़ी आदि मौजूद रहे।

यह है पूरा मामला

पत्रकार दिव्यराज सिंह 13 जुलाई 2025 को नामली के सोनगरा ढाबे पर रात को अपने दो साथियों के साथ भोजन करने पहुंचे थे। यहां उन्हें बासी खाना परोसा गया। इसकी शिकायत उन्होंने कर्मचारी और संचालक से की थी। उन्होंने भोजन का भुगतान भी किया और बिल भी मांगा। संचालक ने बिल देने से इनकार करते हुए अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर पत्रकार के साथ गाली-गलौज और अभद्रता करने लगा।

बासी खाने खाने से अगले ही दिन पत्रकार सिंह की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल में उपचार करवाना पड़ा जहां फूड पॉयजनिंग होने की बात चिकित्सकों द्वारा कही गई। अतः पत्रकार ने खाने की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत 15 जुलाई को ग्रामीण एसडीएम से की थी। इसके चलते खाद्य विभाग एवं अन्य विभागों की टीमों ने सोनगरा ढाबे की जांच की थी जिसकी खबरें भी प्रकाशित हुईं थी। इस की खुन्नस के चलते ही 18 जुलाई 2025 को ढाबे के कर्मचारी ने पत्रकार के खिलाफ गाली-गलौज करने और धमकाने का आवेदन नामली थाने पर दिया था जिसपर बिना जांच के ही एफआईआर दर्ज कर ली गई थी।

ढाबा मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ भी केस दर्ज

रतलाम प्रेस क्लब द्वारा आपत्ति दर्ज कराए जाने के बाद पीड़ित पत्रकार दिव्यराज सिंह राठौर की शिकायत पर 24 जुलाई को नामली थाने पर ही सोनगरा ढाबे के मालिक अजयपाल सिंह, कर्मचारी देवीलाल धाकड़ एवं अर्जुन सिंह सोनगरा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई। राठौर ने पुलिस को बताया कि 13 जुलाई को घटना के दौरान ढाबा मालिक और कर्मचारियों ने उनके साथ न केवल गाली-गलौज की थी बल्कि जान से मारने की धमकी तक दी थी। खराब खाना खिलाकर उनके स्वास्थ को भी नुकसान पंहुचाया।