7 आईपीएस के तबादले, CM की नारजगी बनी मुरैना SP ललित शाक्यवार के तबादले की वजह, गौरव भोपाल एटीएस SP बने, अभिषेक होंगे रतलाम SP
मप्र के 7 आईपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश राज्य शासन ने जारी किए हैं। इनमें मुरैना एसपी ललित शाक्यवार भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि उनका तबादला सीएम की नारजगाी के चलते हुआ है। इधर, रतलाम में गुंडों-बदमाशों के आखों की किरकिरी बने एसपी गौरव तिवारी अब एटीएस भोपाल के एसपी होंगे। उनके स्थान पर बालाघाट एसपी अभिषेक तिवारी आ रहे हैं।
एसीएन टाइम्स @ भोपाल / रतलाम । मध्य प्रदेश शासन के गृह विभाग द्वारा प्रदेश के 7 आईपीएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी की है। इनमें रतलाम जिले में एएसपी रहे ललित शाक्यवार को भोपाल पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है। वहीं यहां से एसपी गौरव तिवारी अब भोपाल एटीएस एसपी होंगे जबकि अभिषेक तिवारी रतलाम के नए एसपी होंगे। विभाग ने मुख्यालय में महिला अपराध शाखा के सहायक पुलिस महानिरीक्षक शशिकांत शुक्ला को हटा कर उन्हें एफएसएल शाखा का निदेशक बनाया गया है।
गृह विभाग द्वारा जारी सूची के अनुसार 2008 बैच के आईपीएस ललित शाक्यवार को मुरैना से भोपाल पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक के रूप में स्थानांतरित किया गया है। बताया जा रहा है कि शाक्यवार का स्थानांतरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी है। पिछले दिनों प्रदेश के आला अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग हुई थी जिसमें मुरैना एसपी शाक्यवार से अपराधियों की सजा का प्रतिशत महज 11.11 फीसदी होने पर सीएम ने नारजगी जताई थी। बताते हैं कि शाक्यवार द्वारा जो जवाब दिया गया था वह सीएम व अन्य को रास नहीं आया था।
रतलाम में पदस्थ एसपी गौरव तिवारी (2009 बैच) को भोपाल स्थानांतरित किया गया है। वे वहां एटीएस के एसपी की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनके स्थान पर 2013 बैच के अधिकारी बालाघाट एसपी अब रतलाम जिले के पुलिस कप्तान होंगे। 2009 बैच के आईपीएस मुकेश कुमार श्रीवास्तव भोपाल पुलिस मुख्यालय से बतौर एसपी सीधी पदस्थ किए गए हैं। वहीं 2015 के आईपीएस आशुतोष बागरी अब मुरैना एसपी होंगे। वे अभी 17वीं वाहिनी विसबल भिंड में सेनानी हैं। इनके अलावा 2016 के आईपीएस समीर सौरभ बालाघाट एसपी बनाए गए हैं। इससे पहले वे बालाघाट में ही हॉकफोर्स में सेनानी थे।
रतलाम एसपी के तबादले से गुंडे-बदमाशों और राजनीतिज्ञों को अनिश्चितता की राहत
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी गौरव तिवारी के मौजूदा रुख ने जिले के गुंडे-बदमाशों की ही नहीं, राजनीतिज्ञों की भी नींद उड़ा रखी है। काम के प्रति उदासीन रहने वाले और काम टालने की प्रवृत्तिव वाले अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारी तो चकरघिन्नी बने ही हुए हैं। इससे ये दोनों ही जनता को छोड़ कर अन्य सभी की आखों की किरकिरी बन गए हैं। यही वजह है को प्रभावित फिलहाल एक ही सपना देख रहे हैं कि इनका तबादला हो जाए। इसके लिए सभी एड़ी-चोटी का जोर भी लगाया जा चुका है। जिला प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया के रतलाम प्रवास के दौरान लामबंद होकर उनसे शिकायतें करने वाले नेता एसपी तिवारी के रतलाम से तबादले के बाद से बल्लियों उछल रहे हैं। वे गुंडे-बदमाश और सटोरिए भी काल्पनिक राहत महसूस कर रहे हैं जिन्हें बीते कुछ दिनों में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। यह राहत और सुकून कितनी देर रहने वाला है, यह फिलहाल कह पाना मुश्किल है।