Ukraine-Russia War : 219 भारतीयों को लेकर विमान रोमानिया से रवाना, रात 8 बजे पहुंचेगा मुंबई, सरकार का वादा- हर भारतीय को वापस लाएंगे

यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच भारत सरकार के यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के प्रयास जारी है। सरकार ने देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि वे वह सभी भारतीयों को वापस लाएगी। रोमानिया से एक विमान 219 लोगों को लेकर रवाना भी हो चुका है।

Ukraine-Russia War : 219 भारतीयों को लेकर विमान रोमानिया से रवाना, रात 8 बजे पहुंचेगा मुंबई, सरकार का वादा- हर भारतीय को वापस लाएंगे
यूक्रेन से भारत वापसी के लिए विमान में सवार भारतीय छात्र।

एसीएन टाइम्स @ नई दिल्ली । यूक्रेन-रूस युद्ध के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार हर प्रकार की तैयारी कर रही है। 219 भारतीयों को लेकर एक विमान रोमानिया के वुखारेस्ट से रवाना भी हो चुका हो जो आज ही रात 8 बजे तक मुंबई पहुंचने का अनुमान है। इधर, भारतीय विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और शिक्षा मंत्री ने यूक्रेन से सभी भारतीयों को निकाल कर लाने के लिए आश्वस्त किया है।

यूक्रेन और रूस के बीच शुरू हुआ युद्ध तीसरे दिन और तेज हो गया। युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए यहां उनके परिजन काफी चिंतित हैं लेकिन उनके लिए राहत की बात यह है कि भारत सरकार उनके साथ है। नरेंद्र मोदी सरकार ने देशवासियों को आश्वस्त किया है कि यूक्रेन में फंसे हर भारतीय को सुरक्षित देश लाया जाएगा। सरकार के इसी वादे को पूरा करने के लिए एयर इंडिया के विशेष विमान AI-1941 और AI-1943 रोमानिया के बुखारेस्ट पहुंच गए थे।

विमान AI-1943 वुखारेस्ट से 219 भारतीयों को लेकर भारत के लिए रवाना भी हो चुका है। इसकी पुष्टि खुद विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट के माध्यम से की है। उन्होंने कहा है कि- “यूक्रेन से निकाले गए 219 भारतीयों के साथ पहली उड़ान रोमानिया से मुंबई के लिए रवाना हो गई है। विदेश मंत्री के अनुसार हम प्रगति कर रहे हैं। हमारी टीमें 24 घंटे ज़मीन पर काम कर रही हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं। गौरतलब है कि- यूक्रेन से करीब 470 छात्र शुक्रवार को ही रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के एयरपोर्ट पहुंच गए थे। यूक्रेन और रोमानिया में भारतीय दूतावास द्वारा उन्हें वापस भारत ले जाने के लिए यूक्रेन से निकाल रहे हैं।

भारत सरकार और यूरोपीय देशों में भारतीय दूतावासों ने जारी की एडवाइजरी

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर भारत सरकार ने एडवाइजारी की। इसके अनुसार, भारत सरकार के अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना कोई भी भारतीय नागरिक किसी भी बॉर्डर के पास नहीं जाएगा। उधर, भारतीयों को वापस लाने के लिए विभिन्न यूरोपीय देशों में भारतीय दूतावासों द्वारा एडवाइजरी जारी की जा रही है।

स्लोवाकिया में भारतीय दूतावास ने उज़होरोड-वैस्ने नेमेके सीमा के माध्यम से भारतीयों को निकालने की सलाह जारी की है। हंगरी में भी भारतीय दूतावास ने हंगरी के रास्ते निकालने को लेकर एडवाइजरी जारी की है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि विश्व में भारत की अच्छी छवि का ही नतीजा है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों से कहा गया है कि उन्हें रूसी सेना या अन्य नजर आए तो भारतीय झंडा दिखाएं ताकि उन्हें सुरिक्षित जाने दिया जाए। दो दिन से ऐसे कई उदाहरण भी सामने आए हैं जिसमें भारतीय झंडा देखने के बाद लोगों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सभी बच्चे यूक्रेन से भारत पहुंचेंगे- केंद्रीय मंत्री रेड्डी

केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने का कहना है कि- ‘यूक्रेन में जो बच्चे फंसे हैं उनके परिवारों को मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सभी बच्चे भारत पहुंचेंगे। भारत सरकार पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कर रही है।

भारतीयों को सुरक्षित लाने की व्यवस्था जारी- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी आश्वस्त किया है कि- यूक्रेन में फंसे लोगों को भारत सरकार अपने खर्च पर वापस लाएगी। वहां से कई लोग आ भी चुके थे। हमारे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बातचीत की है। उन्हें यहां सुरक्षित लाने की व्यवस्था चल रही है। हम चाहते हैं कि हालात सामान्य हों।

यूक्रेन से सरकार सभी को वापस जरूर लाएगी- शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार

भारत के केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने कहा है कि- ‘भारत सरकार यूक्रेन में फंसे हमारे छात्रों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आज ही 2 एयरक्राफ्ट निकल चुके हैं। सरकार सभी को वापस जरूर लाएगी। हमारी हेल्पलाइन पर जितनी कॉल आ रही हैं, सभी को नोट किया जा रहा है।

कैबिनेट में विदेश मंत्री ने यूक्रेन की स्थिति पर दी जानकारी

बताया जा रहा है कि- शनिवार को हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कैबिनेट के साथियों को रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की रणनीतिक स्थिति की जानकारी दी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कैबिनेट मंत्रियों को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के प्लान से अवगत कराया। यह चर्चा करीब 20 मिनट तक चली।