रतलाम में जल सत्याग्रह : नदी के पानी ने रोका रास्ता तो ग्रामीणों ने शुरू कर दिया जल सत्याग्रह

खाचरौद-रतलाम मार्ग पर नदी का पानी पुलिया के ऊपर से बहने के कारण यातायात अवरुद्ध हो गया। इससे नाराज ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है।

रतलाम में जल सत्याग्रह : नदी के पानी ने रोका रास्ता तो ग्रामीणों ने शुरू कर दिया जल सत्याग्रह
कुरेल नदी का जलस्तर बढ़ने से खाचरौद-रतलाम मार्ग अवरुद्ध हो गया। नाराज ग्रामीण जल सत्याग्रह करते हुए।

रतलाम-खाचरोद मार्ग बंद होने और पुलिया छोटी व संकरी होने नाराज हैं ग्रामीण

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । बारिश के कारण कुरेल नदी का जलस्तर बढ़ने से रतलाम-खाचरौद मार्ग अवरुद्ध हो गया। इससे नाराज जड़वासा और हतनारा के ग्रामीओं ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है। उन्होंने मार्ग पर स्थित संकरी और छोटी पुलिया के स्थान पर बड़ा पुल बनाने की मांग की है।

लगातार बारिश होने से रतलाम जिले में कई जगह नदी और नालों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके कुछ स्थानों पर पानी सड़क और पुलिया से ऊपर हो कर बह रह है। कुरेल नदी में पानी बढ़ने से रतलाम-खाचरोद मार्ग भी अवरुद्ध हो गया। यहां पुलिया छोटी और संकरी होने से से आवागमन नहीं हो पा रहा है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है। 

बड़ी पुलिया की मांग को लेकर सरपंच पति मुकेश पाटीदार, राधेश्याम बोड़ाना सहित अन्य पानी में उतर गए और जल सत्याग्रह शुरू कर दिया। उनका कहना है कि हर साल वर्षा ऋतु में ऐसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। पुलिया छोटी और संकरी होने से आवाजाही नहीं हो पाती। इससे रोज बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे, किसान सहित अन्य परेशान होते हैं। इस समस्या को लेकर प्रशासन के जिम्मेदारों को कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए जल सत्याग्रह शुरू किया है। सत्याग्रहियों ने स्थायी समाधान नहीं होने तक इसी तरह पानी में धरना जारी रखने की बात कही है।

चार साल में नहीं आई याद, अब आश्वासन की बारिश

समस्याग्रस्त क्षेत्र रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आता है। यहां से दिलीप मकवाना विधायक हैं जिनके कार्यकाल के साढ़े चार साल बीत चुके हैं। सवाल यह उठता है कि हर साल बारिश में उपजने वाली इस समस्या को लेकर उन्होंने क्या प्रयास किए। गुरुवार को जब ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह शुरू हुआ तो हड़कंप मच गया। ताबड़तोड़ में उन्होंने सेतु निर्माण विभाग से बात भी कर ली। उनका कहना है कि पुलिस का प्रस्ताव बना कर भेजा जा चुका है। विभाग बारिश के बाद मार्ग पर पुलिया का निर्माण करेगा। इस संबंध में शासन द्वारा संबंधित को दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं।