बनारसी व चंदेरी साड़ी चाहिए तो शोरूम से नहीं सीधे बुनकरों से खरीदिए, नकली होने का डर नहीं और दाम भी कम, रेजिन आर्ट देखकर तो दंग ही रह जाएंगे
This exhibition is special : रतलाम शहर के रोटरी हाल में आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी 31 अक्टबर तक रहेगी। यह प्रदर्शनी बहुत खास है।

रोटरी हाल में आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी सिर्फ तीन दिन और, आज ही करें खरीदी दलालों से नहीं बनाने वालों से
रतलाम @ एसीएन टाइम्स । घंटों और महीनों मेहनत कर आपके लिए नायाब चीजें गढ़ने वाले हस्तशिल्पियों और बुनकरों की कला देखना चाहते हैं तो जल्दी कीजिए। इसके लिए आपके पास सिर्फ 31 अक्टूबर तक का ही वक्त है। देश-प्रदेश के कलाशिल्पियों द्वारा उत्पादित सामग्री आप शहर के रोटरी हाल में चल रही हस्तशिल्प प्रदर्शनी (This exhibition is special) में देख सकते है। हर बार की तरह इस बार भी प्रदर्शनी में कुछ नया है। पहली बार आप यहां रेजिन आर्ट से रूबरू होंगे जो आपके और आपके घर के सौंदर्य में चार-चांद लगा देगा। इसके अलावा भी एक छत तले बहुत कुछ देखने को मिलेगा।
मप्र हस्तशिल्प एवं विकास निगम अंतर्गत इंदौर की मृगनयनी संस्था द्वारा आयोजित यह प्रदर्शनी दोपहर 12 से रात 9 बजे तक देख सकते हैं। मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित प्रदर्शनी (This exhibition is special) में इस बार भी कई नई चीजें आई हैं। प्रदर्शनी की खास बात यह है कि यहां सभी सामग्री उन्हें बनाने वाले शिल्पी ही लेकर आते हैं। इसलिए जो भी मिलेगा वह असली और शुद्ध ही मिलेगा। इस बार मेले में पहले से ज्यादा शिल्पी आए हैं। हर बार कुछ न कुछ अनूठा और अलग होता है।
अनूठी रेजिन आर्ट से अपने सपनों को उड़ान दे रही रतलाम की बेटी सपना
हर क्षेत्र में बेटियां नाम कर रही हैं। इसमें रतलाम की एक और बेटी सपना माहेश्वरी का भी नाम जुड़ गया है। अनूठी रेजिन आर्ट के दम पर 2017 से देशभर में अपनी हुनर का लोहा मनवा चुकी सपना पहली बार रतलाम में आयोजित हस्तशिल्प मेले में अपने बनाई कलात्मक वस्तुएं लेकर आई है। इंटीरियर डेकोरेशन को करियर के रूप में चुनने वाली सपना ने रेजिन आर्ट के बारे में कोर्स के दौरान जाना और समझा तो उसे भी करियर का हिस्सा बना लिया।
खास प्रकार के केमिकल से वे बहुत ही कलामत्मक उपयोगी वस्तुएं, सजावटी सामान, फर्नीचर आदि गढ़ती हैं। इन उत्पादों की खास बात यह है कि यह किसी भी अन्य माध्यम की अपेक्षा ज्यादा टिकाऊ और सुंदर हैं। इनमें लगने वाले फूल व वस्तुएं छायाचित्र न होकर ओरिजनल होते हैं जो खास प्रोसेस के बाद उपयोग किए जाते हैं। सपना द्वारा कांक्रीट तथा लकड़ी के साथ रेजिन मिलाकर बनाई वस्तुओं की को काफी पसंद किया जा रहा है। अब फैब्रिक और रेजिन के कॉंम्बिनेशन पर प्रयोग कर रही हैं।
गुणवत्ता से समझौता नहीं, पीतल हो, लेदर हो या फिर चीनी मिट्टी का सामान

हस्तशिल्प मेले में घर सजाने से लेकर सौंदर्य की उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री प्रदर्शित की जा रही है। चीनी मिटटी के डाइनिंग सेट, गुलदस्ते, मिटटी के विभिन्न आकृतियों की सुंदर सीटियां, शुद्ध चमड़े से बने जूते, चप्पल और सैंडल, सौंदर्य सामग्री में हार, बूंदे, चूड़ी भी महिलाएं खूब पसंद कर रही हैं। लखनवी, बनारसी, चंदेरी और कश्मीरी ड्रेस मटेरियल की लंबी और किफायती रेंज भी उपभोक्ताओं को खूब पसंद आ रही है। यह सब खुद बुनकल ही लेकर आए हैं। तारापुर की दाबू प्रिंट शुद्ध रूप से प्राकृतिक रंगों से तैयार होती है जो किसी भी तरह से नुकसान देह नहीं है। जबलपुर का बेल मेटल ऐसी कला है जिसमें एक वस्तु केवल एक ही बार बनाई जाती है। इसमें पीतल के आयटम बनाने के लिए मोम और मिटटी का प्रयोग होता है।
बुरहानपुर का लेदरवर्क और देवास के पर्स और बेल्ट, गृहउद्योग में तैयार मसाले व औषधीय वस्तुएं भी

मेले में बुरहानपुर के लेदर वर्क, देवास के पर्स, बेल्ट, इंदौर का जूट उद्योग, अमृत माटी के स्वास्थ्यवर्द्धक उत्पाद भी मेले में खूब पसंद किए जा रहे हैं। मिटटी के बने उत्पादों में कलश, चाय सेट, तला, मिटटी कि मांग है। इस बार का सबसे बड़ा आकर्षक रामबाबू ग्वालियर वालों की पीतल की वस्तुएं हैं जो सोने जैसी ही नजर आती हैं और काली नहीं पड़ती। हाथकरधा के विध्यांवेली की सभी खाद्य, घरेलू उपयोग की व औषधीय वस्तुएं भी उपलब्ध हैं। मंदसौर में बनी बेडशीट का तानाबाना तो इतना मजबूत है कि इसमें पानी भर दो तो वह भी नहीं टपकेगा।