कांग्रेस के महापौर पद के उम्मीदवार मयंक जाट ने विभिन्न वार्डों में किया तूफानी जनसम्पर्क
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कांग्रेस महापौर उम्मीदवार मयंक जाट का शहर के विभिन्न वार्डों में तूफानी जनसम्पर्क जारी है। मतदाता भी दिल खोल कर उन पर आशीर्वाद लुटा रहे हैं। लोगों को उम्मीद है कि अब झूठे वादों के बादल छटेंगे और विश्वास का नया सूर्योदय होगा। आशीर्वाद देने उठ रहे मतदाताओं के हाथ अब ‘हाथ के पंजे’ और युवा महापौर उम्मीदवार मयंक जाट को विकास की जिम्मेदारी सौंपने को बेकरार हैं।
"आपका बेटा आपके द्वार" के अंतर्गत महापौर उम्मीदवार मयंक जाट ने सोमवार को वार्ड क्र. 18, 19 एवं 20 के पार्षद पद के प्रत्याशियों के साथ नागरिकों के घर-द्वार पहुंच कर आशीर्वाद लिया। बाजना बस स्टैंड से लेकर होते हुए हिम्मत नगर, ओसवाल नगर के रास्ते की सभी कॉलोनियों में होते हुए जनसम्पर्क का समापन दीनदयाल नगर में हुआ। इस दौरान उनके साथ शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, पूर्व विधायक पारस सकलेचा, वरिष्ठ नेता विनोद मामा मिश्रा, प्रेमलता दवे, जेम्स चाको, शैलेन्द्र सिंह अठाना, मदन सोनी, नीतेश राठौड़, नीलेश जैन, राजकुमार जैन लाला सहित स्थानीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अवैध कॉलोनी के नाम पर सौतेला व्यवहार अक्षम्य
शहर के इस प्रमुख बाहरी घनी आबादी वाले क्षेत्र में नागरिकों ने जाट को बताया हमारी कॉलोनियों को अवैध और वैध के फेर में उलझाकर हमें वर्षों से बुनियादी सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। जबकि अधिकतर कॉलोनियों का नगर निगम में हस्तांतरण हो गया है। हम सभी टैक्स समय पर भुगतान कर रहे हैं। मगर कोई सुविधा नहीं दी जाती। हमारे साथ नगर निगम और विगत भाजपा परिषद का यह सौतेला व्यवहार अक्षम्य है।
सभी कॉलोनियों को वैध करेंगे- मयंक जाट

जाट ने नागरिकों को विश्वास दिलाया कि मेरे महापौर चुने जाने पर शहर की सभी कॉलोनी के रहवासियों को आधारभूत सुविधाएँ बिना भेदभाव उपलब्ध करवाएंगे। यह विचार ही गलत है कि किसी कॉलोनी के हजारों नागरिकों को इसलिए आधारभूत सुविधाओं से वंचित रखा जाए कि वह अवैध कॉलोनी में रहते हैं। कई वर्षों से रतलामवासी इस अन्याय का सामना कर रहे हैं। अब यह अन्याय समाप्त करने का समय आ गया है। हम नगर की सभी कॉलोनियों को वैध करेंगे। स्थानीय रहवासियों को शासन की सभी योजनाओं का लाभ देते हुए उन्हें विकसित किया जाएगा। इन सभी कॉलोनियों में पानी,सड़कें, नाली, प्रकाश सहित सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जाएंगी। यह मेरी घोषणा नहीं, शपथ है।