अंधेर नगरी – बेशर्म सिस्टम : ढाई महीने से खुले नाले में बाइक सहित गिरा युवक, क्षेत्र के दुकानदार बोले- नगर निगम को किसी की जान जाने का है इंतजार
रतलाम में बिना प्लानिंग के शहर में हो रहे कार्य लोगों की परेशानी का कारण बन रहे हैं। सोमवार शाम को चौमुखीपुल क्षेत्र स्थित नाले में एक युवक बाइक सहित गिर गया। नाला ढाई महीने से खुला है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम शहर अंधेर नगरी बनती नजर आ रही है जहां सिस्टम इतना बेशर्म हो चुका है कि किसी जान भी चली जाए तो जिम्मेदारों को परवाह नहीं। इसकी बानगी सोमवार शाम चौमुखीपुल क्षेत्र में देखने को मिली। यहां करीब ढाई महीने से खुले नाले में एक युवक बाइक सहित जा गिरा। आसपास के दुकानदारों ने युवक को बाहर निकलाने में मदद की।
शहर के चौमुखीपुल से घास बाजार तक फोरलेन बन रहा है। इससे पहले गणेश देवरी से नौलाईपुरा होते हुए चौमुखीपुल तक सीमेंट-कांक्रीट हुआ। इस दौरान चामुखीपुल पर स्थित नाले के जिर्णोद्धार के लिए नगर निगम द्वारा खुदाई की गई थी। इस बात को करीब ढाई महीने होने को हैं। नाला तब से खुला है और आए दिन हादसे हो रहे हैं। सोमवार को शाम तकरीबन 6 बजे घास बाजार क्षेत्र में रहने वाले बम्बई वाला परिवार का एक युवक बाइक सहित नाले में जा गिरा। काफी मशक्कत के बाद उसे नाले से बाहर निकाला गया।
बाद में बाइक को लोगों ने काफी मशक्कत से नाले से बाहर निकाला। युवक का नाम अभी पता नहीं चल सका है।
रहवासी बोले- गलता है किसी की जान जाने के बाद ही बनेगा नाला
चौमुखी पुल चौराहा शहर का व्यस्ततम इलाका है। यहां दिनभर में हजारों लोग आसपास के बाजारों में खरीददारी करने आते हैं। नाला खुला होने से लगभग रोज ही छोटे-बड़े हादसे होते हैं। नाले के कारण कुश दुकानें तो ठीक से खुल तक नहीं पा रही हैं। नाले के समीप स्थित दुकान के संचालक अल्पेश लोढ़ा ने एसीएन टाइम्स को बताया कि नाले से होने वाली समस्या को लेकर कई बार जिम्मेदारों को बताया जा चुका है। कल क्षेत्र में सिटी इंजीनियर जी. के. जायसवाल मौके पर आए थे। तब भी उन्हें क्षेत्र के व्यवसायियों ने समस्या बताई लेकिन इंजीनियर ने सार्वजनिक स्थल पर सिगरेट के कश लगाते हुए लोगों की परेशानी और शिकायत को धुएं में उड़ा दिया। हितेश पारख ने बताया शहर में अन्य स्थानों पर भी ऐसे ही हाल हैं। कहीं सड़क खुदी है तो कहीं गड्ढे हैं। सोमवार को सिर्फ तीन मिनट की बारिश में ही चौमुखीपुल क्षेत्र की नालियां उफन पड़ीं। जगह-जगह कीचड़ आवाजाही में परेशानी का सबब बन रहा है।
व्यापारी समस्या बताते रहे, सिटी इंजीनियर सिगरेट के धुएं में उड़ाते रहे
बता दें- एक दिन पूर्व जब सिटी इंजीनियर जायसवाल क्षेत्र में आए थे तब क्षेत्र के व्यवसायियों ने उन्हें घेर कर आपत्ति दर्ज कराई थी। बात सुनने के बजाय इंजीनियर का रवैया बेहद गैर जिम्मेदाराना रहा जिससे लोग भड़क गए थे। लोगों का कहना था कि नगर निगम के अफसर नहीं चाहते कि फिर से भाजपा जीते। अफसरों का रवैया शहर से भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाला है।