कथा रंग कहानी महोत्सव में आशीष दशोत्तर 'फणीश्वर नाथ रेणु कथा पुरस्कार' से सम्मानित, कहानी 'चे-पा और टिहिया' के लिए मिला सम्मान

'कथा रंग' कहानी महोत्सव एवं अलंकरण समारोह 'लिटरेरी फेस्टिवल' का आयोजन गाजियाबाद में हुआ। इसमें रतलाम के युवा कथाकार आशीष दशोत्तर को फणीश्वर नाथ रेणु कथा पुरस्कार से नवाजा गया।

कथा रंग कहानी महोत्सव में आशीष दशोत्तर 'फणीश्वर नाथ रेणु कथा पुरस्कार' से सम्मानित, कहानी 'चे-पा और टिहिया' के लिए मिला सम्मान
रतलाम के युवा कथाकार आशीष दशोत्तर को सम्मानित करते अतिथि।

सदी के बदलाव का बयान है आज की कहानी : अब्दुल बिस्मिल्लाह

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । 'कथा रंग' कहानी महोत्सव एवं अलंकरण समारोह 'लिटरेरी फेस्टिवल' में शहर के युवा कथाकार आशीष दशोत्तर को फणीश्वर नाथ रेणु कथा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गाजियाबाद में आयोजित समारोह में दशोत्तर को उनकी कहानी 'चे-पा और टिहिया' के लिए सम्मानित करते हुए सम्मान पत्र, सम्मान निधि, शाल प्रदान कर अभिनंदन किया गया। 

सम्मान समोह में सुप्रसिद्ध लेखक अब्दुल बिस्मिल्लाह ने कहा कि जब सदी बदलती है तो कईं बदलाव लाती है। आज की कहानी इसी बदलाव की साक्षी है। वरिष्ठ कथाकार मैत्रेयी पुष्पा ने कहा कि ऐसे समारोह नए रचनाकारों को साहस व आगे बढ़ने का हौंसला प्रदान करते हैं। सुप्रसिद्ध समीक्षक राहुल देव ने कहा कि जीवंत भाषा शुद्धता का आग्रह करती है।

दशोत्तर की कहानी ‘एक चेहरे वाला आदमी’ का भी हुआ उल्लेख

कहानी महोत्सव में 'कहानी का वर्तमान' विषय पर विमर्श में लेखक व आलोचक हरियश राय ने आशीष दशोत्तर की कहानी 'एक चेहरे वाला आदमी' का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में कहानी का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। रचनाकार अपने कथ्य एवं शिल्प को परिदृश्य में हो रहे बदलाव के अनुरूप गढ़ रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक प्रियदर्शन, यतेंद्र यादव, अभिषेक उपाध्याय ने कहा कि साहित्य की यात्रा तब पूर्ण व सार्थक होती है जब वह आम आदमी से जुड़ती है। प्रो. असलम जमशेदपुरी ने उर्दू कहानी के इतिहास एवं वर्तमान के अंतर का विश्लेषण किया। वरिष्ठ साहित्यकार अशोक मैत्रेय, डॉ. नवीन चंद्र लोनी ने भी विचार व्यक्त किए।

‘लेखक से मिलिए’ और ‘छोड़ो कल की बातें’ को सराहा

सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार आलोक पौराणिक व अभिनेता मनु कौशल मंचित 'लेखक से मिलिए' प्रस्तुति बेहद रोचक रही। प्रसिद्ध रंगकर्मी जे. पी. सिंह की नाट्य प्रस्तुति 'छोड़ो कल की बातें' भी सराहनीय रही। इस अवसर पर सुभाष चंदर, जितेन ठाकुर, नवीन कुमार भास्कर, द्विजेंद्र कुमार, आलोक यात्री, जवाहर चौधरी, कविता शर्मा व शोभनाथ शुक्ल की पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया।