दिल्ली के डिप्टी सीएम एवं आप नेता मनीष सिसौदिया गिरफ्तार, सीबीआई 8 घंटे से कर रही थी पूछताछ, कल कोर्ट में किया जाएगा पेश

शराब घोटाले को लेकर लगे आरोपों के मामले में पूछताछ के दौरान संतोषजनक जवाब नहीं दे पाने पर सीबीआई ने दिल्ली के डिप्टी सीएम को गिरफ्तार कर लिया है।

दिल्ली के डिप्टी सीएम एवं आप नेता मनीष सिसौदिया गिरफ्तार, सीबीआई 8 घंटे से कर रही थी पूछताछ, कल कोर्ट में किया जाएगा पेश
मनीष सिसौदिया, डिप्टी सीएम- दिल्ली।

एसीएन टाइम्स @ नई दिल्ली । शराब घोटाले के मामले में सीबीआई दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई उनसे 8 घंटे से पूछताछ कर रही थी। आप ने इसे सरकार की तानाशाही बताया है। सिसौदिया को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा।

सीबीआई AAP के नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया शराब घोटाले को लेकर बीते 8 घंटे से पूछताछ कर ही थी। पूछताछ पूरी होने के बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इससे अरविंद केजरीवाल की सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। सिसौदिया को कल मेडिकल करवाने के बाद दिल्ली रॉउज एवन्यू में सीबीआई जज एम. के. नागपाल की कोर्ट में किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक सिसौदिया की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी वकील हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि मनीष सिसौदिया अपने ऊपर लगे आरोपों के मामले में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे पाए। यही नहीं उन्होंने जांच एजेंसी को ठीक से सहयोग भी नहीं किया जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया। मामलों में सीबीआई द्वारा कुछ लोगों के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं।

भाजपा बोली- केजरीवाल सरकार की असलियत उजागर

सिसौदिया की गिरफ्तार के बाद बयानों की बढ़ आ गई है। दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि 8 घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई ने आप के कट्टर भ्रष्टाचारी मनीष सिसौदिया को शराब घोटाले में गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल याद रखना, एक भी भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा। घोटालों में लिप्त केजरीवाल सरकार की असलियत जनता के सामने आ गई है। भ्रष्टाचारी आप का पतन निश्चित है।

आप ने कहा- इस तानाशाही का होगा अंत 

दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी ने सिसौदिया की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताते हुए आज के दिन को लोकतंत्र का काला दिन बताया है। वहीं AAP के संजय सिंह ने सिसौदिया की गिरफ़्तारी को तानाशाही की इंतेहा बताया है। उन्होंने कहा कि आपने एक नेक इंसान और सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को गिरफ़्तार करके अच्छा नहीं किया मोदी जी। भगवान भी आपको माफ़ नहीं करेगा। एक दिन आपकी तानाशाही का अंत ज़रूर होगा।

आप भी जानिए, दिल्ली की नई शराब नीति

17 नवंबर 2021 को दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति लागू की। राजधानी में 32 जोन बनाए। हर जोन में ज्यादा से ज्यादा 27 दुकानों सहित कुल 849 दुकानें खुलनी थीं। नई नीति में दिल्ली की सभी शराब दुकानों को प्राइवेट कर दिया। पहले दिल्ली में 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं। सरकार का तर्क दिया था कि इससे 3,500 करोड़ रुपए के राजस्व का फायदा होगा। सरकार ने लाइसेंस फीस भी कई गुना बढ़ा दी। पहले एल-1 लाइसेंस के ठेकेदारों को 25 लाख देने पड़ते थे, नई नीति के बाद पांच करोड़ चुकाने पड़े। अन्य कैटेगिरी में भी लाइसेंस फीस में बढ़ गई।

जनता व सरकार को नुकसान का आरोप

भाजपा का आरोप है कि नई शराब नीति से जनता और सरकार दोनों को नुकसान है। इससे बड़े शराब कारोबारियों को फायदा होगा। इसमें तीन तरह से घोटाले की बात कही जा रही है। दरअसल, शराब ब्रिकी के लिए ठेकेदारों को लाइसेंस लेना पड़ता है। सरकार ने लाइसेंस शुल्क तय किया है। कई कैटेगिरी भी हैं। आरोप है कि दिल्ली सरकार ने जानबूझकर बड़े शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाइसेंस शुल्क बढ़ाया। नतीजतन छोटे ठेकेदारों की दुकानें बंद हो गईं। इसके एवज में आप के नेताओं और अफसरों को शराब माफियाओं ने मोटी घूस दी।