सर्व ब्राह्मण समाज में एकता के लिए रोटी व्यवहार के साथ बेटी व्यवहार वर्तमान समय की आवश्यकता- दीपक शुक्ला

श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा द्वारा इंदौर में 15 दिसंबर को सर्व ब्राह्मण युवक/युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए सभा व समाज के पदाधिकारियों ने रतलाम पहुंच कर यहां के विप्र बंधुओं को आमंत्रित किया। इस दौरान सर्ब ब्राह्मण एकता पर बल दिया गया।

सर्व ब्राह्मण समाज में एकता के लिए रोटी व्यवहार के साथ बेटी व्यवहार वर्तमान समय की आवश्यकता- दीपक शुक्ला
बैठक को संबोधित करते श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा इंदौर के मार्गदर्शक दिलीप शुक्ला।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भगवान परशुराम सनातन काल से सिर्फ ब्राह्मण समाज बल्कि समस्त सनातन समाज के लिए कार्य करते आए हैं। भगवान परशुराम को ब्राह्मण एकता का प्रतीक बनाने का कार्य विष्णुप्रसाद शुक्ल (बड़े भैया) ने ही किया है। ब्राह्मण एकता की चिंगारी इंदौर के कान्यकुब्ज समाज से ही उठी थी। सर्व ब्राह्मण समाज की एकता का विचार आगे भी मील का पत्थर साबित होगी। लंबे समय से ब्राह्मण समाज की विभिन्न शाखाओं में रोटी व्यवहार तो शुरू हो गया था, अब बेटी व्यवहार भी शुरू हो रहा है। यह सार्थक है।

यह बात श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा इंदौर के मार्गदर्शक दीपक शुक्ला ने यहां आयोजित एक बैठक में कही। बैठक अलकापुरी स्थित द्विवेदी इंटरप्राइजेस पर कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के कार्यालय पर आयोजित हुई। शुक्ला यहां सभा के अन्य पदाधिकारियों के साथ रतलाम के ब्राह्मण समाज को इंदौर में 15 दिसंबर को होने वाले सर्व ब्राह्मण युवक/युवती परिचय सम्मेलन के लिए आमंत्रित करने पहुंचे थे। उनके साथ प्रीति वाजपेयी, प्रकाश मिश्रा, अनिल वाजपेयी सहित अन्य पदाधिकारी और मार्गदर्शक भी मौजूद रहे।

‘लव जिहाद की शिकार हो रहीं ब्राह्मण समाज की लड़कियां’

दीपक शुक्ला ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज में अभी लिंगानुपात में काफी अंतर है। लड़कियां लड़कों की अपेक्षा ज्यादा शिक्षित हैं। लड़कियां नहीं मिलने से लड़कों की उम्र बढ़ती जा रही है। परिचय सम्मेलनों में यह बात सामने आती है। शुक्ला के अनुसार लव जिहाद का शिकार सबसे ज्यादा शिकार ब्राह्मण समाज की लड़कियां हो रही हैं। इसे रोकने के लिए हमने अभी कदम नहीं बढ़ाए तो हमारी आगे की नस्लें भी खराब होगी। यदि इसे रोकना है तो हम सब को एक होकर अंदोलन बनाकर आगे बढ़ना होगा। शुक्ला ने रतलाम के विप्र बंधुओं को इंदौर में होने वाले परिचय सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।

ब्राह्मण समाज में रोजगार व शादी बड़ी समस्या- शैलेंद्र तिवारी

सर्व ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र तिवारी ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या रोजगार और शादी की है। यदि एक हिस्से शादी के लिए कान्यकुब्ज समाज द्वारा जो पहल की गई है, वह सराहनीय और स्वागत योग्य है। पहले सर्वब्राह्मण एक हो जाएं फिर हिंदू एक हो जाएं। 5 जनवरी 2025 को परिचय स्मारिका का विमोचन भी रतलाम में होने जा रहा है। हम आपस में समाज और बच्चों के लिए क्या कर सकते हैं, कान्यकुब्ज समाज का इसके लिए मार्गदर्शन आपेक्षित हैं।

सर्व ब्राह्मण महासभा की बात कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज से ही शुरू हुई- शांतिलाल शर्मा

सर्व ब्राह्मण महासभा के संरक्षक शांतिलाल शर्मा ने कहा कि सर्व ब्राह्मण महासभा की बात इंदौर से चली और कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज से ही चली। इसका श्रेय समाज के वरिष्ठ विष्णुप्रसाद शुक्ल (बड़े भैया) को जाता है। शुक्ल ने सर्व ब्राह्मण एकता की जो पहल की थी वह आज युवक युवतियों के परिचय सम्मेलन से भी प्रदर्शित होती है। हम कहीं से भी आए हों, हम ब्राह्मण हैं। हम सभी परशुराम जी के वंशज हैं। पहले सभी ब्राह्मण समाजों में रोटी व्यहार तो होने लगा था किंतु बेटी व्यवहार नहीं। अब यह भी शुरू हो रहा है जो सराहनीय है।

इन्होंने भी ब्राह्मण एकता पर व्यक्त किए विचार

(प्रीति वाजपेयी, कन्यकुब्ज ब्राह्मण समाज, इंदौर)

कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज इंदौर की प्रीति वाजपेयी, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज रतलाम के अध्यक्ष के. के. द्विवेदी, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज की महिला इकाई की अध्यक्ष रक्षा मिश्रा, सर्व ब्राह्मण महासभा रतलाम के अध्यक्ष नरेंद्र जोशी, इंदौर से आए प्रकाश मिश्रा, एसीएन टाइम्स के पत्रकार नीरज कुमार शुक्ला सहित अन्य ने भी संबोधित किया। सभी ने रतलाम एक-दूसरे को परस्पर सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया।

(रक्षा मिश्रा, अध्यक्ष- कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज महिला मंडल, रतलाम)

इन्होंने किया स्वागत

इससे पहले इंदौर से आए कन्याकुब्ज ब्राह्मण समाज और श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा इंदौर के पदाधिकारियों और सदस्यों का स्वागत किया गया। स्वागत कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज रतालम के अध्यक्ष के. के. द्विवेदी, सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष नरेंद्र जोशी, संरक्षक शांतिलाल शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र शैलेंद्र तिवारी, विनोद मिश्रा 'मामा', राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक सीमा अग्निहोत्री, सुनील दुबे आदि ने किया।

(कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज रतलाम के अध्यक्ष के. के. द्विवेदी का श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा इंदौर के पदाधिकारी अभिनंदन करते हुए।)

इंदौर से आए सदस्यों ने रतलाम के वरिष्ठ विप्र बंधुओं का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। संचालन डॉ. मुनीन्द्र दुबे ने किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे।

15 दिसंबर को इंदौर में होगा परिचय सम्मेलन

(इंदौर में आयोजित होने वाले निःशुल्क अखिल भारतीय सर्व ब्राह्मण युवक-युवती परिचय सम्मेलन की जानकारी के पर्चे प्रदर्शित कर रतलाम के विप्र बंधुओं को आमंत्रित करते हुए समाज के पदाधिकारी।)

बता दें कि, श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा इंदौर द्वारा 15 दिसंबर को निःशुल्क अखिल भारतीय सर्व ब्राह्मण युवक-युवती परिचय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। यह 25वां परिचय सम्मेलन नरसिंह वाटिका, रामचंद्र नगर, एरोड्रम रोड इंदौर में होगा। इसमें इंदौर सहित मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखंड के देहरादून, छत्तीसगढ़ आदि के स्वजातीय बंधु शामिल होंगे।