चरित्र शंका में कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी की हत्या कर दी थी, पुलिस ने 36 घण्टे के भीतर कर लिया गिरफ्तार

रतलाम पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

चरित्र शंका में कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी की हत्या कर दी थी, पुलिस ने 36 घण्टे के भीतर कर लिया गिरफ्तार
पत्नी की हत्या का आरोपी पुलिस के साथ।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । चरित्र शंका में पत्नी की हत्या करने वाले आरोपी पति को पुलिस ने महज 36 घंटे के भीतर दबोच लिया। आरोपी ने कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी की हत्या कर दी थी। हमले में उसकी सास भी घायल हुई थी।

शहर के नयागांव राजगढ़ क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की कुल्हाडी से गला काट कर हत्या करने वाले आरोपी पति को पुलिस ने 36 घण्टों के भीतर गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी ने पत्नी के साथ साथ अपनी सास पर भी कुल्हाडी से वार कर उसे घायल कर दिया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने चरित्र शंका के चलते अपनी पत्नी की हत्या की थी।

उल्लेखनीय है कि 20 अप्रैल की रात शहर के नयागांव-राजगढ़ इलाके में मानकुंवर उर्फ मांगूबाई (48) की उसके पति हीरासिंह ने कुल्हाडी से गर्दन पर वार कर हत्या कर दी थी। आरोपी ने बीच-बचाव करने आई मांगूबाई की मां धन्नाबाई पर भी जानलेवा हमला किया था जिसमें वह गंभीर घायल हो गई थी। आरोपी हमले के बाद फरार हो गया था। सूचना मिलने पर पुलिस शहर के थाना औद्योगिक क्षेत्र थाने पहुंची और फरियादी की रिपोर्ट पर केस दर्ज किया था।

एसपी ने दिए थे निर्देश धरपकड़ अभियान

पुलिस अधीक्षक सिध्दार्थ बहुगुणा ने आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में अलग अलग टीम गठित की थी। पुलिस को आरोपी के रेलवे स्टेशन क्षेत्र में होने की सूचना मिली। तलाश पर आरोपी हीरासिंह चौहान मिल गया जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस ने महज 36 घंटे के भीतर आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी ने चरित्र शंका के आधार पर घटना को अंजाम दिया था।

टीम में ये रहे शामिल

आरोपी की तलाश और गिरफ्तार करने में औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी निरीक्षक राजेन्द्र वर्मा, उप निरीक्षक सुरेश गोयल, उप निरीक्षक पंकज राजपूत, उप निरीक्षक जितेन्द्र चौहान (प्रभारी सायबर सेल), प्रधान आकक्षक राजसिंह तोमर, आरक्षक विपुल भावसार सायबर सेल, आर. हिम्मतसिंह और आर. दीपक सिंह का सराहनीय योगदान रहा।