भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने किया ऑनलाइन क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा का शुभारंभ, कहा- छिपी प्रतिभाएं ढूंढ कर बाहर निकालने की जरूरत  

क्रीड़ा भारती द्वारा ऑनलाइन क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्पर्धा का शुभारंभ भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने किया। इस मौके पर राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के चेयरमैन चेतन्य काश्यप मौजूद रहे।

भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने किया ऑनलाइन क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा का शुभारंभ, कहा- छिपी प्रतिभाएं ढूंढ कर बाहर निकालने की जरूरत  
क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित ऑनलाइन क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा के शुभारंभ अवसर पर बोलते राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष चेतन्य काश्यप एवं मुख्य अतिथि भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष एथलीट पी. टी. उषा।

दिल्ली में आयोजित समारोह में क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप रहे उपस्थित

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । क्रीड़ा भारती के तत्वावधान में चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित ऑनलाइन क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा का शुभारंभ दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष एथलीट पीटी ऊषा ने समारोह पूर्वक किया। शुभारंभ अवसर पर ऊषा ने कहा कि भारत के गांवों में खेलों की अनूठी प्रतिभाएं छिपी हुई हैं। इन प्रतिभाओं को ढूंढ कर बाहर निकालने की जरूरत है।

शुभारंभ अवसर पर क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष गोपाल सैनी, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप, ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव कल्याण चौबे, क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय महामंत्री राज चौधरी, अखिल भारतीय सहमंत्री रामानंद चौधरी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर पीटी ऊषा ने कहा कि वे खुद छोटे गांव से आई हैं, ऐसी कई प्रतिभाएं हैं जिनको उचित जगह नहीं मिल पाती। देश में लोगों में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी जरूरत है। यह काम क्रीड़ा भारती द्वारा देशभर में किया जा रहा है, इसके लिए क्रीड़ा भारती बधाई की पात्र है। क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष गोपाल सैनी ने कहा कि खेलों से राष्ट्रीयता की भावना आती है, जिस तरह से आईएएस, आईपीएस बनने को बच्चे करियर मानते हैं, वैसे ही एक अच्छा खिलाड़ी बनना भी करियर है।

मोदी पहले पीएम बन गए होते तो पीटी ऊषा भी ओलंपिक में मेडल ले आती- काश्यप

क्रीड़ा भारती के कार्याध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने कहा कि देश में पहले कभी भी खेलो पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। नरेंद्र मोदी यदि पहले प्रधानमंत्री बन गए होते तो पीटी ऊषा भी ओलंपिक में मेडल जीत कर लाती। खिलाड़ी हार से कभी हताश नहीं होता, वह जीतने के लिए दोगुनी ताकत से मेहनत करता है। काश्यप ने कहा कि क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा खेलों के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करती है। इस बार भी क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा में एक लाख रुपए का एक, 50-50 हजार रुपए के दो और 25-25 हजार रुपए के छह पुरस्कार रखे गए हैं।

पहली बार शामिल हो रहा मलखंभ

ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव कल्याण चौबे ने कहा कि क्रीड़ा भारती से वह खुद भी पिछले 10 वर्षों से जुड़े हुए हैं। भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देने का काम ओलंपिक संघ के माध्यम से कर रहे हैं। मलखंभ जैसे खेलों को पहली बार गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया जा रहा है।