श्रीराम की लंका चढ़ाई के लिए बनेगा रामसेतु, पीर परंपरा का महत्व बताएगा रामदेव बाबा का चित्रण, 3000 शरीर साधक दिखाएंगे करतब
जवाहर व्यायामशाला और अंबर ग्रुप द्वारा अनंत चतुर्दशी पर झांकियां और अखाड़े का चल समारोह निकाला जाएगा। इसमें 3000 छोटे-बडे शरीर साधक प्रदर्शन करेंगे।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । करीब 35 साल पहले सज्जन मिल के बेरोजगार मजदूरों की रोजी-रोटी के लिए शुरू हुई परंपरा आज भी कायम है। यह शहर में धार्मिक आस्था का पर्याय बन चुकी है। हर साल अनंत चतुर्दशी पर निकलने वाली जवाहर व्यायामशाला और अंबर ग्रुप की झांकी इस वर्ष भी हर्षोल्लास से निकलेगी। व्यायामशाला द्वारा इस वर्ष दो झांकियां निकाली जाएंगी। एक में श्री राम की लंका चढ़ाई के लिए रामसेतु के निर्माण और दूसरे में रामदेव बाबा का चित्रण होगा। इसके साथ अखाड़ा भी निकलेगा जिसमें 3 हजार से अधिक शरीर साधक शस्त्रकला और शरीर साधना का प्रदर्शन करेंग।
हजारों टिमटिमाते हुए विद्युत बल्बों से सजी दूधिया रोशनी से जगमगाती भव्य ऐतिहासिक झांकियां परंपरा अनुसार नगर की प्रतिष्ठित जवाहर व्यायाम शाला अंबर परिवार द्वारा निकाली जाएगी। इसमें अखाड़े के लगभग 3 हजार पहलवान शस्त्रकला और शरीर साधना का प्रदर्शन करेंगे। रतलाम व आसपास की धार्मिक जनता इन कलाकारों का उत्साह बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे।
35 साल पहले मजदूरों की रोजी-रोटी के लिए शुरू हुई परंपरा बन गई आस्था का पर्याय
साढ़े तीन दशक पूर्व रतलाम नगर की जीवन रेखा कहलाने वाली सज्जन मिल के गेट बंद हो गए थे। उस वक्त मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की संकट खड़ा हो गया था। इसका असर धार्मिक उत्सव और आयोजनों पर भी पड़ा। ऐसे में एक शख्स आगे आया और उसने धार्मिक परंपरा को अपने बल-बूते पर निभाने का बीड़ा उठा लिया। यह शख्स कोई और नहीं जवाहर व्यायामशाला के संस्थापक एवं पूर्व रतलाम केसरी नारायण पहलवान थे। हजारों युवा पहलवानों के आदर्श और रतालम में कुश्ती जगत के भीष्म पितामह बनकर उभरे नारायण पहलवान की कुश्ती और धर्म के प्रति श्रद्धा और योगदान आज भी प्रेरणादायी बन रहा है।
इन कलाकारों द्वारा तैयार की जा रही हैं झांकियां
नारायण पहलवान के संरक्षण में अनंत चतुर्दशी पर झांकी निकलने का सिलसिला लगातार जारी है। इस चतुर्दशी पर व्यायामशाला द्वारा दो झांकियां निकाली जा रही हैं। पहली झांकी बाबा रामदेव की चमत्कारिक आस्था पर आधारित होगी जिसमें पीर परंपरा का महत्व दर्शाया जाएगा। अटूट श्रद्धा और विश्वास से परिपूर्ण उनकी संपूर्ण कथा इसमें प्रदर्शित होगी। झांकी का निर्माण कार्तिक माली द्वारा किया गया है। इसी तरह दूसरी झांकी में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम द्वारा लंका चढ़ाई के वक्त बनाए गए राम सेतु का चित्रण होगा। इस झांकी का निर्माण बड़नगर के कलाकार यश टांक कर रहे हैं। झांकियों की विद्युत सजा शिवम् लाइट के श्रीराम प्रजापत द्वारा की जा रही है। पहलवानों उत्साहवर्धन के लिए शहर की सात प्रमुख ढोल पार्टियां ढोल का वादन करेंगी।
झांकी व अखाड़े का ये करेंगे नेतृत्व
अनंत चतुर्दशी पर झांकी के साथ अखाड़ा भी निकलेगा। झांकी और अखाड़े का नेतृत्व जवाहर व्यायामशाला के दौलत पहलवान, सुरेश जाट (पूर्व निगम अध्यक्ष), वैभव जाट, सूरज जाट, अम्बर जाट, गौरव जाट, अभिषेक जाट, मयंक जाट, अमन जाट, सचिव राजीव रावत, धन्ना उस्ताद, ईश्वर बाबा, जगदीश, भगवतीलाल शर्मा, कैलाश पहलवान, राजेश व्यास, अजय चौहान, कैलाश पहलवान, पवन तिवारी, गोपाल राठौर, सत्यनारायण उपाध्याय, कांतू पहलवान, लक्ष्मणसिंह, ओम लिम्बोदिया, मनीष शर्मा, गगन पाठक, राहुल जाट, सोनू जाट, राष्ट्रपति पदक विजेता मलखंब प्रशिक्षक शेखर चांवरे, मनीष नेपाली, जितेंद्र सिंह राणावत, अर्जुन सिंह आदि करेंगे। इनके मार्गदर्शन में छोटे-छोटे कलाकार मलखंभ पर प्रदर्शन करेंगे।