मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान : बदनावर के रास्ते रतलाम आएगा नर्मदा जी का पानी, विधायक चेतन्य काश्यप ने रतलाम की तरह से दिया धन्यवाद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नर्मदा का पानी रतलाम लाने की घोषणा किए जाने पर विधायक चेतन्य काश्यम ने रतलाम की ओर से उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान : बदनावर के रास्ते रतलाम आएगा नर्मदा जी का पानी, विधायक चेतन्य काश्यप ने रतलाम की तरह से दिया धन्यवाद
नर्मदा का पानी रतलाम लाने की घोषणा करने पर मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद ज्ञापित करते विधायक काश्यप।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । माही का पानी रतलाम लाने की बात भले ही जुमला साबित हुई हो लेकिन नर्मदा जी का पानी रतलाम आएगा, यह लगभग तय हो गया है। रतलाम में आयोजित लाडली बहना महासम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस बारे में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने आश्वस्त किया है कि नर्मदा का पानी बदनावर से पाइप लाइन विस्तारित कर रतलाम लाया जाएगा। अपने एक और ड्रीम प्रोजेक्ट और अपने द्वारा की गई इस मांग पर सहमति की मुहर लगाने पर विधायक चेतन्य काश्यप ने मुख्यमंत्री चौहान के प्रति रतलामवासियों की तरफ से धन्यवाद ज्ञापित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा था कि पहले लोग कहते थे कि नर्मदा का पानी शिप्राजी में नहीं आ सकता लेकिन यह संभव हो गया। नर्मदा का पानी झाबुआ और आसपास भी पहुंच चुका है। यह बदनावर तक आकर पाइप के जरिए रतलाम में भी आएगा और यहां के जलस्रोतों में भी पानी उपलब्ध होगा। इस बारे में प्रकाश डालते हुए विधायक काश्यप ने बताया कि रतलाम में नर्मदा का पानी लाए जाने के लिए वे लंबे समय से प्रयासरत थे। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए मांग पत्र सौंपा था। इसमें बताया गया था कि रतलाम जिले के नजदीक बदनावर एलआईएस तक नर्मदा नदी का पानी निम्बोला से उद्वहन कर सिंचाई हेतु लाया जा रहा है। इससे लगभग 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। बदनावर एलआईएस से रबी की फसल की सिंचाई के बाद भी अतिरिक्त पानी की उपलब्धता रहेगी। इसे पाइप लाइन बढ़ाकर सरोज सरोवर धोलावड़ तक लाया जा सकता है।

12 तालाबों का पुनर्भरण और 45.92 एमसीएम क्षमता बढ़ेगी

वर्तमान में सरोज सरोवर धोलावड़ से रतलाम शहर की पेयजल आपूर्ति की जा रही है। बदनावर एलआईएस को बढ़ाने से इसके मध्य आने वाले रतलाम ग्रामीण के 12 तालाबों में पुनर्भरण से 45.92 एमसीएम क्षमता पानी की वृद्धि होगी। इससे पेयजल एवं सिंचाई हेतु पानी की उपलब्धता बढ़ेगी और ग्रीष्मकाल में पेयजल परिवहन से निजात मिलेगी। रतलाम शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र को पेयजल हेतु वार्षिक 17.80 एमसीएम पानी की आवश्यकता रहती है। इसके अतिरिक्त रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल नलजल योजना की वार्षिक 8.11 एमसीएम की आवश्यकता है। इसके लिए 25.91 एमसीएम की वार्षिक पेयजल मांग को बदनावर एलआईएस की रतलाम तक वृद्धिकर पूरा किया जा सकता है और इससे रतलाम शहर एवं रतलाम ग्रामीण की पेयजल आपूर्ति भी सुगमता से होगी।