कोरोना के कारण 3 साल बाद हुई सर्व ब्राह्मण महासभा की बैठक, एकता के आह्वान के बीच उठी व्यक्ति और व्यवस्था में बदलाव की उठी मांग

रतलाम में ब्राह्मण समाज की विभिन्न इकाइयों की प्रतिनिधि संस्था सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा आगामी दिनों में कई कार्य करवाए जाएंगे। करीब तीन साल बाद हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।

कोरोना के कारण 3 साल बाद हुई सर्व ब्राह्मण महासभा की बैठक, एकता के आह्वान के बीच उठी व्यक्ति और व्यवस्था में बदलाव की उठी मांग
श्री रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम में आयोजित सर्व ब्राह्मण महासभा की बैठक में मौजूद विप्रजन। फोटो- राकेश पोरवाल

बैठक के दौरान विप्र वक्ताओं ने दिए कई महत्वपूर्ण सुझाव, अध्यक्ष डॉ. पुरोहित ने रखी आगामी दिनों के आयोजनों की रूपरेखा

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सर्व ब्राह्मण महासभा की बैठक जवाहरनगर स्थित श्री रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम में हुई। कोरोना के चलते तीन वर्ष बाद हुई बैठक में विप्र वक्ताओं ने संगठन को मजबूती प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने ब्राह्मण समाज को एकजुट करने के साथ ही आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की आवश्यकता भी जताई। इस दौरान संगठन और व्यवस्था में बदलाव की मांग भी उठी जिस पर कई सदस्य सहमत नजर आए।

सर्व ब्राह्मण महासभा की बैठक का आयोजन अध्यक्ष डॉ. अरुण पुरोहित की अध्यक्षता और शिक्षाविद् डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला के आतिथ्य में हुई। बैठक का शुभारंभ भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात शिक्षाविद् डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला ने ब्राह्मण और सनातन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा मुझे ब्राह्मण होने पर गर्व है और अच्छी बात यह है कि उन्हें ईश्वर ने उसी कार्य (अध्यापन/शिक्षण) के लिए चुना जो ब्राह्मण को करना चाहिए।

डॉ. अमर सारस्वत, नरेंद्र त्रिवेदी, पूर्व उपसंचालक शिक्षा डॉ. सुलोचना शर्मा, शैलेंद्र तिवारी, सुनीता पाठक, पूर्व पार्षद राजेश दवे, प्रज्ञा पुरोहित, एडवोकेट एवं पूर्व उप महापौर सतीश पुरोहित, प्रवीण उपाध्याय, ओम तिवारी, सविता पुरोहित, जी. के. शर्मा, अजय जोशी, परशुराम सहायता समूह के अनुराग लोखंडे और सुनील दुबे आदि ने भी संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने संगठन को और प्रभावी और मजबूत बनाने के सुझाव दिए।

69 हजार आबादी है रतलाम शहर में ब्राह्मणों की

वक्ताओं ने कहा कि रतलाम में ब्राह्मण समाज की संख्या करीब 69 हजार है। यदि सभी एकजुट होकर प्रयास करें तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है। महिला इकाई से अपेक्षा की गई कि वे गृह उद्योग शुरू करवाने में मदद करें। इसी प्रकार शिक्षकीय पेशे से जुड़े लोगों से समाज के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने, अभिभाषकों से कानूनी सलाह देकर मदद करने, खेल प्रशिक्षकों से खिलाड़ियों को बड़ी स्पर्धाओं के लिए प्रशिक्षित करने में मदद देने की अपेक्षा जताई।

सामूहिक विवाह आयोजित करने में देंगे सहयोग

पूर्व पार्षद राजेश दवे ने बताया कि उनके द्वारा अखिल भारतीय रामायण मेले का आयोजन किया जाता रहा है। अब उसमें व्यय होने वाले पैसे से सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे कहने में नहीं, करने में ज्यादा विश्वास रखते हैं। वहीं एसीएन टाइम्स के संपादक नीरज कुमार शुक्ला ने ‘पॉवर’ का महत्व स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि चार प्रकार के पॉवर में से कोई भी एक भी हो तो काम आसानी से हो सकते हैं। वे चार पॉवर हैं- प्राशासनिक, राजनीतिक, प्रेस का, पैसे और संख्या बल। ब्राह्मण समाज के पास संख्या बल भी है और प्रेस में व्यापक प्रतिनिधित्व है जिसे सकारात्मक दिशा में उपयोग करने की जरूरत है।

संगठन व व्यवस्था में परिवर्तन की बात उठाकर कर दिया अचंभित

शांतिपूर्ण ढंग से चल रही बैठक में उस समय सभी सकते में आ गए जब परशुराम सहायता समूह के सदस्य सुनील दुबे ने तल्ख लहजे में परिवर्तन की बात कह डाली। उन्होंने बैठक और परशुराम जयंती में समाज की पर्याप्त सहभागिता नहीं होने पर सवाल उठाया। उनका तर्क था कि सर्व ब्राह्मण महासभा के गठन को इतने वर्ष होने के बाद भी आज बैठक में उतने लोग शामिल नहीं हैं जितने की होने चाहिए। इसकी वजह उन्होंने संगठन की एप्रोच समाजजन से नहीं होना बताया। उन्होंने संगठन और व्यवस्था में बदलाव के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठतम प्रदर्शन करने वाले ब्राह्मण समाज के बच्चों, खिलाड़ियों और लोगों को भी सम्मानित करने का सुझाव रखा।

सर्व ब्राह्मण महासभा व डॉ. अरुण पुरोहित मित्र मंडल के बैनर तले होंगे ये आयोजन

अध्यक्ष डॉ. पुरोहित व सचिव नरेंद्र जोशी ने बताया कि महासभा द्वारा आगामी दिनों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसमें ब्राह्मण समाच के 75 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों व माता–पिता को समारोह आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा। महासभा और डॉ. अरुण पुरोहित मित्र मंडल 29 मई को नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन करेगा।

इसके अलावा 5 जून (विश्व पर्यावरण दिवस) से सात दिन तक रोग निवारण योग प्राणायाम शिविर का आयोजन किया जाएगा। प्रतिदिन सुबह 6 बजे से योग शिविर और शाम 7 बजे से ध्यान शिविर लगेगा। शिविर में योग डॉ. गणेश राव (ऋषिकेश) के मार्गदर्शन में योगा इंस्टीट्यूट मुंबई से प्रशिक्षित डॉ. प्रज्ञा पुरोहित द्वारा कराया जाएगा। प्रदूषण कम करने के लिए तुलसी के पौधों का निःशुल्क वितरण भी किया जाएगा। संचालन डॉ. मुनींद्र दुबे ने किया। आभार छोटूभाई उपाध्याय ने माना। इस दौरान ब्राह्मण समाज की विभिन्न शाखाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।