काव्य गोष्ठी : रचनाकार का समाज, घर, व्यक्ति व देश के प्रति ईमानदारी से अपनी जवाबदार का निर्वाह करना जरूरी- त्रिपुरारी शर्मा

अखिल भारतीय साहित्य परिषद की रतलाम इकाई द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने व्यक्ति और संस्था की जिम्मेदारी के निर्वाहन को लेकर विचार व्यक्त किए।

काव्य गोष्ठी : रचनाकार का समाज, घर, व्यक्ति व देश के प्रति ईमानदारी से अपनी जवाबदार का निर्वाह करना जरूरी- त्रिपुरारी शर्मा
अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी में मुख्य अतिथि त्रिपुरारी शर्मा का अभिनंदन किया गया।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । हमारी जिम्मेदारी और जवाबदारी रचनाकार के रूप में यह तय करती है कि हमें क्या करना है और क्या नहीं करना है। समाज के प्रति, घर के प्रति, व्यक्ति के प्रति, देश के प्रति हमारी कितनी जवाबदारी है। उस जवाबदारी को हम कितनी ईमानदारी के साथ निर्वाह करते हैं। अखिल भारतीय साहित्य परिषद रतलाम इकाई वह संस्था है जहां सभी रचनाकारों का स्वागत किया जाता है चाहे वह किसी भी विचारधारा का ही क्यों ना हो। ऐसे में परिषद के जिम्मेदार पदाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि वह भी संस्था की गतिविधियों में अपना ध्यान केंद्रित करके इस परिषद को अधिक से अधिक मजबूती प्रदान करें।

यह बात इंदौर से पधारे मुख्य अतिथि त्रिपुरारी शर्मा ने कही। वे अखिल भारतीय साहित्य परिषद रतलाम इकाई द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर सुभाष यादव, अखिल स्नेही, सतीश जोशी ने कहा कि नगर में कई प्रकार की साहित्यिक संस्थाएं हैं जो विभिन्न विषयों को लेकर समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। इस शृंखला में भी अखिल भारतीय साहित्य परिषद रतलाम इकाई भी निरंतर साहित्यिक गतिविधियों में अपनी अहम भूमिका निभा रही है जिसे किसी भी कीमत पर नकारा नहीं जा सकता है।

नई कार्यकारिणी का हुआ गठन

काव्य गोष्ठी में परिषद के नए अध्यक्ष का चयन किया गया। कैलाश वशिष्ठ सर्वसम्मति से अध्यक्ष मनोनीत किए गए। महामंत्री प्रकाश हेमावत, संरक्षक सुभाष यादव, हरिशंकर भटनागर, जुझार सिंह भाटी, अखिलेश स्नेही, प्रचार मंत्री प्रकाश  हेमावत, सचिव मुकेश सोनी, सहसचिव सुरेश माथुर कोषाध्क्ष गौरीशंकर खींची बनाए गए। कार्यकारणी सदस्य अकरम शिरानी, राजेश जोशी, मुकेश आचार्य, दिनेश बारोट (सरवन), महिला इकाई प्रभारी इन्दू सिन्हा बनाया गया। संचालन प्रकाश हेमावत ने किया। आभार सुरेश माथुर ने माना।