रतलाम रेल मंडल का कमाल : रेलवे ने शाम 4.30 बजे किया बोनस का ऐलान, 6.15 बजे मंडल के 12,625 कर्मचारियों के खातों में पहुंच गए 21.75 करोड़ रुपए
रतलाम रेल मंडल ने बोनस का भुगतान होने के महज 2 घंटे 15 मिनट में अपने कर्मचारियों के खातों में राशि स्थानांतरित कर दी।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतीय रेलवे का अहम् हिस्सा रतलाम रेल मंडल कई मामलों में अव्वल रहा है। इस बार मंडल के लेखा विभाग ने कमाल कर दिया। रेलवे बोर्ड ने शाम 4.30 बजे अपने कर्मचारियों को बोनस देने का ऐलान किया और मंडल ने 2 घंटे के भीतर मंडल के सभी रेलकर्मियों के खाते में राशि अंतरित कर दी है।
दशहरे के पहले रेलवे कर्मचारियों को बोनस को बोनस का ऐलान हो जाता है। इस बार दशहरे से 5 दिन पहले बुधवार को बोनस की घोषणा कर दी गई। रेलवे ने 17 हजार 951 रुपए सीलिंग लिमिट निर्धारित कर अपने कर्मचारियों को बोनस देने का भुगतान किया। रेल मंत्रालय द्वारा देश के 11 लाख 07 हजार 346 से अधिक गैर राजपत्रित कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस तय किया गया। इससे लगभग 1969 करोड़ रुपए बोनस के रूप में खर्च होंगे।
सिर्फ 2 घंटे 15 मिनट में हो गया भुगतान
बोनस देने का ऐलान शाम करीब 6.30 बजे हुआ। रतलाम रेल मंडल के स्थापना और लेखा विभाग का अमला पहले ही सारी तैयारी कर चुका था। इसलिए आदेश होते ही बोनस की राशि कर्मचारियों के खातों में अंतरित करना शुरू कर दिया गया। शाम के 6.15 तो तब बजे (महज 2 घंटे 15 मिनट) जब मंडल के 12 हजार 5 नियमित कर्मचारियों को 21 करोड़ रुपए का भुगतान हो गया। इस दौरान इस साल अब तक सेवानिवृत्त हुए 620 रेलकर्मियों के खाते में भी 75 लाख 06 हजार 106 रुपए ट्रांसफर किए गए।
इनकी सक्रियता से संभव हुआ
बोनस भुगतान को लेकर दिखाई गई इस तत्परता में सहायक मंडल वित्त प्रबंधक गोपाल प्रसाद तिवारी व कृष्ण कुमार का मार्गदर्शन रहा। दोनों ही अधिकारियों के कुशल मार्गदर्शन में स्थापना अनुभाग के राजेन्द्र जाजोरिया, संजय शिंखेडकर, सीएल मीना, गौरव दुबे, मुकेश तिवारी, सुरेखा, अर्पित, कनकलता, विद्या, सिकंदर, इरफान, चितरंजन तथा लेखा, बही एवं बजट अनुभाग के पी. एन. वर्मा, अरविंद कुमार पांडेय, राहुल टटवाड़े की उल्लेखनीय भूमिका रही। बोनस की राशि खातों में स्थानांतरित होने में कोई अड़चन न आए, इसक जिम्मेदारी वरिष्ठ इंजीनियर (आइटी) रघुनाथ महतो ने बखूबी निभाई।
वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक ने थपथपाई पीठ
त्वरित और तत्परता के साथ बोनस भुगतान होने पर वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक मानसी सिंह लेखा विभाग पहुंची। उन्होंने कार्यकुशलता के साथ कार्य पूरा करने के लिए सभी कर्मचारियों को बधाई दी।
सीलिंग लिमिट से संतुष्ट नहीं रेलकर्मी
रतलाम रेल मंडल के त्वरित भुगतान से रेलकर्मी खुश हैं लेकिन बोनस की सीलिंग लिमिट को लेकर वे निराश भी हैं। पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री शिवलहरी शर्मा ने एसीएन टाइम्स को बताया कि जब से न्यूनतम वेतनमान 18 हजार रुपए किया गया था, तभी से बोनस की सीलिंग लिमिट बढ़ाने की मांग परिषद द्वारा की जा रही है। इसके बावजूद बोनस 7 हजार रुपए के हिसाब से ही दिया जा रहा है। बोनस की सीलिंग लिमिट बढ़ाने की हमारी मांग आगे भी जारी रहेगी।