रतलाम की बेटी दिव्यांशी को MBBS की पढ़ाई करने नहीं जाना पड़ेगा शहर से बाहर, होमगार्ड नायक पवन कुमार परिहार की बेटी
रतलाम में सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना के परिणाम सामने आने लगे हैं। इससे यहां के बच्चों को डॉक्टरी की पढ़ाई यहीं करने का अवसर मिल पा रहा है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के अलकापुरी निवासी होमगार्ड नायक पवन कुमार परिहार की बेटी का नीट 24 के मॉपअप ग्राउंड काउंसलिंग में MBBS के लिए चयन हो गया है। उन्हें रतलाम के ही डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय मेडिकल कॉलेज में सीट आवंटित हुई है। अच्छी बात यह है कि रतलाम की बेटी को डॉक्टर की पढ़ाई के लिए शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
दिव्यांशी बताती हैं कि, वे संयुक्त परिवार की सदस्य हैं। परिवार में सभी की इच्छा थी कि उनका एक बच्चा तो डॉक्टर बने। आज परिवार का यह सपना पूरा हो रहा है। दिव्यांशी ने रतलाम में ही रह कर नीट की तैयारी की। उनकी तैयारी नीलिमा कुमावत एवं राकेश कुमावत द्वारा संचालित निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट से हुई। दिव्यांशी ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय इसी कोचिंग की पूरी फैकल्टी को दिया है। यहां के DTS, माइनर टेस्ट, Pre NEET Exam और पढ़ाने के सही तरीके के कारण ही आज वे डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने जा रही हैं।
50 स्टूडेंट हुए चयनित, 3 को रतलाम में मिली सीट
संचालक नीलिमा कुमावत के अनुसार उनका कोचिंग इंस्टिट्यूट रतलाम शहर के शास्त्रीनगर क्षेत्र में संचालित है। इस वर्ष उनकी संस्था में अध्ययनरत 50 स्टूडेंट का चयन नीट में हुआ है। इनमें से 3 स्टूडेंट को रतलाम के ही शासकीय मेडिकल कॉलेज में सीट आवंटित हुई है। इनमें होमगार्ड नायक पवन कुमार परिहार (निवासी डीआरपी लाइन रतलाम) की बेटी दिव्यांशी परिहार (निवासी अलकापुरी रतलाम), बर्तन व्यवसायी स्व. दिनेश राठौर के बेटे संदीप राठौर (निवासी सज्जन विहार कॉलोनी नयागांव, रतलाम) एवं छगनलाल खराड़ी के बेटे नीरज खराड़ी (निवासी झाबुआ) को रतलाम के ही शासकीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट आवंटित हुई है।
इन शहरों में भी मिलीं सीटें
अन्य स्टूडेंट को भोपाल, इंदौर, नीमच, मंदसौर, ग्वालियर, देवास सिहत मध्य प्रदेश के अन्य शहरों और अन्य राज्यों के विभिन्न शहरों के सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिला है। कोचिंग इंस्टिट्यूट के संचालक नीलिमा कुमावत एवं राकेश कुमावत ने सभी चयनित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं। संस्था संचालक द्वारा होमगार्ड नायक परिहार के परिवार और उनकी बेटी का घर जाकर सम्मान किया गया।