निवेश क्षेत्र पर ये कैसा बवाल ? विधायक बोले- डरने व भ्रमित होने की जरूरत नहीं, DM ने कहा- सकारात्मक बात के लिए तैयार लेकिन कानून व्यवस्था बिगड़ी तो कार्रवाई होगी 

रतलाम में प्रस्तावित निवेश क्षेत्र को लेकर बवाल मचा हुआ है। जनजाति समाज का मानना है कि निवेश क्षेत्र विकसित होने से चरागाह, वन क्षेत्र और उनके आवासों को नुकसान पहुंचेगा। फैक्ट्रियों का दूषित पानी जमीन में रिसेगा। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने इसे भ्रांति बताया है और उसे दूर करने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में सोमवार को प्रस्तावित आंदोलन से ऊहापोह की स्थिति है।

निवेश क्षेत्र पर ये कैसा बवाल ? विधायक बोले- डरने व भ्रमित होने की जरूरत नहीं, DM ने कहा- सकारात्मक बात के लिए तैयार लेकिन कानून व्यवस्था बिगड़ी तो कार्रवाई होगी 
रतलाम : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रवेस वे जिसके समानांतर विकसित होना है निवेश क्षेत्र।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम से गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के समानांतर विकसित होने वले निवेश क्षेत्र को लेकर भ्रम की स्थिति खड़ी हो गई है। जनजाति वर्ग के प्रतिनिधित्व का दावा करने वाले एक संगठन ने इससे होने वाले कथित नुकसान का हवाला देकर इसके विरोध में सोमवार को रतलाम बड़ा आंदोलन करने का ऐलान किया है। इससे दुविधा की स्थिति निर्मित हो गई है। ऐसे में विधायक चेतन्य काश्यप ने नागरिकों से कहा है उन्हें डरने या भ्रमित होने की जरूरत नहीं है। विधायक दिलीप मकवाना ने बिना कारण विरोध को अनुचित बताया है। वहीं कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने स्पष्ट किया है कि हम सकारात्मक बात के लिए हर पल तैयार है। इसके लगातार प्रयास कर रहे हैं। यदि कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास हुआ तो जिम्मेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।

निवेश क्षेत्र को लेकर उपजी भ्रांतियों को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी लगातार गांवों का दौरा कर लोगों से चर्चा कर स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। दो दिन में कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी और एसपी अभिषेक तिवारी सहित अन्य अधिकारी संबंधित गांवों में दौरा कर चुके हैं। अधिकारी काफी हद तक भ्रम दूर करने में सफल भी रहें हैं। बावजूद एक संगठन के सोमवार को रतलाम शहर में बड़े आंदोलन की चर्चाओं से ऊहापोह की स्थिति बन रही है। इसे लेकर एसीएम टाइम्स ने रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप, ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना व कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी बात की।

नागरिकों को डरने व भ्रमित होने की जरूरत नहीं- चेतन्य काश्यप

रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप का कहना है कि जिस क्षेत्र में निवेश क्षेत्र विकसित होना है वह बंजर भूमि है और वह अनुसूची के तहत भी नहीं आती है। प्रस्तावित स्थल रतलाम ग्रामीण विधानसभा का है। इससे कोई गांव या ग्रामीण भी प्रभावित नहीं होगा। यह बात ग्रामीणों बता दी गई है। सोमवार के आंदोलन को लेकर जो कुछ भी आशंका-कुशंका है उससे नागिरकों को डरने की जरूरत नहीं। ऐसा कोई माहौल शहर में नहीं है। सभी अपने-अपने काम-धंधों पर ध्यान दें। कुछ लोग भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं अतः उससे कतई भ्रमित होने की जरूरत नहीं है।

किसी भी समस्या का हल चर्चा व शांतिपूर्ण तरीके से ही संभव है- दिलीप मकवाना

रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना के अनुसार निवेश क्षेत्र रतलाम के लिए बड़ी उपलब्धि और सौगात है। हम लगातार लोगों को यह समझा रहे हैं कि इससे किसी का कोई नुकसान नहीं हो रहा है। इससे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। काम के सिलसिले में अन्य शहरों और राज्यों में काम करने वाले लोगों को कोरोना काल में वहां फंसने के बाद वहां से लाने में काफी मशक्कत करना पड़ी थी। स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध होने पर बाहर नहीं जाना पड़ेगा। बिना कारण विरोध करना उचित नहीं है।

हर मंच पर बात करने को तैयार- नरेंद्र सूर्यवंशी

कलेक्टर सूर्यवंशी के अनुसार निवेश क्षेत्र को लेकर लोगों उत्साह है। जिन गांवों के लोगों के प्रभावित होने की बात प्रचारित की जा रही है, हम वहां जाकर लोगों से बात कर रहे हैं। समाज के प्रतिनिधियों से भी बात की। सभी यही कह रहे हैं कि ऐसे किसी विरोध में हम शामिल नहीं हैं और न ही हम नेतृत्व कर रहे हैं। इसे लेकर जिन लोगों के नाम आ रहे हैं वे भी इनकार कर रहे हैं और मामला एक-दूसरे पर ढोल रहे हैं। मैंने एसडीएम से कहा है कि संबंधित पक्ष से चर्चा का प्रयास करें। हम हर मंच पर बात करने को तैयार हैं।

बच्ची ने कलेक्टर से पूछा, अंकल- कल स्कूल की छुट्टी तो नहीं रहेगी?

कलेक्टर ने बताया कि आंदोलन की दुविधा से बच्चे ज्यादा चिंतित हैं। एक बच्ची ने काल किया, कहा- ‘अंकल, कल आंदोलन की चर्चा चल रही है, आंदोलन तो नहीं होगा? हमारे स्कूल की छुट्टी तो नहीं रहेगी?’ बच्चों की यह चिंता जायज है। इसलिए जो लोग आंदोलन की बात कर रहे हैं उन्हें आगे आना चाहिए और अपनी बात रखना चाहिए। यदि वे ज्ञापन देना चाहते हैं तो समय और स्थान बता दें, हमारे अधिकारी ज्ञापन लेने पहुंच जाएंगे।

कानून व्यवस्था और लोगों की सुरक्षा महत्वपूर्ण

कलेक्टर सूर्यवंशी के अनुसार जिले में धारा 144 लागू है। आंदोलन की अनुमति के लिए अभी तक किसी ने कोई आवेदन नहीं दिया है। जो लोग सुप्रीम कोर्ट, संविधान और नियम-कानून की बात कर रहे हैं उन्हें नियमानुसार अनुमति के लिए आवेदन देना चाहिए। हम आवेदन लेने के लिए तैयार हैं। हमने स्पष्ट कर दिया है कि सकारात्मक बात के लिए प्रशासन हर पल तैयार है। समाज के हर नागरिक की सुविधा, स्वास्थ्य और सुरक्षा तो लेकर हमारी प्रतिबद्धता है, इसलिए अगर इसे प्रभावित करने का प्रयास किया गया और नियम-कानून टूटता है तो जो भी नाम आ रहे हैं उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने नहीं दी जाएगी।