रेलवे अफसर की ये कैसी गुंडई ? रतलाम DRM ऑफिस में सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने रेलकर्मी पर किया हमला, FIR दर्ज, कार्रवाई करने में रेल प्रशासन साबित हो रहा बौना
रतलाम रेल मंडल मुख्यालय के एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर द्वारा कर्मचारी के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। हमेशा विवादों में घिरे रहने वाले अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने में मंडल रेल प्रशासन बौना साबित हो रहा है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । पश्चिम रेलवे का रतलाम रेल मंडल मुख्यालय अफसरों की पहलवानी और दादागिरी का अड्डा बन गया है। यहां की यातायाता कर्मशाला में पदस्थ एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने तो सारी हदें पार कर दी। अधिकारी ने कार्यालय अधीक्षक के साथ जमकर मारपीट की। आलम यह है कि हमेशा विवादों में घिरे रहने और दर्जनों शिकायतें होने के बाद भी उक्त इंजीनियर के विरुद्ध कार्रवाई करने में मंडल रेल प्रशासन बौना साबित हो रहा है। हालांकि, मारपीट मामले में जीआरपी ने रेलवे आरोपी अधिकारी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है।
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रतलाम रेल मंडल की यातायात कर्मशाला के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (SSE) रमाकांत सारस्वत का आतंक अधीनस्थ और अन्य कर्मचारियों में बढ़ता ही जा रहा है। अभद्रता और गाली-गलौच ही नहीं, कर्मचारियों पर हाथ उठाने से भी इंजीनियर गुरेज नहीं करते। शुक्रवार को उन्होंने कार्यालय अधीक्षक नितिन पिता रामगोपाल जोशी के साथ मारपीट की जिससे उनके चेहरे, हाथ और सिर पर चोट आईं। जोशी को परिजन द्वारा पहले रेलवे अस्पताल और वहां से जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उनका उपचार जारी है।
रेलकर्मी की पत्नी से भी की अभद्रता
जानकारी के अनुसार नितिन जोशी रोज की तरह शुक्रवार को भी सुबह 10:00 बजे डीआरएम ऑफिस पहुंचे। यहां उपस्थिति दर्ज कराने के बाद वे यातायात कर्मशाला पहुंचे। यहां SSE रमाकांत सारस्वत ने किसी बात को लेकर जोशी से अभद्रता की। जोशी ने ऐसा करने पर आपत्ति जताई तो सारस्वत ने डेस्क पर रखे फोन से उन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं रेलवे अधिकारी ने लात-घूंसों की बौछार भी कर दिया और जोशी को नीचे गिरा दिया। अचानक हुए इस हमले में जोशी घायल हो गए। घायल नितिन जोशी ने फोन पर अपने भाइयों को मदद के लिए बुलाया। उनके भाई और पत्नी ऑफिस पहुंचे तो सारस्वत ने उनके साथ भी अभद्रता की। वे उनके साथ भी गाली-गलौच करने लगे और मारपीट पर आमादा हो गए। बाद में परिजन घायल जोशी को पहले रेलवे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया।
दर्जनों शिकायतों के बाद भी मिल रहा प्रश्रय
मंडल कार्यालय और यातायात कर्मशाला के कर्मचारियों की मानें तो एसएसई सारस्वत के तीन दर्जन के करीब शिकायतें उच्चाधिकारियों को हो चुकी हैं। बावजूद प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे अद्रता, गाली-गलौच करने और हाथापाई करने के आदी हो चुके एसएसई के हौलसे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में कर्मचारी उनके अधीन कार्य करने से कतराने लगे हैं। बताया जाता है कि रतलाम पूर्व सारस्वत नागदा में पदस्थ थे। वहां उनके विरुद्ध शिकायत हुई तो रेल प्रशासन ने उन्हें मंडल मुख्यालय में पदस्थ कर दिया। मामले में रेल प्रशासन की चुप्पी भी समझ से परे है।
जीआरपी ने दर्ज किया केस
रेलकर्मी से मारपीट के मामले में रतलाम जीआरपी थाने पर आरोपी सीनियर सेक्शन इंजीनियर रमाकांत सारस्वत के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी अधिकारी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 223, 294, 506 में केस दर्ज हुआ है। बताया जा रहा है आरोपी के विरुद्ध इसके पूर्व के भी केस दर्ज हैं।