विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर मौन संदेश- लाखों ने गंवाई जान, करोड़ हुए बर्बाद, विभाजन की विभीषिका को रखना याद

विभाजन की विभीषिका का लोगों को अहसास कराने के लिए रतलाम में मौन जुलूस निकाला गया। इसमें शामिल लोगों ने विभाजन को भूलने नहीं देने की अपील लोगों से की। इस दौरान गुरुद्वारा में मत्था टेक कर राष्ट्रीय एकता व अखंडता की कामना की गई।

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर मौन संदेश- लाखों ने गंवाई जान, करोड़ हुए बर्बाद, विभाजन की विभीषिका को रखना याद
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर निकली मौन रैली में शामिल जनप्रतिनिधि।

एसीएन टाइम्स  @ रतलाम । आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया। इस मौके पर मौन रह कर आमजन को विभाजन की विभीषिका का एहसास कराया गया। मौन जुलूस में शामिल लोग हाथों में ये संदेश लिखी तख्तियां लेकर चल रहे थे- ‘‘लाखों ने गंवाई जान, करोड़ हुए बर्बाद, विभाजन की विभीषिका को रखना याद...’’, ‘‘मजहब के नाम पर हुआ था देश का बंटवारा, विभाजन की विभीषिका करोड़ों को उजाड़ा...’’ और ‘‘बंटवारे का दर्द भुलाने नहीं देना, 14 अगस्त फिर से दोहराने नहीं देना...।’’

मौन जुलूस स्टेशन रोड चौहारा स्थित महाराजा सज्जन सिंह स्टेच्यू के पास से आरंभ हुआ। यह पहले सिख गुरुद्वारा पहुंचा और बाद में श्री सिंधी सनातन धर्म मंदिर पहुंचकर समाप्त हुआ। इसमें विधायक चेतन्य काश्यप, महापौर प्रहलाद पटेल सहित भाजपा के सांसद, पदाधिकारी, पार्षद और कार्यकर्ता शामिल हुए। जनप्रतिनिधि सहित जुलूस में शामिल सभी लोगों ने गुरुद्वारे पर मत्था टेककर राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता की कामना की।

कार्यक्रम प्रभारी लालबहादुर पाटीदार, सहप्रभारी रतनलाल लाकड़, आशीष सोनी, तन्मय त्रिवेदी ने बताया जुलूस में रतलाम जनपद उपाध्यक्ष साधना जायसवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार, किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष हरिराम शाह, जिला उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी अरुण त्रिपाठीविनोद यादव, करण वशिष्ठ, शांतिलाल पाटीदार आदि शामिल रहे।