रतलाम बना प्रदेश का पहला जिला जहां सुराज कॉलोनी की शुरू हुई कवायद, साढ़े तीन हेक्टेयर में 100 करोड़ का प्रोजेक्ट आकार लेगा

रतलाम में गरीबों के लिए सुराज कॉलोनी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए अतिक्रमण मुक्त कराई जमीन का कलेक्टर ने निरीक्षण कर सफाई कराने के निर्देश दिए।

रतलाम बना प्रदेश का पहला जिला जहां सुराज कॉलोनी की शुरू हुई कवायद, साढ़े तीन हेक्टेयर में 100 करोड़ का प्रोजेक्ट आकार लेगा
सुराज कॉलोनी के लिए अतिक्रमण मुक्त कराई जमीन साफ कराने के निर्देश देते कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के तहत कमजोर वर्गों के लिए 350 आवास का होगा निर्माण

कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने बंजली-सेजावता बाईपास पर अतिक्रमण मुक्त कराई भूमि का किया निरीक्षण

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के पालन में रतलाम के पास बंजली-सेजावता बाईपास पर जिले के कमजोर वर्ग के लिए सुराज कॉलोनी का विकास होगा। अतिक्रमण मुक्त कराई गई इस जमीन पर 350 आवास का निर्माण होगा। प्रोजेक्ट पर 100 करोड़ रुपए व्यय होंगे। रतलाम संभवतः प्रदेश का पहला जिला होगा, जहां सुराज कालोनी निर्माण के लिए सर्वप्रथम पहल कर दी गई है।

सुराज कॉलोनी के लिए नियत जमीन का कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने शुक्रवार को निरीक्षण किया। उन्होंने मप्र हाउसिंग बोर्ड के कार्यपालन यंत्री राजकुमार वसनैया को डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। जानकारी के अनुसार राजस्व अमले द्वारा सेजावता-बंजली बाईपास पर अतिक्रमण से मुक्त कराई गई साढे तीन हेक्टेयर भूमि पर हाउसिंग प्रोजेक्ट की तैयारी की जा रही है। क्रियान्वयन एजेंसी हाउसिंग बोर्ड द्वारा आवास निर्माण का विस्तृत प्लान तैयार किया जा रहा है।

डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजी जाएगी

हाउसिंग बोर्ड के कार्यपालन यंत्री वसनैया ने बताया कि भूमि की लागत 70 करोड़ रुपए है। यह डेवलप की जाएगी तो प्रोजेक्ट की निर्माण लागत लगभग सौ करोड़ रुपए होगी। इसमें भूमि का मूल्य सम्मिलित है।  यहां साढे तीन सौ आवासों का निर्माण होगा जो गरीब, कमजोर वर्गों को उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जा रही है। यह स्वीकृति के लिए शासन को भेजी जाएगी। विभाग ने भूमि आवंटन की मांग कर दी है।

अतिक्रमण हाटकर मुक्त कराई थी जमीन, लोगों ने बो दी फसल

बता दें कि बाईपास पर सड़क के दोनों ओर शासकीय भूमि विगत दिनों अतिक्रमण से मुक्त कराई गई थी। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पाया कि मुक्त भूमि पर अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा पुनः फसल बो दी गई है। इस पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने दोनों कोटवारों को सेवा से हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदार अनीता चौकोटिया, नायब तहसीलदार कुलभूषण शर्मा तथा राजस्व निरीक्षक शुभम तिवारी को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि शनिवार तक भूमि की सफाई हो जाए।