शिकायत शोषण की : ओरेकल सिटी और विस्तार पार्क कॉलोनी में काम करने वाले मजदूरों के 80 हजार रुपए डकार गया ठेकेदार ! कॉलोनाइजरों ने भी झाड़ा पल्ला

जिले के नामली और सालाखेड़ी स्थित दो कॉलोनियों में बगीचे विकसित करने वाले और चौकीदारी करने वाले 10 मजदूरों के 80 हजार रुपए से अधिक ठेकेदार डकार गया है। यह राशि दिलाने की मांग को लेकर मजदूरों ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

शिकायत शोषण की : ओरेकल सिटी और विस्तार पार्क कॉलोनी में काम करने वाले मजदूरों के 80 हजार रुपए डकार गया ठेकेदार ! कॉलोनाइजरों ने भी झाड़ा पल्ला
मजदूरों के हक के पैसे का भुगतान नहीं करने वाला ठेकेदार गौरव।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले के आदिवासी अंचल के 10 मजदूरों ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में कॉलोनाइजर और ठेकेदार द्वारा उनके हक का पैसा नहीं दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई है। मजदूरों द्वारा दी गई लिखित शिकायत के अनुसार इंदौर के एक ठेकेदार ने नामली की ओरेकल सिटी कॉलोनी तथा सालाखेड़ी की विस्तार पार्क कॉलोनी में चौकीदारी करवाई और बगीचे विकसित करवाए लेकिन उनका मेहनताना नहीं दिया। कॉलोनाइजरों ने भी यह कह कर पल्ला झाड़ लिया है कि उन्होंने ठेकेदार को भुगतान कर दिया है।

सैलाना विकासखंड और आसपास के वनवासी समाज के पेशे से मजदूर 10 जोड़े (पति-पत्नी) मंगलवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने जनसुनवाई कर रहे अधिकारियों को लिखित शिकायत दी। इसमें उन्होंने बताया किया हम 10 जोड़ों (पति एवं पत्नी) द्वारा रतलाम के नामली में स्थित ओरेकल सिटी कॉलोनी और सालाखेड़ी में स्थित विस्तार पार्क कॉलोनी में बगीचे विकसित करने का काम किया गया था। इसके अलावा हमारे दो साथियों ने नामली स्थित ओरेकल कॉलोनी में पांच माह तक रात्रि में चौकीदारी भी की।

15 हजार रुपए प्रति जोड़ा बगीचे व 4 हजार प्रति व्यक्ति चौकीदारी के तय थे

शिकायकर्ताओं ने बताया कि उन्हें इंदौर निवासी गौरव नामक एक ठेकेदार (मोबाइल नंबर - 9300560365) द्वारा बगीचे विकसित करने के लिए प्रति जोड़ा प्रति माह रुपए 15,000 (अक्षरी पंद्रह हजार) पर रखा गया था। इसी तरह ओरेकल कॉलोनी में चौकीदारी के लिए दो लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 4 हजार (दोनों के 8 हजार) रुपए के हिसाब से देना भी तय हुआ था। उन्होंने दिन-रात मेहनत कर बगीचे विकसित किए और कॉलोनी की सुरक्षा भी की। इसके बावजूद ठेकेदार गौरव ने उन्हें आज दिन तक तयशुदा राशि का भुगतान नहीं किया।

80 हजार रुपए से अधिक हैं बकाया

मजदूरों ने शिकायती पत्र में कॉलोनी में चौकीदारी और बगीचे विकसित करने के एवज में उन्हें जो राशि नहीं मिली, उसका ब्यौरा भी दिया है। इसके अनुसार करीब 6 माह चौकीदारी करने के दो लोगों के 42 हजार 500 रुपए जबकि बगीचे विकसित करने के 10 लोगों (5 महिलाओं व 5 पुरुषों) के करीब 38 हजार रुपए बकाया है। यदि इस आंकड़े को सही मानें तो ठेकेदार ने करीब 80 हजार 500 रुपए डकार लिए।

कॉलोनाइजर बोले- ठेकेदार को कर दिया भुगतान

मजदूरों ने बताया कि जब भी वे अपनी बकाया राशि के भुगतान के लिए ठेकेदार गौरव से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करते हैं तो उसके द्वारा आज-कल का कहकर टाल दिया जाता है। मजदूरों के अनुसार उन्होंने कॉलोनियों के मालिकों कॉलोनाइजर मयंक घोटा (ओरेकल सिटी कॉलोनी नामली) तथा कुश दख (विस्तार पार्क सालाखेड़ी) दोनों हाल मुकाम रतलाम से भी संपर्क किया लेकिन उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उन्होंने तो ठेकेदार को भुगतान कर दिया है। अधिकारी ने शिकायत का यथाशीघ्र निराकरण करने के लिए आश्वस्त किया।

ये हैं पीड़ित

कॉलोनाइजर और ठेकेदार के विरुद्ध शिकायत करने पहुंचे लोगों में 10 लोग (5 दंपति) शामिल हैं। इनमें बंटी भगोरा, किरण भगोरा, गोवर्धन मईड़ा, देव्यानी मईड़ा, सुनील डोडियार, रीना डोडियार, नानूराम डोडियार, विश्ना डोडियार, अर्जुन खराड़ी एवं कमला खराड़ी शामिल हैं। ठेकेदार और कॉलोनाइजर के पक्ष का इंतजार है, जो प्राप्त होने पर अपडेट किया जाएगा।